धनबाद:कोविड पेसेंट को बेहतर सुविधाएं मुहैया करायें,प्राइवेट हॉस्पीटल में कोविड संक्रमित पेसेंट के इलाज हेतु 50% बेड आरक्षित करने का आदेश
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने सोमवार को एशियन जालान हॉस्पीटल, अशर्फी हॉस्पीटल व प्रगति नर्सिंग होम का निरीक्षण किया। उन्होंने इन हॉस्पीटल कोरोना संक्रमित के इलाज व वहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
- डीसी ने एशियन जालान, अशर्फी एवं प्रगति नर्सिंग होम के कोविड वार्ड का किया निरीक्षण
- संक्रमितों एक एडमिट करने व डिस्चार्ज करने के लिए अलग रास्ता बनाने का निर्देश
- हर परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रशासन है तैयार: डीसी
- 82 आईसीयू सहित 910 बेड तैयार, एक्टिव केस 485
- होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित पेसेंट हेतु विकसित किया गया मोबाइल ऐप
- डीसी ने की एकीकृत कोरोना नियंत्रण कक्ष के कार्यों की समीक्षा, टेलीमेडिसिन स्टूडियो का किया निरीक्षण
- डीसी ने की एकीकृत कोरोना नियंत्रण कक्ष के कार्यों की समीक्षा, टेलीमेडिसिन स्टूडियो का किया निरीक्षण
धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने सोमवार को एशियन जालान हॉस्पीटल, अशर्फी हॉस्पीटल व प्रगति नर्सिंग होम का निरीक्षण किया। उन्होंने इन हॉस्पीटल कोरोना संक्रमित के इलाज व वहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन हर प्रकार की परिस्थिति से सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।किसी भी व्यक्ति को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। भविष्य की रणनीति पर भी कार्य किया जा रहा है। जालान हॉस्पीटल में कोरोना संक्रमितों के एडमिट करने एवं उन्हें डिस्चार्ज करने के लिए अलग से रास्ते का निर्माण सही तरीका से नहीं किया गया है। उन्होंने हॉस्पीटल मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कर सभी तैयारियां प्रोटोकॉल के अनुरूप पूर्ण करने का निर्देश दिया। हर हालत में गुरुवार तक सभी व्यवस्थाएं निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। डीसी ने अशर्फी हॉस्पीटल में कोविड वार्ड, आइसीयू, महिला वार्ड, सामान्य वार्ड तथा आइएमसीयू का निरीक्षण किया। डीसी ने यहां एडमिट एक-एक पेसेंट का बीएसटी चेक किया तथा आइडीएसपी के नोडल डॉक्टर राजकुमार सिंह से यह जांच करवाया कि प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज हो रहा है अथवा नहीं। डीसी नेप्रगति नर्सिंग होम में के पूरे कैंपस का निरीक्षण कर वहां इलाज की प्रक्रिया तथा व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
कोरोना वायरस संक्रमण से मिल कर लड़ना है
डीसी ने कहा आपदा के समय हम सभी को एक साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ना है। जिला प्रशासन द्वारा सभी प्राइवेट हॉस्पीटल को हर संभव सहायता प्रदान की जायेगी। संक्रमित पेसेंटके इलाज में सेवा भावना से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान डीसी ने सभी हॉस्पीटल मैनेजमेंट को पेसेंट को उचित समय पर भोजन, दवा तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डॉक्टरों को समय-समय पर पेसेंट की मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया गया। डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ को भी निर्देश दिया कि पेसेंट के इलाज के साथ-साथ अपनी सुरक्षा पर भी अवश्य ध्यान दें। उन्होंने सभी हॉस्पीटल में पॉजिटिव पेसेंट के लिए एडमिट व डिस्चार्ज के दौरान अलग रास्ता चिह्नित करने का निर्देश दिया। गंभीर पेसेंटके लिए अलग लिफ्ट इस्तेमाल करने को कहा।
बेडों की क्षमता में करें बढ़ोतरी
डीसी ने निरीक्षण के दौरान प्राइवेट हॉस्पीटल के प्रबंधकों से अपनी क्षमता के अनुसार और अधिक बेड कोविड संक्रमित के लिए आरक्षित करने के संबंध में विचार विमर्श किया। यथाशीघ्र इस संबंध में निर्णय लेने को कहा। डीसी ने हॉस्पीटल कैंपस में पेसेंट के परिजनों से भी बातचीत की। डीसी के साथ निरीक्षण में आइडीएसपी के नोडल अफसर डॉ राज कुमार सिंह भी शामिल थे।
प्राइवेट हॉस्पीटल में कोविड संक्रमित पेसेंट के इलाज हेतु 50% बेड आरक्षित करने का आदेश
