Gopal Khemka Murder Case : गोपाल खेमका मर्डर केस का खुलासा,सुपारी देने वाले अशोक साव और शूटर उमेश यादव अरेस्ट

बिहार की राजधानी पटना उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या (Gopal Khemka Murder Case) जमीन खरीद-बिक्री, बांकीपुर क्लब के विवाद और व्यावसायिक संबंधों में खटास के कारण हुई थी। बिहार पुलिस ने गोपाल खेमका मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए अब तक तीन क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। मर्डर की सुपारी देने वाले बिजनसमैन अशोक साव और गोली मारने वाले शूटर उमेश यादव को पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है। जबकि आर्म्स उपलब्ध कराने के आरोपित विकास उर्फ राजा की पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है।

Gopal Khemka Murder Case : गोपाल खेमका मर्डर केस का खुलासा,सुपारी देने वाले अशोक साव और शूटर उमेश यादव अरेस्ट
प्रेस कांफ्रेस में डीजीपी, एडीजी व अन्य अफसर।
  • आर्म्स मुहैया कराने के आरोपी विकास उर्फ राजा एनकाउंटर में मारा गया
  • डेढ़ महीने पहले रची साजिश, चार लाख में दी सुपारी
पटना। बिहार की राजधानी पटना उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या (Gopal Khemka Murder Case) जमीन खरीद-बिक्री, बांकीपुर क्लब के विवाद और व्यावसायिक संबंधों में खटास के कारण हुई थी। बिहार पुलिस ने गोपाल खेमका मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए अब तक तीन क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। मर्डर की सुपारी देने वाले बिजनसमैन अशोक साव और गोली मारने वाले शूटर उमेश यादव को पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है। जबकि आर्म्स उपलब्ध कराने के आरोपित विकास उर्फ राजा की पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है।

पुलिस हेडक्वार्टर में मंगलवार को डीजीपी विनय कुमार, एसटीएफ के एडीजी कुंदन कृष्णन, पटना के आइजी जितेंद्र राणा और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेस कर उक्त मा म ले की जानकारी दी। पुलिस ने घटना में शामिल आर्म्स, बाइक,सुपारी की राशि समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
डीजीपी ने बताया कि हत्या की सुपारी देने वाले मास्टरमाइंड अशोक साव के उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 की तलाशी में साढ़े छह लाख रुपये कैश, एक पिस्टल, 17 कारतूस, जमीन के ढेर सारे कागजात, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है। वहीं शूटर उमेश के घर से नाइन एमएम पिस्टल, 7.62 एमएम के 56 राउंड कारतूस,दो मैगजीन और 14 गोली बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि मर्डर  किस खास जमीन के कारण हुई है, इसका पता अभी नहीं लग पाया है। डीजीपी का कहना है कि अशोक साव के पास से बरामद जमीन के दसतावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है। इसके बाद ही कुछ स्पष्ट रूप से बताय जा सकेगा।
डेढ़ माह पहले रची साजिश,चार लाख दी थी सुपारी
