धनबाद: फ्रेंडस ऑफ संतोष सिंह का BCCL ,DGMS और डेको आउटसोर्सिंग के खिलाफ बस्ताकोला GM ऑफिस पर उपवास (देखें VIDEO)
फ्रेंडस ऑफ संतोष सिंह की ओर से बीसीसीएल एरीया 9 विकास भवन के समक्ष धरना दिया गया। बीसीसीएल, डीजीएमएस और डेको आउटसोर्सिंग राजापुर के द्वारा रजवार बस्ती के ग्रामीण रैयतो को नौकरी,पुनर्वास और मुआवजा दिए बिना उजाड़ने की साजिश के खिलाफ यह धरना आयोजित की गयी थी। एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम के माध्यम से डेको आउटसोर्सिंग द्वारा राजापुर में सड़क के किनारे ओबी डंपिंग कर मौत का पहाड़ बनाने मामले में डीजीएमएस के गाइडलाइंस का अनदेखी करने वाले अफसरों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी।
- रजवार बस्ती के ग्रामीण रैयतो को नौकरी, पुनर्वास और मुआवजा दिए बिना उजाड़ने की साजिश
- राजापुर मे सड़क के किनारे ओबी डंपिंग कर मौत का पहाड़ बनाने का आरोप
धनबाद। फ्रेंडस ऑफ संतोष सिंह की ओर से बीसीसीएल एरीया 9 विकास भवन के समक्ष धरना दिया गया। बीसीसीएल, डीजीएमएस और डेको आउटसोर्सिंग राजापुर के द्वारा रजवार बस्ती के ग्रामीण रैयतो को नौकरी,पुनर्वास और मुआवजा दिए बिना उजाड़ने की साजिश के खिलाफ यह धरना आयोजित की गयी थी। एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम के माध्यम से डेको आउटसोर्सिंग द्वारा राजापुर में सड़क के किनारे ओबी डंपिंग कर मौत का पहाड़ बनाने मामले में डीजीएमएस के गाइडलाइंस का अनदेखी करने वाले अफसरों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी। फ्रेंडस ऑफ संतोष सिंह के संस्थापक सह एआइसीसी मेंबर संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व मे अनशन पर बैठ कर विरोध दर्ज कराया गया।
एआइसीसी मेंबर संतोष कुमार सिंह ने कहा झरिया के अग्नि प्रभावित व भू धसान क्षेत्रो मे रहनेवाले लोग दहशत के साये मे रात दिन जीने को मजबूर हैं। भूधंसान क्षेत्र झरिया के दोबारी कोलियरी रजवार बस्तीी के ग्रामीणों से मिल कर उनकी दर्द को महसूस किया कि वह किस तरह से रह रहे हैं। श्री सिंह ने कहा रजवार बस्ती के ग्रामीण अब अकेले नहीं हैं यहां के लोग सीने पर पत्थर रख कर पुरे परिवार के साथ दरार व गैस रिसाव वाले घरों मे रहने को मजबूर हैं। बंद प्रोजेक्ट से सटे बस्ती के लगभग एक दर्जन घरों में दरार हो गये हैं।कई जगहों पर हल्के गैस का भी रिसाव होने लगा। इससे लोगों में भय का माहौल है।घरों में दरार पड़ने की घटना के बाद भी कोल अफसर मौके पर नहीं पहुंचते हैं।इससे लोगों में प्रबंधन व प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है।
श्री सिंह ने कहा कि उक्त बस्ती के स्थानीय प्रभावित ग्रामीण भी इस उपवास मे बैठे हैं। जेआरडीए की ओर से सर्वे के बाद भी पुनर्वास की व्यवस्था की नहीं की जा रही है।बीसीसीएल प्रबंधन और डेको आउटसोर्सिंग कम्पनी यहां के लोगों को डरा धमका कर हटाने का प्रयास कर रही है, यहां की लड़ाई तो हम तेज करेंगे, लोगों का साथ लेकर बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे।जरूरत पड़ी तो प्रबंधन पर जनहित मे मुकदमा करने से पीछे नहीं हटेंगे। ग्रामीणों को हक दिलाने को लेकर जल्द है बीसीसीएल प्रबंधन एवं डेको आउटसोर्सिंग के खिलाफ के खिलाफ 15 अक्टूबर को कोयला भवन धनबाद का घेराव करेंगे।श्री सिंह ने कहा आउटसोर्सिंग के मालिक दिन दहाड़े राजापुर परियोजना से कोयला चोरी करवा रहे हैं, बीसीसीएल अफसर भी उसको सहयोग कर रहे हैं।
धनबाद जिला कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने कहा कि यहां के लोग जान जोखिम में डालकर यहां रहने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी ओर बीसीसीएल की ओर से पूर्व में ही क्षेत्र को असुरक्षित घोषित कर लोगो को बिना पुनर्वास और जमीन के बदले नौकरी दिए बिना बारूद की ब्लास्टिंग का भय दिखाकर भगाना चाहती है। उन्होंने कहा बस्ती में कई लोग रैयत होने का भी दावा कर रहे हैं, बीसीसीएल प्रबंधन राजबार बस्ती में सिर्फ सात दिन रह कर देखें कि यहां के लोग किस तरह से जान जोखिम में डाल कर रहे रहें हैं। बीसीसीएल एरीया 9 के प्रतिनिधि के तौर पर राजापुर के पर्सनल मैनेजर विनित कुमार सिन्हा पहुंच कर उपवास मे शामिल AICC मेंबर संतोष कुमार सिंह से आग्रह कर आश्वासन दिया कि जीएम सोमेन मित्रा छुट्टी पर गये हैं। जीएमके आने के बाद फ्रेंडस ऑफ संतोष सिंह के समर्थको से वार्ता करेगे। उन्होंने जुस पिलाकर अनशन तोड़वाया।
मौके पर पार्षद प्रतिनिधि पप्पू सिंह, डेविड सिंह, बमभोली सिंह, सुरज वर्मा, मेघु यादव, देवेन्द्र कुमार, चंदन सिंह, दीपक वर्मा, अमित वर्मा, संतोष रजवार, कुणाल रजवार सोभा देवी, तारा प्रसाद रजवार, राजेश रजवार, कृष्ण रजवार, अवध रजवार, गोविंद रजवार, विश्व नाथ रजवार, डबली वर्मा, शशी साव, श्याम कुमार साव, दिपू साव, गौतम पासवान कुन्दन पासवान कृष्ण मास्टर अमित कुमार बंटी दास, गोपाल धारी, राजेश निषाद भोला निषाद, मनोज यादव चंदन सिंह, विनय वर्मा छोटू अंसारी,टनटन सिंह, बबलू सिंह, रोहन वर्मा सुनिल सिंह, संतोष रजवार, बिजली देवी, भारती देवी, कल्याणी देवी, विजय सिंह, विकास सिन्हा, धीरज रवानी, महादेव बाउरी, दुलाल मोदक, सहीत सैकड़ो लोग शामिल थे।