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा धनबाद जिला अंतर्गत कार्यरत सभी प्राइवेट हॉस्पीटल को अपने संस्थान अंतर्गत कुल उपलब्ध आईसीयू एवं नॉन आईसीयू बेड़ों का न्यूनतम 50% बेड कोविड मरीजों के समुचित उपचार हेतु आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है।इस संबंध में डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के फैलाव से बचाव एवं उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए धनबाद जिला अंतर्गत कार्यरत सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को अपने संस्थान अंतर्गत कुल उपलब्ध आईसीयू एवं नॉन आईसीयू बेड़ों का न्यूनतम 50% बेड कोविड संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार हेतु आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला अंतर्गत सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को सचिव, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखंड रांची के द्वारा निर्धारित ट्रीटमेंट प्रोटोकोल, निर्धारित दरों, शर्तों एवं एसओपी का 14 अप्रैल 2021 से अक्षरसः अनुपालन करने का आदेश दिया गया है। साथ ही सभी नॉन आईसीयू बेड़ों के साथ बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, फ्लो मीटर, ऑक्सीजन मास्क और रेंच अनिवार्य रूप से अधिष्ठापन करने हेतु निर्देश दिया गया है।उन्होंने बताया कि सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को कॉविड संक्रमित मरीजों के इलाज के क्रम में प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है। आदेश की लापरवाही एवं उदासीनता तथा निर्देशों का अनुपालन नहीं किए जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
हर परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रशासन है तैयार,82 आईसीयू सहित 910 बेड तैयार, एक्टिव केस 485
डीसी का अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद श्री उमाशंकर सिंह के निर्देश पर जिले के विभिन्न कोविड अस्पतालों में कुल 910 बेड तैयार किये गये हैं। इस संबंध में डीसी ने बताया कि जिले में कोविड संक्रमित मरीजों के उचित उपचार हेतु कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। जिला प्रशासन हर प्रकार की परिस्थिति से सामना करने के लिए पूर्ण रुप से तैयार है। उन्होंने बताया कि जिले में विगत दिनों में कोविड संक्रमित पसेंट की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिसके मद्देनजर वर्तमान में सेंट्रल हॉस्पिटल धनबाद, एसएनएमएमसीएच कैथ लैब, एसएनएमएमसीएच पीजी ब्लॉक, निरसा पॉलिटेक्निक, क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान भूली, टाटा अस्पताल जामाडोबा सहित विभिन्न बड़े निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में बेडों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।उन्होंने बताया कि बेड़ों की उपलब्धता के साथ-साथ ऑक्सीजन सपोर्ट, वेंटिलेटर, दवाइयों इत्यादि की उपलब्धता भी सभी अस्पतालों में सुनिश्चित की गई है। साथ ही नॉन आईसीयू कोविड केयर केन्द्रों में भी ऑक्सीजन सपोर्ट हेतु ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर्याप्त मात्रा में कार्यरत हैं।उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 485 कोरोना संक्रमित मरीजों के एक्टिव केस है। डीसी ने बताया कि जिले के सरकारी कोविड अस्पतालों तथा कोविड केयर केंद्रों में 60 आईसीयू सहित 835 बेड उपलब्ध है तथा विभिन्न निजी अस्पतालों में 22 आईसीयू सहित 75 बेड कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु उपलब्ध है।
होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित पेसेंट हेतु विकसित किया गया मोबाइल ऐप
होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित पेसेंट को उचित उपचार एवं समय-समय पर उचित परामर्श उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डीएमएफटी पीएमयू तथा डीसीआईपी इंटर्न द्वारा मोबाइल एप विकसित किया गया है।इस संबंध में डीसी ने बताया कि कई बार होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों की निगरानी, उन्हें उचित उपचार तथा परामर्श उपलब्ध कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी संदर्भ में डीएमएफटी पीएमयू एवं डीसीआईपी इंटर्न्स द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों को उचित उपचार एवं समय समय पर उचित परामर्श उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मोबाइल एप्प विकसित किया गया है।उन्होंने बताया कि इस मोबाइल ऐप के माध्यम से समय-समय पर मरीजों के शरीर का तापमान, ऑक्सीजन का लेवल, दवाइयों से संबंधित परामर्श, खानपान, विश्राम इत्यादि की निगरानी की जायेगी।