India-Pakistan Conflict : पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा तो करारा जवाब देंगे : भारतीय सेना

भारत और पाकिस्तान के सीजफायर होने के अगले दिन यानी रविवार को भारत की तीनों सेनाओं की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया को दी।

India-Pakistan Conflict : पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा तो करारा जवाब देंगे : भारतीय सेना
संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस ।
  • ऑपरेशन सिंदूर में 40 पाकिस्तानी सैनिक
  • 100 आतंकी मारे गये
  • पाक के सारे ड्रोन तबाह

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के सीजफायर होने के अगले दिन यानी रविवार को भारत की तीनों सेनाओं की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया को दी।

यह भी पढ़ें:Jharkhand : CCL की चंद्रगुप्त प्रोजेक्ट की 417 एकड़ वन भूमि का रिकॉर्ड गायब


 सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि सीजफायर होने के महज तीन घंटे बाद सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमले कर संघर्षविराम तोड़ा। भारत ने सभी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया। भारतीय सेनाओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया कि हमने तीन बड़े आतंकियों समेत 100 से अधिक आतंकी मारे। साथ पाकिस्तान को चेतावनी भी दी। 
तीन बड़े समेत 100 आतंकिया का खात्मा
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया,  आप सभी को पता है कि पहलगाम आतंकी अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों की हत्या की गई थी। ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और आतंकवाद के साजिशकर्ताओं का मारने और आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर में हमने सीमा पार आतंकी ठिकानों को पहचाना। ये एक बड़ी मुश्किल थी, क्योंकि हमारे एक्शन का डर से कई ठिकाने पहले ही खाली करवा दिये गये थे। इसके बावजूद हमने तीन बड़े आतंकवादी मुदस्सर खास, हाफिज जमील और युसुफ अजहर समेत 100 से ज्यादा आतंकियों को मारा। ये आतंकी पुलवामा अटैक और IC 814 हाइजैक में शामिल थे।सेना ने राफेल के पाकिस्तान में मार गिराने के सवाल पर कहा, 'हम अभी भी युद्ध के हालत में हैं। इस पर कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि हम उन्हें किसी तरह का फायदा देना नहीं चाहते।'
सीमा पार नौ ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराये
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ।' ऑपरेशन सिंदूर के तहत सात मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार नौ ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराये। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल तीन बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। सात मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया।इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गये।पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया
बॉर्डर और LoC पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया।एयरमार्शल भारती ने बताया कि हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप पर हवा से सतह पर मार करने वाली चार टारगेटेड मिसाइल से हमला किया और उसे न्यूट्रलाइज्ड किया। 
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन दो टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। सात मई की शाम UAV और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से तीन लैंड कर पाये, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आतंकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया।
हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो
एयर मार्शल भारती ने कहा- हमने 7 मई की रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। आठ-नौ  मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं। श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किया। उन्होंने जो टारगेट चुने थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस रडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किये गये थे।
जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में हमला किया
उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। एयरबेस और पोस्ट पर उनके लगातार हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो।हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस पर हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जायेगा।हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया, लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं। हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे।
संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे
नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे। मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ से दोपहर 3.30 बजे बातचीत हुई। जिसमें तय हुआ कि सात बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की।हमने उन्हें मैसेज भेजा कि हम पर किए गए हमले का जवाब हमने दिया है। अगर आज रात भी ऐसा किया तो हम जवाब देंगे। इसके बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे।ऑपरेशन सिंदूर: सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमले 
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने स्पष्ट किया कि हमने पहलगाम आतंकी हमले को बाद ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों को ठिकानों को ही तबाह किया है। एजेंसियों के जरिए आतंकी ठिकानों की पहचान की। इनमें मुरीदके लश्कर का मुख्यालय भी शामिल था। ताज हमले के मुख्य आरोपी अजमल कसाब और डेविड हेडली यहीं ट्रेनिंग ली थी। हमने पाकिस्तानी सेना, नागरिक अथवा किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर हमला नहीं किया।
पाकिस्तान में नौ आतंकी कैंप तबाह किये
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्होंने हमारे पास कोई और रास्ता नहीं छोड़ा था। इसके बाद बहुत सोच-समझकर टारगेट का चयन किया था। नौ में से छह टारगेट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और तीन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। आतंकी कैंप हमने एयर टू सरफेस तरीके इनको टारगेट किया ताकि कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके।
पाकिस्तान ने किया ड्रोन और UAV से हमला
एयर मार्शल भारती ने बताया कि 7 मई की रात सीमा पार से यूीएवी और ड्रोन से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान के कई शहरों पर हमले किए किए। ड्रोन और UAV की लहर सी आई। एयर डिफेंस सिस्टम से हमारे ट्रेंड क्रू ने सबको हवा में खत्म कर दिया। सिर्फ तीन लैंड कर पाए। हालांकि, इसमें हमें नुकसान नहीं हुआ।एयर मार्शल भारती के मुताबिक, उसी रात हमने जवाबी कार्रवाई में उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह मैसेज देना चाहते थे कि उनके सैन्य ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे।
पाकिस्तान एयरबेस और एयर कमांड सिस्टम तबाह किया
एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि  8 और 9 मई की शाम से ही भारत के कई सीमावर्ती शहरों पर ड्रोन और मानवरहित हवाई विमान से बड़े पैमाने पर हमला हुआ। ये हमले श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक हुए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी और फलौदी को निशाना बनाया।पाकिस्तान की ओर से एयरबेस, चेक पोस्ट, एयरपोर्ट, गुरुद्वारा और यूनिवर्सिटी समेत कई सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया। हम तैयार थे। हमारी हवाई रक्षा तैयारियों से सुनिश्चित हुआ किया कि जमीन पर दुश्मन द्वारा टारगेट किए गए किसी भी ठिकाने को नुकसान न पहुंचे। उनके लगातार हमलों से हमारी जमीन पर कोई नुकसान नहीं हुआ।
जवाबी कार्रवाई में नागरिक विमानों सेफ्टी का रखा ख्याल 
एयर मार्शल भारती कहा कि फिर हमने जवाबी कार्रवाई में वहां अटैक किया, जहां दुश्मन को सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम और मिलिट्री एयरबेस को टारगेट किया। चकलाला, रफीकी और रहरयार खान में अटैक किया। हमने एक बार लाहौर और गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, निगरानी रडार साइटों को निशाना बनाया।उन्होंने बताया कि ड्रोन हमले सुबह तक होते रहे, जिनका हमने मुकाबला किया। ये ड्रोन हमले लाहौर के नजदीक कहीं से किए जा रहे थे। हमारा सीमावर्ती एयरस्पेस बंद था, जबकि दुश्मन ने अपने नागरिक विमानों को भी लाहौर से उड़ान भरने की अनुमति दी थी, न केवल उनके अपने विमान बल्कि अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान भी उड़ान भर रहे थे। इसलिए हमने नागरिक विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए संतुलित और संयमित प्रतिकिया दी।हमने उनको साफ-साफ बता दिया कि आक्रामकता को न माफ किया जाएगा न बर्दाशत। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को तबाह करने की  क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे दुश्मन आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें।
