गढ़वा: पब्लिक पर लाठीचार्ज करनेवाले मेराल सीओ व थानेदार हटाये गये

झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल ब्लॉक में पिछले  20 अगस्त को पुलिस स्टेशन का घेराव कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के मामले में हेमंत सोरेन गवर्नमेंट ने कड़ा एक्शन लिया है। सीओ अंगारनाथ स्वर्णकार का ट्रांसफर कर दिया है। उन्हें मेराल से हटाकर भूमि सुधार विभाग रांची में भेजा गया है। वहीं, अंजनी कुमार झा ने मेराल थाना प्रभारी लाल बिहारी प्रसाद को लाइन हाजिर कर दिया है। रंका थाना में पदस्थापित एसआइ नीतीश कुमार को मेराल थाने का नया प्रभारी बनाया गया है।

गढ़वा: पब्लिक पर लाठीचार्ज करनेवाले मेराल सीओ व थानेदार हटाये गये

गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल ब्लॉक में पिछले  20 अगस्त को पुलिस स्टेशन का घेराव कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के मामले में हेमंत सोरेन गवर्नमेंट ने कड़ा एक्शन लिया है। सीओ अंगारनाथ स्वर्णकार का ट्रांसफर कर दिया है। उन्हें मेराल से हटाकर भूमि सुधार विभाग रांची में भेजा गया है। वहीं, अंजनी कुमार झा ने मेराल थाना प्रभारी लाल बिहारी प्रसाद को लाइन हाजिर कर दिया है। रंका थाना में पदस्थापित एसआइ नीतीश कुमार को मेराल थाने का नया प्रभारी बनाया गया है।

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मर्डर के आरोपी को पुलिस कस्टडी से छोड़ने का आरोप

उल्लेखनीय है मेराल पुलिस स्टेशन एरिया के हासनदाग गांव में नथन चौधरी की मर्डर के आरोप में पुलिस ने कस्टडी में लिये गये संदिग्ध को पुलिस स्टेशन से छोड़ दिया था। इसके विरोध में 20 अगस्त को भारी संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस स्टेशन का घेराव किया था। इसी दौरान पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच भिड़ंत हो गई थी। पब्लिक की ओर से जहां पत्थरबाजी की गई थी। वहीं पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। पुलिस ने ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। इस दौरान पुलिस ने मेराल बाजार के कई व्यवसायियों सहित राहगीरों की भी पिटाई कर दी थी।
पुलिस ने डेढ़ दर्जन लोगों को भेजा था जेल
पुलिस ने इस घटना में शामिल होने के आरोप में डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को पुलिस ने अरेस्ट कर जेल में भेज दिया था। इस घटना के विरोध में व्यवसायियों ने 21 अगस्त को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी थीं। पुलिसिया कार्रवाई का विरोध जताया था। पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में रोष व्याप्त था। ग्रामीण लगातार पुलिस की आलोचना कर रहे थे।
डीआइजी की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई

सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर इस मामले की जांच पलामू डीआइजी राजकुमार लकड़ा द्वारा की गई। डीआइजी ने घटना के दिन मौके पर मौजूद पुलिस अफसरों, मेराल बीडीओ, सीओ और ग्रामीणों का बयान कलमबद्ध किया। इसके बाद जांच प्रतिवेदन सरकार को सौंपा था। बताया जा रहा है कि डीआइजी की जांच रिपोर्ट के आलोक में मेराल सीओ एवं थाना प्रभारी पर कार्रवाई की गई है।