झारखंड: दुमका में पाइप चुराने वाले बंगाल-बिहार के 11 क्रिमिनल अरेस्ट
झारखंड की उपराजधानी दुमका में नल से जल घर तक पहुंचाने के लिए दिग्धी मेडिकल कालेज के समीप रखा लगभग 20 लाख का पाइप उठाकर भाग रहे 11 क्रिमिनलों को यूनिवर्सिटी ओपी की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इन क्रिमिनलों ने मौके पर दो गार्ड को बंधक बनाकर डकैती को अंजाम देने दिया था। पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद सभी क्रिमिनलों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है।
दुमका। झारखंड की उपराजधानी दुमका में नल से जल घर तक पहुंचाने के लिए दिग्धी मेडिकल कालेज के समीप रखा लगभग 20 लाख का पाइप उठाकर भाग रहे 11 क्रिमिनलों को यूनिवर्सिटी ओपी की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इन क्रिमिनलों ने मौके पर दो गार्ड को बंधक बनाकर डकैती को अंजाम देने दिया था। पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद सभी क्रिमिनलों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है।
यह भी पढ़ें:बिहार: RJD ने मोकामा से अनंत सिंह की वाइफ नीलम देवी व गोपालगंज से मोहन गुप्ता कैंडिडेट बनाया
एसपी अंबर लकड़ा ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि पुलिस ने दो ट्रक व 11 मोबाइल जब्त किया गया है। पकड़े गये आरोपित पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और एक बिहार के सिवान का रहनेवाला है। गैंग का सरगना पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पाइप लूटपाट मामले में मेसर्स दारोगा प्रधान कंपनी के साइड मैनेजर सुंदर सहगल के बयान पर डकैती का मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि प्रधान कंपनी शहर व ग्रामीण इलाकों में पानी का पाइप बिछाने का काम कर रही है। मेडिकल कालेज के समीप लाखों का पाइप रखा गया है। दो ट्रक में सवार लगभग एक दर्जन लोग सोमवार की दोपहर बाद पहुंचे। सभी ने पाइप की सुरक्षा में तैनात गार्ड राहुल राय और अमित राय को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की। मोबाइल छीनने के बाद करीब तीन सौ पीस पाइप ट्रक में लाद लिया। भागते समय क्रिमिनलों ने दोनों गार्ड को बंधक मुक्त भी कर दिया।
गार्ड ने डकैती की सूचना यूनिवर्सिटी ओपी प्रभारी सब इंस्पेक्टर आकृष्ट अमन को दी। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर उक्त मामले तुरंत कार्रवाई शुरू की गई। गार्ड से पता चला कि क्रिमिनल शिकारीपाड़ा की ओर भागने की बात कर रहे थे। इधर से यूनिवर्सिटी ओपी प्रभारी और उधर से शिकारीपाड़ा पुलिस स्टेशन की पुलिस सक्रिय हुई। सरसडंगाल के समीप पुलिस को देखकर सभी ट्रक छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने काफी दूर तक पीछा कर 11 को दबोच लिया। जबकि गैंग का मुख्य सरगना भागने में सफल रहा।
पुलिस ने जियारूल शेख, नूतनदेवपुर, कुरबान अली, नौशारा, समाउल शेख व सुजारूल इस्लाम, बेनीपुर, महबूब शेख, हसनुपुर, आलमदा शेख, बेनी (सभी थाना रानीतल्ला, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद), गुलाब शेख व आलमगीर हुसैन, चरबाबुपुर, डामिल शेख, भगवानटोला, अरूप मल्लिक, जंगीपाड़ा(सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला के ) व कृष्णा शर्मा (बडकी निकतीतल्ला, थाना रघुनाथपुर, बिहार,सिवान जिला) को अरेस्ट किया है। अपराधियों ने कांड को अंजाम देने के लिए जो दो भुजाली का इस्तेमाल किया था, उसे मेडिकल कालेज के समीप एक गडढे से बरामद कर लिया गया। दो ट्रक के साथ 11 मोबाइल भी जब्त किये गये हैं।
काम कराने वाली कंपनी को बेच देते थे पाइप
एसपी ने बताया कि डकैती से पहले ही पाइप खरीददार को तैयार कर लेते थे। ज्यादातर पाइप उन लोगों को बेचते थे, जो पानी का पाइप बिछाने का काम करते थे। चोरी के बाद पाइप को उन लोगों को सस्ते दाम में बेच दिया करते थे। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि किन लोगों को चोरी का पाइप बेचा जाता था। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार डकैत दुमका की बजाए बंगाल में ही वारदात को अंजाम दिया करते थे। कई का क्रिमिनल रिकार्ड भी है। मुर्शिदाबाद पुलिस से संपर्क कर इन सभी का क्रिमिनल रिकार्ड खंगाला जा रहा है। अभी बहुत पूछताछ बाकी है। सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। बंगाल पुलिस भी पूछताछ करेगी।
सरकारी सामान की ही करते हैं चोरी
एसपी ने बताया कि पूछताछ में सभी ने स्वीकार किया है कि आप्टीकल केबल, टीवी वायर, बिजली तार, रेलवे का सामान आदि की चोरी करते थे। अक्सर कंपनियां सारा सामान का ढेर लगाने के बाद निश्चिंत हो जाती हैं। ये लोग इसी का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम देते थे। बंगाल में कई वारदात को अंजाम भी दिया है। प्रेस कांफ्रेस में एसपी के साथ एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, शिवेंद्र ठाकुर, इंस्पेक्टर उमेश राम व थाना प्रभारी आकृस्ट अमन उपस्थित थे।