उन्होंने बताया कि इस मोबाइल ऐप द्वारा समय-समय पर संक्रमित मरीजों को दवाई लेने, गार्गल करने, व्यायाम करने, विश्राम करने एवं कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन के संबंध में अलर्ट दिया जायेगा।किसी प्रकार की कठिनाई होने पर तथा परामर्श की आवश्यकता होने पर इस मोबाइल ऐप के माध्यम से मरीज ऑनलाइन विशेषज्ञ चिकित्सकों से संवाद कर परामर्श ले सकेंगे।डीसी ने बताया कि वर्तमान में 45 वर्ष से कम उम्र के बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति एसडीएम द्वारा प्रदान की जाती है। उनके उचित उपचार तथा स्वस्थ रहने हेतु समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की निगरानी करना तथा उन्हें आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराना आवश्यक है। इस हेतु इस मोबाइल ऐप को विकसित किया गया है।
डीसी ने की एकीकृत कोरोना नियंत्रण कक्ष के कार्यों की समीक्षा, टेलीमेडिसिन स्टूडियो का किया निरीक्षण,कंट्रोल रूम के 0326-3550460, 0326-2313035 नंबर पर कर सकते हैं संपर्क
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह के निर्देश पर कोविड-19 से संबंधित सूचना एवं सहायता हेतु जिले में विगत वर्ष से कोरोना नियंत्रण कक्ष एवं टेलीमेडिसिन स्टूडियो सुचारू रूप से कार्यरत है। डीसी ने सोमवार को कार्यों की समीक्षा हेतु नियंत्रण कक्ष तथा टेलीमेडिसिन स्टूडियो का निरीक्षण किया। डीसी ने बताया कि विगत कुछ दिनों में जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। संक्रमण के फैलाव से बचाव हेतु जिले में विशेष टीकाकरण अभियान तथा विशेष कोविड जांच अभियान चलाया जा रहा है। जांचोपरांत संक्रमित पाए गए मरीजो को समय पर उचित उपचार पहुचना अत्यंत आवश्यक है।
निरीक्षण के दौरान डीसी ने टेलीमेडिसिन स्टूडियो, टीकाकरण अभियान, कोविड जांच अभियान, कांटेक्ट ट्रेसिंग, विधि व्यवस्था के संधारण, काँटेन्मेंट जोन तथा मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट करने संबंधी कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि कोरोना नियंत्रण कक्ष में सभी संबंधित स्थानों से रिपोर्ट लेकर उसे कंफर्म किया जाता है। संक्रमित मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है तथा नागरिकों को कोविड-19 से संबंधित सभी सूचना एवं सहायता उपलब्ध कराई जाती है।उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए कई कोविड केयर केन्द्रों को पुनः प्रारंभ किया गया है। इसी क्रम में नियंत्रण कक्ष में स्थित टेलीमेडिसिन स्टूडियो से भर्ती मरीजों को टेलीमेडिसिन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 से संबंधित किसी भी प्रकार की सूचना एवं सहायता हेतु *कोरोना कंट्रोल रूम में संपर्क सूत्र- 0326-3550460 एवं 0326-2313035* पर संपर्क किया जा सकता है।मौके पर डीसी उमाशंकर सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी शुशान्तो मुखर्जी, डीएमएफटी पीएमयू के नितिन पाठक एवं शुभम सिंघल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
टेलीमेडिसिन स्टूडियो से पेसेंट का किया जा रहा है मानसिक व चिकित्सकीय परामर्श
जिले के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को दूर बैठकर चिकित्सीय परामर्श देने तथा उनका बेहतर इलाज करने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह के निर्देश पर सर्किट हाउस में स्थापित *कोविड - 19 टेलिमेडिसिन स्टूडियो* से मरीजों को आवश्यक चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार के साथ साथ मानसिक परामर्श भी दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 27 अगस्त 2020 को इसकी शुरूआत की गई थी।इस संबंध में डीसी ने बताया कि विगत दिनों जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिसके मद्देनजर मंगलवार, 06 अप्रैल से सर्किट हाउस में कोविड 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो को पुनः प्रारम्भ किया गया है।
