धनबाद: सभी ब्लॉक में बनेगा मॉडल हेल्थ सेंटर,सदर अस्पताल बनेगा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पीटल: डीसी
डीसी उमा शंकर सिंह ने कहा कि जिले के हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर तैयार किया जायेगा। ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। डीसी सोमवार को न्यू टाउन हॉल में स्वास्थ्य व शिक्षा पर विजन प्लान 2023 को लांचिंग के दौरान यह बातें कहीं।
- हॉस्पीटल मैनेजर की होगी प्रतिनियुक्ति
- स्वास्थ्य का विजन प्लान 2023 पेश
- दिसंबर तक सदर अस्पताल में 100 बेड हो जायेंगे तैयार
धनबाद। डीसी उमा शंकर सिंह ने कहा कि जिले के हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर तैयार किया जायेगा। ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। डीसी सोमवार को न्यू टाउन हॉल में स्वास्थ्य व शिक्षा पर विजन प्लान 2023 को लांचिंग के दौरान यह बातें कहीं।
सदर अस्पताल एवं हर प्रखंड में एक मॉडल हेल्थ सेंटर बनाकर सुदूरवर्ती क्षेत्र में लोगों को आधुनिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराकर उसे उम्दा बनाने के उद्देश्य से डीसी उमा शंकर सिंह के निर्देश पर पीएमयू-डीएमएफटी टीम द्वारा तैयार स्वास्थ्य एवं शिक्षा का विज़न प्लान 2023 न्यू टाउन हॉल में पेश किया गया। डीसी ने कहा कि इस वर्ष जुलाई महीने तक सदर अस्पताल में 50 बेड शुरू हो जायेंगे। दिसंबर 2021 आज तक मेडिकल ऑफिसर एवं पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, सभी 11 मॉडल अस्पताल में बुनियादी सुविधाएं, सदर अस्पताल में 100 बेड, हर प्रखंड में एक मॉडल हेल्थ सेंटर तैयार हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने जिले में स्वास्थ्य सुविधा की कमी और महामारी से लड़ने का तरीका सिखाया। विजन प्लान में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के बुनियादी व्यवस्था में सुधार करने के लिए योजनाबद्ध तरीका से काम किया गया है। टीम वर्क से यह सफल भी होगा। इसके अंतर्गत हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर बनेगा जो 24 घंटे और सातों दिन काम करेगा।यहां सभी प्रकार की मूलभूत सुविधा होगी और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ की परामर्श ली जायेगी।
यह है प्लान
हेल्थ विजन प्लान पेश करते हुए डीएमएफटी के शुभम सिंघल एवं नितिन कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में 100 बेड का मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल तथा हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर बनाया जायेगा जो आइपीएचएस मानकों के अनुरूप होगा। आने वाले समय में 78 एसएससी तथा 11 नये पीएचसी विकसित किये जायेंगे। सदर अस्पताल को मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पीटल का रूप दिया जायेगा। यहां मेडिसीन, डेंटल, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक के लिए ओपीडी होगी। एनआइसीयू के पांच तथा आइसीयू के 20 बेड होंगे। यह जीवन रक्षक उपकरणों से लैस होगा। सभी तरह के पैथोलॉजिकल टेस्ट, कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ-सथ महिला एवं पुरुषों के लिए 30-30 जनरल बेड, ऑपरेशन थिएटर, महिला एवं पुरुष के लिए 10-10 बेड के रिकवरी रूम, जेनेरिक दवाओं की दुकान, जन औषधि केंद्र एवं डिस्पेंसरी भी होगी।सभी मॉडल हेल्थ सेंटर में अच्छी सुविधा प्रदान करने के लिए हॉस्पिटल मैनेजर की प्रतिनियुक्ति होगी।
डीसी ने कहा कि इस वर्ष जुलाई महीने तक सदर अस्पताल में 50 बेड शुरू हो जायेंगे। दिसंबर 2021 आज तक मेडिकल ऑफिसर एवं पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, सभी 11 मॉडल अस्पताल में बुनियादी सुविधाएं, सदर अस्पताल में 100 बेड, हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर तैयार हो जायेगा। विजन प्लान तैयार करने में पीएमयू डीएमएफटी टीम ने एक अध्ययन भी किया है।हर वर्ष आम लोगों के विभिन्न तरह की चिकित्सा में खर्च होने वाले लगभग 32 करोड़ रुपये की बचत होगी। अमुमन हर साल आम जनों का ओपीडी में 5 करोड़ 11 लाख, आईपीडी में 7 करोड़ 66 लाख, सर्जरी में लगभग 5.500 करोड़, नॉर्मल एवं सिजेरियन डिलीवरी में चार करोड़ 38 लाख, स्पेशलिस्ट सर्जरी में सात करोड़ 30 लाख, डायग्नोस्टिक में लगभग दो करोड़ सात लाख बाहरी अस्पतालों में खर्च किये जाते हैं। सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा मिलने के बाद उनका यह खर्च बचेगा।
व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए होगी हॉस्पिटल मैनेजर की प्रतिनियुक्ति
सभी मॉडल हेल्थ सेंटर में अच्छी सुविधा प्रदान करने के लिए हॉस्पिटल मैनेजर की प्रतिनियुक्ति होगी। इनका दायित्व अस्पताल की पानी, बिजली, साफ सफाई सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं पर सतत निगरानी रखना होगा और यह निजी अस्पताल की तरह काम करेगा। कर्मियों की नियमित रूप से समीक्षा होगी। हर 6 महीने पर थर्ड पार्टी वैल्यूएशन, मेडिकल ईआरपी एवं सर्विस क्वालिटी की वैल्यूएशन होगी। आवश्यकता पड़ने पर अच्छे चिकित्सक भी उपलब्ध रहेंगे।
कार्यक्रम में डीडीसी दशरथ चंद्र दास, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार, डीएमओ अजीत कुमार, जिला योजना पदाधिकारी महेश भगत, अनिरुद्ध सोनी, आशा कुजुर, सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास, डॉ राजकुमार सिंह,आइएमए के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ ए के सिंह, डॉ शिवानी झा के अलावा विभिन्न ब्लॉक के एमओआइसी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।