झारखंड: Fire Services में  एसपी रैंक के पोस्ट पर डेढ़ साल से जमे थे ASI..., आज हो गये रिटायर

झारखंड का अग्निशमन विभाग में डेढ़ साल से एक ASI रैंक के अफसर बंधू उरांव वर्ष 2019 एक सितंबर  से प्रभारी राज्य अग्निशमन पदाधिकारी बने हुए थे। वह भी 31 जनवरी रविवार को रिटायर हो गये। 

झारखंड: Fire Services में  एसपी रैंक के पोस्ट पर डेढ़ साल से जमे थे ASI..., आज हो गये रिटायर
  • ASI रैंक के अफसर बंधू उरांव एक सितंबर 2019 से प्रभारी राज्य अग्निशमन पदाधिकारी बने हुए थे

रांची। झारखंड का अग्निशमन विभाग में डेढ़ साल से एक ASI रैंक के अफसर बंधू उरांव वर्ष 2019 एक सितंबर  से प्रभारी राज्य अग्निशमन पदाधिकारी बने हुए थे। वह भी 31 जनवरी रविवार को रिटायर हो गये। 
स्टेट अग्निशमन पदाधिकारी का पद एसपी रैंक के समतुल्य होता है। इस पद के लायक अग्निशमन विभाग में एक भी अफसर नहीं हैं। राज्य अग्निशमन विभाग में एक भी एसआइ रैंक का अफसर नहीं है।स्टेट में फायर स्टेशन अफसर का 44 पद सृजित है। इसपर एसआइ रैंक के समतुल्य अफसर का पदस्थापन होता है। लेकिन राज्य में अब इस रैंक का एक भी अफसर नहीं है। राज्य में एक भी अफसर स्टेट अग्निशमन पदाधिकारी के योग्य नहीं है। वर्तमान में राज्य में न तो अपर राज्य अग्निशमन पदाधिकारी हैं, न प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी और न ही सहायक प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी हैं। 

अग्निशमन विभाग की स्थिति

राज्य अग्निशमन पदाधिकारी : एक पद (रिक्त है। सीधी बहाली से नियुक्ति होनी है)।
अपर राज्य अग्निशमन पदाधिकारी : दो पद (रिक्त है। प्रोन्नति के माध्यम से बहाली होनी है)।
प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी : छह पद (रिक्त है। तीन पद सीधी बहाली से, तीन प्रोन्नति से भरे जाने हैं)। तीन पद पर बहाली के लिए जेपीएससी को प्रस्ताव गया है।
सहायक प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी : 12 पद (रिक्त है। प्रोन्नति के माध्यम से बहाली होनी है)।
फायर स्टेशन अफसर : 44 पद (सभी पद रिक्त। 33 पद सीधी नियुक्ति से, 11 पद प्रोन्नति से भरे जायेंगे।)। इसमें 33 पद पर सीधी नियुक्ति के लिए कर्मचारी चयन आयोग को प्रोपोजल भेजा गया है।

फायर इंजीनियरिंग और इसके समकक्ष का एक भी अधिकारी नहीं, पांच पद पर रहना अनिवार्य

अग्निशमन विभाग में पांच पद पर तकनीकी रूप से दक्ष पदाधिकारियों का पद सृजित है। वर्तमान में ये पांच पद भी रिक्त पड़े हुए हैं। इस पद पर फायर इंजीनियरिंग और इसके समकक्ष योग्यता वाले को ही रखने का नियम है। आपात स्थिति में तकनीकी रूप से दक्ष पदाधिकारी का नहीं होना संकट उत्पन्न कर सकता है। 

अग्निशमन विभाग के डीजी हैं एमवी राव

राज्य अग्निशमन विभाग के डीजी एमवी राव हैं। एमवी राव के पास झारखंड पुलिस के डीजीपी का भी एडीशनल चार्ज है। डीजीपी के प्रभार में रहने के का्रण वह अग्निशमन मुख्यालय को सुदृढ़ करने की दिशा में अपना पूरा समय नहीं दे पाते हैं। अग्निशमन मुख्यालय में  एक डीआइजी ही महत्वपूर्ण फाइलों को निपटाते हैं।