उन्होंने बताया सोमवार को डॉ एम नारायण एवं डॉ पी पी पांडेय द्वारा विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऑनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। आने वाले दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर चिकित्सकों की संख्या भी टेलीमेडिसिन स्टूडियो में बढ़ाई जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन दो बार प्रत्येक मरीज को अनुभवी तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा चिकित्सकीय तथा मानसिक परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। विशेष परिस्थिति में आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में मौजूद चिकित्सक तथा टेलीमेडिसिन स्टूडियो में उपलब्ध चिकित्सक आपस में परामर्श कर मरीज को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हैं।परामर्श देने से पहले संबंधित अस्पताल के एएनएम ने मरीज का रक्तचाप, पल्स रेट तथा उनका पूरा विवरण तैयार करके रखा। डॉक्टर के सामने मरीज को उपस्थित करने के साथ ही एएनएम ने मरीज का विवरण डॉक्टर को उपलब्ध कराया। इसके बाद डॉक्टरों ने मरीज से बात की। उनका हेल्थ स्टेटस जाना। चिकित्सीय परामर्श के साथ मानसिक परामर्श भी दिया। आवश्यकता के अनुसार कुछ मरीजों को दवाइयों का प्रिस्क्रिप्शन भी दिया।उन्होंने बताया कि सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों को चिकित्सकीय एवं मानसिक परामर्श के साथ उनकी समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है।
11,560 लाभुकों ने लगवाया 120 केन्द्रों पर टीका
जिले में विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान 120 केंद्रों पर 11,560 लोगों को कोविड-19 प्रतिरोधी टीका लगाया गया।इस संबंध में डीसी उमा शंकर सिंह ने बताया कि जिले में विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान नियमित केन्द्रों के अलावा पंचायत स्तर पर टीकाकरण केन्द्रों की स्थापना कर लाभुकों को टीका लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में आज कुल 120 टीकाकरण केंद्रों पर 45 से अधिक उम्र के 11560 व्यक्तियों को टीका लगाया गया।
नजदीकी टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाने की अपील
डीसी ने *45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों* से अपील की है कि सभी की सुविधा हेतु विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान पंचायत स्तर पर टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। सभी केन्द्रों पर पंजीकरण इत्यादि की व्यवस्था की गई है। *स्वयं तथा अपने परिवार की सुरक्षा हेतु अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर वैध पहचान पत्र के साथ जाएं तथा कोविड-19 प्रतिरोधी टीका अवश्य लगवाएं।उन्होंने कहा जिला प्रशासन द्वारा सभी चिन्हित टीकाकरण केंद्रों पर निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीका लगाया जा रहा है।
पिछले सप्ताह 182 संक्रमितों ने दी कोरोना को मात,निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उपलब्ध कराई जा रही है मरीजों को उचित चिकित्सा व्यवस्था
सोमवार, 5 अप्रैल 2021 से रविवार, 11 अप्रैल 2021 की अवधि में कोरोना संक्रमण को मात देकर जिले के विभिन्न अस्पतालों से 182 व्यक्ति स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।इस संबंध में उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह ने बताया कि सभी कोविड केयर केंद्रों एवं कोविड अस्पतालों में उचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लगातार निरीक्षण कर कार्यों की विस्तृत समीक्षा की जा रही है।उन्होंने बताया कि संक्रमण के नए स्ट्रेन में पहले की तुलना में ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ रही है। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जिले में स्थित सभी को कोविड केयर केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया गया है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को उस केंद्र में ही ऑक्सीजन सपोर्ट उपलब्ध कराया जा सके तथा आईसीयू पर दबाव कम किया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन हर प्रकार की परिस्थिति से सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। किसी भी व्यक्ति को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। नागरिकों की सुरक्षा हेतु आवश्यकता अनुसार सभी तैयारी की गई है। साथ ही भविष्य की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि जिले के लोगों की सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों हेतु निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी चिकित्सा व्यवस्था तथा अन्य सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को हराकर सोमवार, 5 अप्रैल 2021 से रविवार, 11 अप्रैल 2021 की अवधि में कोरोना संक्रमण को मात देकर जिले के विभिन्न अस्पतालों से 182 व्यक्ति स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। सभी को सम्मान एवं शुभकामनाओं के साथ अस्पताल से डिस्चार्ज कर 14 दिनों के होम कोरेंटिन में उनके घर भेज दिया गया है।