JDU में RCP के करीबियों को किनारा करने में जुटे ललन,सेंट्रल मिनिस्टर ने अभय कुशवाहा को बनाया सेकरेटरी

JDU के नये प्रसिडें ललन सिंह के निशाने पर सेंट्रल मिनिस्टर RCP सिंह के करीबी लोग हैं। आरसीपी के करीबियों को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं RCP अपने लोगों को बचाने में जुट गये हैं। RCP ने अपने खास चहेते टिकारी के एक्स एमएलए व JDU के प्रदेश महासचिव अभय कुशवाहा को एडिशनल प्राइवेट सेकेट्री बना दिया है। JDU अति पिछड़ा सेल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संतोष मेहता को भी आरसीपी सिंह ने असिस्टेंट प्राइवेट सेकेट्री का पद दिया है।

JDU में RCP के करीबियों को किनारा करने में जुटे ललन,सेंट्रल मिनिस्टर ने अभय कुशवाहा को बनाया सेकरेटरी

पटना। JDU के नये प्रसिडें ललन सिंह के निशाने पर सेंट्रल मिनिस्टर RCP सिंह के करीबी लोग हैं। आरसीपी के करीबियों को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं RCP अपने लोगों को बचाने में जुट गये हैं। RCP ने अपने खास चहेते टिकारी के एक्स एमएलए व JDU के प्रदेश महासचिव अभय कुशवाहा को एडिशनल प्राइवेट सेकेट्री बना दिया है। JDU अति पिछड़ा सेल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संतोष मेहता को भी आरसीपी सिंह ने असिस्टेंट प्राइवेट सेकेट्री का पद दिया है।

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यह पहली बार हो रहा है कि कोई एक्स एमएलए किसी सेंट्रल मिनिस्टर का एडिशनल प्राइवेट सेकेट्री बना हो। अभय कुशवाहा RCP सिंह के बेहद करीबी माने जाते हैं। उन्होंने ही 2015 और 2020 विधानसभा में कुशवाहा को टिकट दिलवाया था। युवा JDU का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया था। कुशवाहा 2020 में चुनाव हार गये तो प्रदेश महासचिव बना दिया था।

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RCP 16 अगस्त को सेंट्रल मिनिस्टप बनने के बाद पहली बार पटना पहुंच रहे थे। उनके स्वागत के लिए अभय ने पूरे पटना में पोस्टर लगवाये। पोस्टर में ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की फोटो नहीं लगाई। जब विवाद बढ़ा तो अभय कुशवाहा ने ललन सिंह की फोटो तो लगाई, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा की फोटो नहीं लगाई।उस समय अभय कुशवाहा ने बयान दिया था कि JDU में नीतीश कुमार और RCP सिंह ही नेता है। उपेंद्र कुशवाहा पदधारक हो सकते हैं, लेकिन वो नेता नहीं हो सकते हैं। इसके बाद से नई टीम में अभय कुशवाहा अलग-थलग पड़ गये हैं।