IIT ISM धनबाद के डायरेक्टर सुकुमार मिश्रा बने विज्ञान भारती झारखंड के अध्यक्ष, CUJ के चंद्रशेखर द्विवेदी सचिव

विज्ञान भारती झारखंड की नई टीम घोषित, IIT ISM धनबाद के डायरेक्टर प्रो. सुकुमार मिश्रा अध्यक्ष और सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड के डॉ. चंद्रशेखर द्विवेदी सचिव बने।

IIT ISM धनबाद के डायरेक्टर सुकुमार मिश्रा बने विज्ञान भारती झारखंड के अध्यक्ष, CUJ के चंद्रशेखर द्विवेदी सचिव
विद्यार्थी विज्ञान मंथन के ब्रोशर का लोकार्पण।

धनबाद। विज्ञान भारती झारखंड की जनरल बॉडी मीटिंग CSIR–सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च (CIMFR) धनबाद में संपन्न हुई। मीटिंग में विज्ञान भारती की नयी कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है। 
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विज्ञान भारती झारखंड की नयी टीम में IIT ISM धनबाद के डायरेक्टर प्रो. सुकुमार मिश्रा को अध्यक्ष और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (CUJ) के डॉ. चंद्रशेखर द्विवेदी को सचिव बनाया गया है।विज्ञान भारती झारखंड में उपाध्यक्ष पद पर डॉ जेके पांडे (CSIR–CIMFR), प्रो धीरज कुमार (IIT ISM) एवं डॉ एमपी रॉय (CSIR–CIMFR) निर्वाचित किये गये हैं।  एसके कश्यप संयुक्त सचिव और डॉ रवीन्द्र शेट्टी (BCCL) को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कई सनीयर साइंटिस्ट एवं शिक्षाविदों को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है।
जानकारी के अनुसार, विज्ञान भारती का उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी को भारतीय सांस्कृतिक दृष्टिकोण से जोड़ते हुए देश के विकास में योगदान देना है। संगठन शिक्षा, शोध, नवाचार और जागरूकता के क्षेत्र में कई कार्यक्रम आयोजित करता है।
नव-नियुक्त अध्यक्ष प्रो. सुकुमार मिश्रा ने कहा, "विज्ञान भारती झारखंड की जिम्मेदारी पाना गर्व की बात है। हम विज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए और भी सक्रिय कार्य करेंगे।"
वहीं सचिव पद संभालने वाले डॉ. चंद्रशेखर द्विवेदी ने कहा, "हमारे प्रयास झारखंड में विज्ञान शिक्षा और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहेंगे।"
इस नियुक्ति के साथ संगठन की नई टीम से उम्मीद है कि वह राज्य में विज्ञान के प्रसार, ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी जागरूकता और युवाओं में नवाचार की भावना को मजबूत करने की दिशा में अहम भूमिका निभायेगी।
 विज्ञान भारती झारखंड की आज रविवार को नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया. IIT ISM धनबाद के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा विज्ञान भारती झारखंड के अध्यक्ष निर्वाचित किए गए हैं, जबकि सीयूजे के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ चंद्रशेखर द्विवेदी सचिव निर्वाचित किए गए हैं. मिश्रा विज्ञान भारती झारखंड की जनरल बॉडी मीटिंग CSIR–सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च (CIMFR) धनबाद में संपन्न हुई।.
विद्यार्थी विज्ञान मंथन झारखंड के ब्रोशर का लोकार्पण
विद्यार्थी विज्ञान मंथन (VVM) झारखंड के ब्रोशर का लोकार्पण किया गया। नरेश चाफेकर ने VVM की यात्रा, उसकी वर्तमान संरचना और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से यह पहल देश का सबसे बड़ा छात्र विज्ञान प्रतिभा खोज कार्यक्रम बन चुकी है।  डॉ एनपी शुक्ल ने भारतीय दृष्टिकोण से वैज्ञानिक चिंतन प्रस्तुत करने की आवश्यकता और विज्ञान भारती की भूमिका पर जोर दिया।
प्रसिडेंट बनने पर सुकुमार मिश्रा ने जताया आभार
प्रो सुकुमार मिश्रा ने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने विज्ञान में विश्लेषण एवं नवाचार की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने IIT धनबाद में ऐसे प्रभावी कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया, जो IIT कानपुर में हुए कार्यक्रमों की तरह प्रेरणास्रोत हों। उन्होंने भारतीय ज्ञान प्रणाली के खनन एवं पर्यावरण विज्ञान में योगदान पर बल दिया।
विज्ञान भारती का प्लान
पर्यावरण, खनन एवं ऊर्जा पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन IIT ISM धनबाद एवं CSIR–CIMFR के सहयोग से आयोजित किया जायेगा। एक अन्य विशेष सम्मेलन प्रसिद्ध भूवैज्ञानिक प्रमथा नाथ बोस के विचारों एवं विरासत पर केंद्रित होगा। इसका आयोजन जमशेदपुर और रांची में किया जायेगा। विज्ञान भारती का स्थापना दिवस 21 अक्टूबर को झारखंड के विभिन्न जिलों में विविध गतिविधियों एवं जन-जागरण कार्यक्रमों के साथ मनाया जायेगा।
विज्ञान भारती
विज्ञान भारती (VIBHA) एक राष्ट्रीय आंदोलन है, जो विज्ञान को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के साथ जोड़ते हुए लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य स्वदेशी विज्ञान एवं नवाचार के माध्यम से वैज्ञानिक दृष्टिकोण का निर्माण और राष्ट्र के विकास में योगदान देना है।
मौके पर अखिल भारतीय संगठन मंत्री डॉ शिव कुमार शर्मा, अखिल भारतीय सहसंगठन मंत्री प्रवीण रामदास, विज्ञान भारती के राष्ट्रीय शासी परिषद सदस्य एवं झारखंड प्रभारी डॉ एनपी शुक्ल, राष्ट्रीय शासी परिषद सदस्य एवं राष्ट्रीय संयोजक (पंजीकरण एवं आउटरीच) VVM नरेश चाफेकर उपस्थित थे. इनके अलावा डॉ धीरज कुमार (उपनिदेशक, IIT ISM), डॉ जेके पांडे (मुख्य वैज्ञानिक, CSIR–CIMFR), BCCL, CCL, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड एवं उषा मार्टिन (रांची) से गणमान्य शामिल हुए।