40 पाकिस्तानी जवान मारे गये
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कुछ हवाई क्षेत्रों और डंपों पर हवा से बार-बार हमले हुए। सभी को विफल कर दिया गया। घई ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं।
गड़बडी की तो खैर नहीं..  
एयर मार्शल भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिर स्पष्ट किया किया कि हमारी लड़ाई पाकिस्तानी सेना या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई सिर्फ आतंकवादियों से है। हमने सिर्फ आतंकवादियों को ही निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने ड्रोन और यूएवी से अटैक किया।इसके बाद हमारे पास उनको जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। हम उनको मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखते हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की। हम अपनी तैयारी परख रहे थे। नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना पर लगातार निगरानी रखी। हम उनकी हर एक लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे। इसलिए कोई गलती न करें।
सीजफायर तोड़ा तो छोड़ेंगे नहीं… 
भारतीय डीजीएमओ ने कहा कि हमने सेना को अलर्ट कर दिया है ऐसी किसी भी हरकत का वो तत्काल मुंहतोड़ जवाब दें.  DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि इसके अलावा पाकिस्तान को भारत ने हॉटलाइन संदेश भेजकर भी घटना की जानकारी दी। साथ ही कहा कि अगर यह फिर होता है तो भारत भी कड़ी कार्रवाई करेगा।
पाकिस्तान के DGMO को भेजा गया है हॉटलाइन संदेश
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान की ओर से शनिवार को सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने क्रॉस बॉर्डर फायरिंग की और ड्रोन आक्रमण किया। हालाकि भारतीय सेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने इसका कड़ा जवाब दिया। इसके अलावा पाकिस्तान के डीजीएमओ को हमने एक हॉटलाइन संदेश भी भेजा। संदेश में हमलने इन उल्लंघनों की स्पष्ट रूप से जानकारी दी। हमले पाकिस्तान को चेताया कि भविष्य में इस तरह के सीजफायर उल्लंघनों का भारत माकूल जवाब देगा।
पहलगाम हमले के 96 घंटे के भीतर अटैक के लिए तैयार थी नौसेना
वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों की ओर से निर्दोष पर्यटकों पर किए गए कायराना हमलों के बाद भारतीय नौसेना के वाहक युद्ध समूह, सतही बल, पनडुब्बियों और विमान पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार थे। हमारे बल उत्तरी अरब सागर में निर्णायक और निवारक मुद्रा में पूरी तत्परता और क्षमता के साथ तैनात थे। एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना की ताकतवर मौजूदगी ने पाकिस्तान को उसकी नौसेना और वायुसेना को बंदरगाहों और तटीय इलाकों तक ही सिमट कर रहने पर मजबूर कर दिया।
96 घंटों में नौसेना हो गई थी पूरी तरह तैयार 
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि हमने आतंकवादी हमले के 96 घंटे के भीतर अरब सागर में कई हथियारों की फायरिंग के दौरान समुद्र में रणनीति और प्रक्रियाओं का परीक्षण और परिशोधन किया। हमारे बल उत्तरी अरब सागर में निर्णायक और निवारक मुद्रा में पूरी तत्परता और क्षमता के साथ तैनात रहे, ताकि हम अपने चुने हुए समय पर कराची सहित समुद्र और जमीन पर चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला कर सकें।
पाकिस्तान को किया मजबूर
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना की तत्काल तैनाती ने पाकिस्तानी नौसेना और वायु सेना को काबू कर दिया। उन्हें बंदरगाहों के अंदर या तट के बहुत करीब रहने पर मजबूर कर दिया। वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि हमारी पाकिस्तान की गतिविधियों पर पूरी तरह से थी। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिक्रिया पहले दिन से ही संतुलित, आनुपातिक, गैर-उग्र और जिम्मेदार रही। भारतीय नौसेना पाकिस्तान के किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का निर्णायक रूप से जवाब देने के लिए तैयार थी।
कराची पर हमले की थी तैयारी
वाइस एडमिरल प्रमोद ने बताया कि हमने ऐसे ठिकानों को लक्ष्य बनाने की तैयारी कर रखी थी, जिन पर ज़रूरत पड़ने पर हमला किया जा सके. जिनमें कराची भी शामिल था। प्रेस कांफ्रेस में उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना अभी भी समुद्र में पूरी ताकत के साथ डटी हुई है। दुश्मनों की किसी भी शत्रुतापूर्ण हरकत का बेहद कठोर तरीके से जवाब देने के लिए तैयार है।