पुलिस के अनुसार,अशोक साव और उमेश यादव से जान-पहचान डेढ़ साल पहले बिहारशरीफ में ही एक शादी समारोह में हुई थी। बिहारशरीफ का रहने वाले अशोक साव ने गोपाल खेमका की मर्डर का षड्यंत्र करीब डेढ़ महीने पहले रचा था। इसके बाद उसने उमेश को मर्डर के लिए शूटर और आर्म्स की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी।अशोक ने दो ने मोबाइल फोन भी लिए जिसमें एक उमेश को दिया और इसी से बातचीत करने को कहा। उमेश मालसलामी का रहने वाला है, उसने पास के ही विकास उर्फ राजा से संपर्क किया। विकास के खिलाफमर्डर,डकैती,आर्म्स एक्ट समेत कई कांड दर्ज है। विकास ने गोली मारने के लिए चार लाख की सुपारी मांगी। चार लाख की बात सुन उमेश के मन में विचार आया कि क्यों न वहीं मर्डर कर सुपारी के पूरे चार लाख रुपये रख लें। उसने खुद खेमका की मर्डर करने का निश्चय लिया। अशोक साव ने गोपाल खेमका की फोटो और गाड़ी की नंबर के साथ उसे नाइन एमएम के आर्म्स,दो मैगजीन 18 गोली मुहैया करायी।
एडीजी ने सुनाई कॉल रिकॉर्डिंग,गोपाल खेमका का भी आया जिक्र
एडीजी कुंदन कृष्णन ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान अशोक साव के मोबाइल की कॉल रिकॉर्डिंग का एक अंश भी सुनाया। इसमें अशोक साव की जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर ही किसी दूसरे व्यक्ति से गर्मा-गर्म बहस हो रही है। इस बातचीत में गोपाल खेमका का भी जिक्र आता है। एक ओर से डेढ़ करोड़ की मांग की जाती है। बीच-बीच में गालियां भी सुनाई देती है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई काल रिकार्डिंग मिली है,जिनकी जांच की जा रही है। गोपाल खेमका के मोबाइल और लैपटाप की भी जांच की जायेगी।
पुलिस थ्योरी में तीन क्रिमिनलों का रोल
अशोक साव, मास्टरमाइंड : जमीन विवाद और व्यापारिक संबंधों में खटास के कारण गोपाल खेमका की मर्डर की साजिश रची। उमेश यादव को दी सुपारी। उदयगिरी अपार्टमेंट से हुआ गिरफ्तार।
उमेश यादव, शूटर : अशोक साव से चार लाख रुपये में हत्या की सुपारी ली। गोपाल खेमका को अपार्टमेंट के दरवाजे पर गोली मारी। मालसलामी के घर से आर्म्स, बाईक, कपड़े, मास्क आदि बरामद।
विकास उर्फ राजा, आर्म्स सप्लायर : मालसलामी के रहने वाले विकास को ही पहले मिलनी थी मर्डर की सुपारी। आर्म्स उपलब्ध कराने में भूमिका। पुलिस ने मंगलवार की सुबह किया एनकाउंटर।
DGP ने बताया शूटर तक कैसे पहुंची पुलिस
डीजीपी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गोपाल खेमका मर्डर केस मामले का विस्तृत खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यह मर्डर पूर्व नियोजित साजिश के तहत करायी गयी थी। जिसकी सुपारी बिल्डर अशोक साव ने दी थी। मर्डर के पीछे कारोबारी विवाद और जमीन से जुड़ी रंजिश मुख्य कारण मानी जा रही है।
CCTV से आरोपी तक पहुंची पुलिस
DGP ने बताया कि घटना के बाद पूरे शहर के CCTV फुटेज को खंगाला गया।आरोपी की पहचान कपड़ों और बाइक के जरिए की गयी। जिस इलाके में आरोपी आखिरी बार कैमरे में दिखा,वहां से उसके घर तक का पूरा रूट ट्रेस किया गया। पुलिस जब उमेश यादव के घर पहुंची तो घटना के समय पहने गये कपड़े,जूते और मर्डर में इस्तेमाल किया गया आर्म्स वहीं से बरामद हुआ। उमेश को मौके पर ही अरेस्ट कर लिया गया।
चार लाख की सुपारी, 50 हजार एडवांस
पुलिस पूछताछ के दौरान शूटर उमेश यादव ने खुलासा किया कि बिल्डर अशोक साव ने गोपाल खेमका की मर्डर के लिए उसे सुपारी दी थी। दोनों की मुलाकात नालंदा में एक शादी समारोह में हुई थी,जहां से संबंध शुरू हुआ। उमेश ने अपने ही इलाके के शूटर विकास उर्फ राजा को मर्डर करने को कहा। लेकिन उसने ज्यादा पैसों की डिमांड कर दी। जिसके बाद उमेश ने ही मर्डर करने की बात कही। मर्डर की डील चार लाख रुपये में तय हुई थी,जिसमें से 50 हजार एडवांस दिया गया था। उमेश ने एडवांस के 50 हजार रुपये में से 42 हजार बेटी की फीस में दिए। 
अशोक साव के घर से मिले अहम सुराग
