झारखंड: गुमला में नक्सली जोनल कमांडर माठू लोहरा अरेस्ट, पिस्तौल और गोली बरामद
गुमला पुलिस ने भाकपा माओवादी जोनल कमांडर माठू लोहरा को अरसेट् किया है। लोहरा के पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोली बरामद किया है।
- चैनपुर पुलिस स्टेशन हमलाकांड में था शामिल
गुमला। पुलिस ने भाकपा माओवादी जोनल कमांडर माठू लोहरा को अरसेट् किया है। लोहरा के पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोली बरामद किया है।
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पुलिस ने बिशुनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के मुंदार गांव से भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया के सिरसी गांव निवासी माठू लोहरा उर्फ कमलेश लोहरा उर्फ कमलेश तिर्की को दबोचा है। माठू जंगल से निकलकर रोड में पैदल कहीं जा रहा था। पुलिस सुनसान जगह पर एक व्यक्ति को देखकर उसका पीछा किया तो माठू जंगल में घुस भागने लगा। पुलिस ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से पुलिस को एक पिस्तौल और गोली मिली।
माठू अरविंद का बॉडीगार्ड रह चुका है माठू
गुमला के एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि माठू लोहरा भाकपा माओवादी का बड़ा नक्सली है। वह भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता अरविंद का बॉडीगार्ड रह चुका है। अरविंद के मारे जाने के बाद वह JJMP में शामिल हो गया था। माठू का घर सिरसी गांव है। वर्तमान में वह बक्सीडीपा लोहरदगा में रहता है। एएसपी ने बताया कि माठू को कार्यक्षेत्र कुरूमगढ़ इलाके में था, लेकिन वह कुरूमगढ़ से बिशुनपुर होते हुए लोहरदगा जा रहा था. तभी वह पकड़ा गया।
2009 में माओवादी संगठन में शामिल हुआ था माठू
बिशुनपुर पुलिस की पूछताछ में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर माठू लोहरा ने बताया कि वर्ष 2009 में गांव के एरिया कमांडर जोसेफ एक्का ने अच्छा पैसा का लालच देकर संगठन में शामिल कराया। वह भाकपा माओवादी से जुड़कर लेवी का पैसा ठेकेदारों से लेकर संगठन तक पहुंचाने व पार्टी के लिए जरूरी समानों को पहुंचाने का काम करने लगा। इसके बाद करीब एक वर्ष बाद भाकपा माओवादी के अरविंद जी के साथ लातेहार एरिया में बॉडीगार्ड के रूप में रहने लगा।
चैनपुर पुलिस स्टेशन पर हमले में शामिल था माठू
माठऊ को वर्ष 2011 में अरविंद जी ने जोसेफ एक्का के साथ गुमला क्षेत्र में काम करने के लिए भेजा। यहां चैनपुर क्षेत्र में एरिया कमांडर के रूप में काम करने लगा। वह अपने दस्ता के साथ छोटे-बड़े घटना का अंजाम देने लगा। वर्ष 2010 में गुरदरी थाना अंतर्गत में बाक्साइड ट्रक को उड़ाने में जोसेफ एक्का, सचिन (अम्बाकोना), दिलबर, पवन, विश्वनाथ प्रसाद (चैनपुर), कंचन (टोटो), रंथ, बबलू उरांव (कुरुमगढ़) शामिल था। वर्ष 2013 में चैनपुर पुलिस स्टेशन पर हमले में बुद्धेश्वर उरांव के दस्ता के साथ माठू भी शामिल था। वर्ष 2013 में ग्राम सिविल में बुद्धेश्वर उरांव एवं अशोक जी के दस्ता के साथ पुलिस के साथ एनकाउंटर में भी शामिल था।
2014 में JJMP में हुआ था शामिल
भाकपा माओवादी के सुकरा उरांव, अजित उरांव और बीरु उरांव के साथ माठू वर्ष 2014 में भाकपा माओवादी संगठन से भागकर JJMP उग्रवादी संगठन के राजेंद्र उरांव एवं मंजित साहू के दस्ता में शामिल हो गया। वर्ष 2021 में डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया नवगई के बगल जोभला गांव में गाड़ी तोड़-फोड़ एवं मारपीट करने में भी माठू शामिल था।