Jharkhand: 1000 Crore Illegal Mining Case: ED ने पुलिस हेडक्वार्टर से मांगा तीन DSP की संपत्ति का ब्यौरा
झारखंड के संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लांड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी ने एरिया में पोस्टेड रहे तीन डीएसपी की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी है। ईडी ने पुलिस हेडक्वार्टर को पत्र लिखकर अधिकृत रूप से घोषित संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।
- पंकज मिश्रा के रह चुके हैं करीबी
- इलिगल माइनिंग में पंकज मिश्रा के सहयोग से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित की
रांची। झारखंड के संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लांड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी ने एरिया में पोस्टेड रहे तीन डीएसपी की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी है। ईडी ने पुलिस हेडक्वार्टर को पत्र लिखकर अधिकृत रूप से घोषित संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।
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पुलिस हेडक्वार्टर से मिले ब्यौरे से ईडी के अफसर अपनी जांच में सामने आई संपत्ति के ब्यौरे से मिलान करेंगे। ईडी को शक है कि तीनों ही डीएसपी सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगी थे। इलिगल माइनिंग में तीनों ही डीएसपी ने पंकज मिश्रा के सहयोग से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित की है।
डीएसपी राजेंद्र दुबे से ईडी कर चुकी है पूछताछ
साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे से विगत वर्ष नौ दिसंबर को ईडी के अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं। राजेंद्र दुबे को पंकज मिश्रा का खास अफसर बताया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पंकज मिश्रा के न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत रहते हुए कई बार मुलाकात की और फोन पर भी बातचीत की।ईडी के गवाहों को पंकज मिश्रा के कहने पर जेल भेजा। पंकज मिश्रा के कहने पर राजेंद्र दुबे ने उन्हें व उनके सहयोगियों को कई कांडों में नियम विरुद्ध जाकर मदद की। ईडी की पूछताछ में राजेंद्र दुबे कुछ मामलों में अपनी गलतियां स्वीकार कर चुके हैं। उन्हें अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए ईडी ने कहा था, अब पुलिस हेडक्वार्टर से भी ईडी ने मांगा है।
ईडी के सामने नहीं आ रहे डीएसपी पीके मिश्रा
बड़हरवा के तत्कालीन डीएसपी रहे प्रमोद कुमार मिश्रा ईडी के दो समन पर भी जांच एजेंसी के सामने नहीं पहुंचे। उन्हें ईडी ने तीसरा समन कर आगामी छह मार्च को ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया है। डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने बड़हरवा टेंडर विवाद, मारपीट व धमकी मामले के दो मुख्य आरोपित मंत्री आलमगीर आलम व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को महज 24 घंटे के भीतर बिना ठोस जांच के ही क्लीन चिट दे दी थी। ईडी ने पुलिस की कई खामियों को पकड़ा और इसी मामले में उनका बयान लेना चाहती है। हाई कोर्ट ने पीके मिश्रा निर्देश दिया है कि छह मार्च को ईडी के समक्ष पूछताछ में हाजिर होते हैं डीएसपी पीके मिश्रा व एएसआइ सरफुद्दीन खान की गिरफ्तारी नहीं होगी।
एक्स डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी पर संगीन आरोप
साहिबगंज के एक्स डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी पर आरोप है कि वह पंकज मिश्रा के इशारे पर साहिबगंज क्षेत्र में पुलिसिंग करते थे। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि ज्यूडिशियल कस्टडी में रिम्स में इलाजरत रहते हुए पंकज मिश्रा से डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी ने भी मुलाकात की है। उन पर पंकज मिश्रा के साथ मिलकर इलिगल माइनिंग से अवैध संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है। इस बिंदु पर ईडी की जांच चल रही है। अब ईडी ने उन्हें भी समन कर 13 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है।