पुलिस ने अशोक साह को अरेस्ट किया, उसके घर से मोबाइल फोन से कई अहम सबूत और जमीन से जुड़े कागजात बरामद हुए हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि खेमका और साव के बीच जमीन और कारोबार को लेकर तीखा विवाद था,जो मर्डर की एक बड़ी वजह बन सकता है।पुलिस की जांच में सामने आया कि गोपाल खेमका और बिल्डर अशोक साह के बीच लंबे समय से व्यावसायिक लेनदेन को लेकर विवाद था। इसी रंजिश में अशोक साह ने सुपारी किलर उमेश उर्फ विजय को हायर किया और गोपाल की मर्डर की साजिश रच डाली। गोपल खेमका को चार जुलाई की रात को उनके ही घर के बाहर गोलियों से भून दिया गया। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य टेक्निकल इनपुट के जरिए शूटर उमेश तक पहुंच बनायी।
शूटर उमेश के पकड़ में आते ही हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस टीम ने आठ जुलाई को शूटर उमेश यादव उर्फ विजय को मालसलामी इलाके से अरेस्ट किया। पुलिस पूछताछ में उसने कबूल किया कि खेमका की हत्या की उसे सुपारी दी गयी थी। उसे एक लाख रुपये एडवांस दिये गये थे। पुलिस को उसके पास से मर्डर में इस्तेमाल पिस्टल,बाइक,80 कारतूस,दो मोबाइल और एक लाख नकद भी बरामद हुआ. उसने बताया कि वह दिल्ली में ‘विजय’ नाम से रहता था और पहचान छिपाकर काम करता था। उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने पटना सिटी के गंगा किनारे इलाके से हथियार भी बरामद किया और आर्म्स सप्लायर की तलाश शुरू की।
आर्म्स सप्लायर विकास उर्फ राजा एनकाउंटर में ढेर
शूटर उमेश के बताए अनुसार पुलिस विकास उर्फ राजा की तलाश में मालसलामी पहुंची। पुलिस मंगलवार तड़के चार बजे जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो विकास ने टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। घटनास्थल से एक पिस्टल, जिंदा गोली और खोखा बरामद हुआ है। विकास उर्फ राजा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ कई मर्डर और इलिगल आर्म्स के मामले पहले से दर्ज थे। वह खुद भी सुपारी किलर रह चुका था।
एसआईटी और STF ने उमेश की सूचना पर कोतवाली पुलिस स्टेशन एरिया के उदयगिरी अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 601 में रेड कर मुख्य साजिशकर्ता अशोक साह को गिरफ्तार किया।पुलिस ने इस फ्लैट से तीन लाख रुपये कैश भी जब्त किये हैं। यह वही फ्लैट है, जिसमें पहले कभी कुख्यात अपराधी अशोक सम्राट और रत्नेश्वर साह जैसे लोग भी रह चुके हैं।
जानकार सोर्सेज के अनुसार, शूटर उमेश एक राजनीतिक दल के MLC का भी करीबी बताया जा रहा है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस ने बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर लिया है। लेकिन इस केस में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है। मर्डर की वजह की जांच अभी जारी
DGP ने कहा कि मर्डर के पीछे के असली कारण को सामने लाने में कुछ और वक्त लग सकता है, क्योंकि इस मामले में कई लोग शामिल हो सकते हैं।  जमीन विवाद से जुड़े गहरे तार निकल रहे हैं। फिलहाल SIT और STF की टीमें सभी संभावित एंगल पर जांच कर रही हैं। पुलिस को शक है कि साजिश में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं।
क्लब में नियमित सदस्यता को लेकर विवाद पटना
गोपाल खेमका मर्डर केस के पीछे जिस अशोक साव को मास्टरमांइड बताया गया है, उसके पास कई लोगों की कुंडली है। रेड में पुलिस के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे हैं। इसमें विवादित जमीनों से जुड़े कई पेपर हाथ लगे हैं। यह बात भी सामने आ रही है कि गोपाल खेमका ने आरोपित अशोक को बांकीपुर क्लब की नियमित सदस्यता नहीं लेने दी थी। यहीं से दोनों लोगों में मनमुटाव शुरू हो गया। मोबाइल की भी जांच की जा रही है।
