फेमिना मैग्जीन के कवर पेज पर Dhanbad की बेटी स्नेहा सिंह, क्रिमिनल लॉयर के साथ-साथ हैं मॉडल और प्लेबैक सिंगर
कोयला राजधानी धनबाद की बेटी स्नेहा सिंह को फेमिना मैग्जीन के कवर पर जगह मिली है। साइबर क्राइम स्पेशलिस्ट एवं बाम्बे हाईकोर्ट में बतौर क्रिमिनल लायर पिछले 12 वर्षों से वकालत कर रहीं।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद की बेटी स्नेहा सिंह को फेमिना मैग्जीन के कवर पर जगह मिली है। साइबर क्राइम स्पेशलिस्ट एवं बाम्बे हाईकोर्ट में बतौर क्रिमिनल लायर पिछले 12 वर्षों से वकालत कर रहीं।
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स्नेहा सिंह को फेमस फेमिना मैग्जीन के कवर पेज पर जगह मिली है। मैग्जीन के अंदर स्नेहा की उपलब्धियों का डिटेल उल्लेख किया गया है। स्नेहा अधिवक्ता के साथ-साथ माडल एवं प्लेबैक सिंगर भी हैं। पिछले वर्ष ही उनका म्यूजिक एलबम लिहाज ने धूम मचाया था। स्नेहा ने इसमें सिंगिंग के साथ एक्टिंग भी किया है।
शॉर्ट फिल्मों में हाथ आजमा चुकी हैं स्नेहा
स्नेहा सिंह की शार्ट फिल्म साइलेंट इको का प्रीमियर साल 2021 में यूएस में हुआ था। इससे पहले भी वह तीन शार्ट फिल्म का निर्माण कर चुकी हैं। एक्टर अध्ययन सुमन के साथ अभिनीत शॉट फिल्म लव बडर्स को 2021 में ही फिल्मफेयर में नामिनेट भी किया गया था। फिल्मफेयर में दादा साहेब फाल्के समेत कई अवार्ड भी मिले। स्नेहा और अध्ययन के अभिनय को काफी सराहना मिली। इसकी निर्माता स्नेहा थीं। कोलकाता शॉट फिल्म महोत्सव, 2021 में भी इसका विशेष उल्लेख किया गया।
कई मशहूर हस्तियों का केस लड़ चुकी हैं स्नेहा
झाड़ूडीह निवासी स्नेहा ने अपनी स्कूली शिक्षा कार्मल स्कूल धनबाद, बीएलएस-एलएलबी मुंबई यूनिवर्सिटी और मास्टर्स (एलएलएम) कार्डिफ यूनिवर्सिटी यूके से की है। वह पिछले 12 वर्षों से मुंबई हाइ कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं।मुंबई पुलिस, हिमाचल पुलिस, दार्जिलिंग पुलिस समेत अन्य स्टेट की पुलिस को साइबर साइबर क्राइम से संबंधित कानूनी पाठ पढ़ाने के लिए समय-समय पर सेमिनार करती रहती हैं। स्नेहा रूहानियत फाउंडेशन से भी जुड़ी हुई हैं। यह महिला सशक्तीकरण, महिलाओं के कानूनी अधिकार, बच्चों के अधिकार पर काम कर रहा है। वह कई बालीवुड अभिनेता-अभिनेत्री और महत्वपूर्ण व्यक्तियों का केस लड़ चुकी हैं।
बचपन से था सिंगिग का शौक
स्नेहा ने बताया कि लाकडाउन ने काफी कुछ बदल दिया। खुद के लिए समय मिला। वो चीजें याद आ गईं, जो मैंने खुद से करने का वादा किया था। इस सूची में सबसे ऊपर गायन था। दादाजी जी का सपना था कि वह कानूनी पेशा में करियर बनाएं। नवी मुंबई के डीवाइ पाटिल कालेज में ला कोर्स में एचमिशन लिया। बैचलर आफ लीगल साइंस एंड बैचलर आफ लेजिस्लेटिव ला (बीएलएस-एलएलबी) के बाद कार्डिफ यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल की। इस बीच गायन कभी बंद नहीं हुआ। लाकडाउन के दौरान एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के दोस्तों से मिली और सिंगिंग में भी किस्मत चमक गई।