गोपाल खेमका केस की पूरी टाइमलाइन
चार जुलाई: रात 11:37 बजे चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका की गांधी मैदान के पास कटारूका निवास गेट के सामने कार में गोली मारकर मर्डर कर दी गयी। उन्हें गोली तब मारी गयी, जब वह कार में ड्राइविंग सीट पर बैठे थे और गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। फुटेज में एक शूटर गोली मारते दिखा। परिजन उन्हें कंकड़बाग मेडिवर्सल हॉस्पिटल ले गये। डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। आरोप था, पुलिस डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची।
पांच जुलाई: सुबह छह बजे पोस्टमार्टम हुआ और मौके पर एफएसएल की टीम पहुंची। कई नेता खेमका के घर पहुंचने लगे।सीएम नीतीश कुमार ने मर्डर केस की डीजीपी से जानकारी ली। मर्डर में शामिल क्रिमिनलों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। दोपहर में हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सिटी एसपी के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम का गठन किया गया। दोपहर तीन बजे रेंज आइजी और कमिश्नर ने बेउर जेल में छापेमारी की। वहां चार कुख्यात से पूछताछ हुई। तीन मोबाइल और पेपर पर लिखे कुछ मोबाइल नंबर मिले।एसआइटी जमीन से जुड़े विवाद को खंगालने के लिए हाजीपुर से लेकर फतुहा तक पहुंची। जांच का दायरा बढ़ने पर एसटीएफ की चार टीमें गठित की गईं।
छह जुलाई: पटना के गुलबी घाट पर गोपाल खेमका का अंतिम संस्कार हुआ। दूसरी बार पुलिस की टीम बेउर जेल पहुंची। वहां बंद अपराधी अजय राय से पूछताछ की गई।इधर टेक्निकल टीम को सीसीटीवी फुटेज और एक संदिग्ध नंबर से अहम सुराग मिला। शूटर किस स्कूटी से आया और वारदात के बाद जिस दिशा में गया, देखा गया। फुटेज में दिखे शूटर के हुलिए को पटना सिटी और हाजीपुर में सक्रिय कई क्रिमिनलों को फोटो से मिलाया गया। कई को पुलिस ने कस्टडी में लिया।टेक्निकल टीम को संदिग्ध नंबर मिला, उसका लोकेशन इशारा करने लगा कि शूटर का कनेक्शन पटना सिटी से ही है। यहां से अहम सुराग मिला।सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि शूटर चार जुलाई की रात 11:30 बजे बांकीपुर क्लब के पास दिखा। वहां से वह उनके आवास के गेट के पास आया था।घटना के बाद वह जमाल रोड, बाईपास थाना के सामने मालसलामी देवी स्थान होते हुए गायब हो गया। पुलिस इस इलाके को खंगालने लगी। चौक, मालसलामी और बाईपास थाना क्षेत्र में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया। पता चला चेहरा और हुलिया उमेश यादव से मिल रहा है।
सात जुलाई: एसआइटी ने मालसलामी में दबिश देकर उमेश यादव को दबोचा। उसके घर से घटना में इस्तेमाल बाइक, हेलमेट, कपड़े, मास्क मिले।देर शाम उससे पूछताछ हुई। घटना में संलिप्तता स्वीकार करते हुए हत्या के पीछे मास्टरमाइंड का नाम भी उजागर कर दिया।
शूटर की निशानदेही पर एसटीएफ और एसआइटी की टीम ने कोतवाली थाना क्षेत्र के उदयगिरी अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 601 में छापेमारी की।देर रात दूसरी टीम पटना सिटी से राजा को उठा लिया और एसआइटी ने उदयगिरी अपार्टमेंट से मास्टरमाइंड बिल्डर अशोक साव को दबोच लिया। फ्लैट नंबर 601 की तलाशी लेने पर वहां से एक पिस्टल, 17 गोली, जमीन के कई कागजात बरामद किए। पूछताछ जारी रही।
रात 2:45 बजे मालसलामी के पीरदमड़िया घाट के समीप ईंट-भट्ठे के पास पुलिस से मुठभेड़ में विकास उर्फ राजा ढेर हो गया।