झारखंड: कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे के खिलाफ कंपलेन, रामा खलकों ने लगाया अभद्र भाषा प्रयोग करने का आरोप
झारखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। संगठन में एक बड़ा तबका प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं। चारों कार्यकारी अध्यक्षों के साथ स्टेट प्रसिडेंट का तालमेल नहीं है। आरोप है स्टेट प्रसिडेंट खुद द्वारा मनोनित चार प्रवक्ताओं के भरोसे चल रहे हैं।
- स्टेट कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर, बदले जा सकतें हैं स्टेट प्रसिडेंट
- डा अजय, गीता कोड़ाव नमन विक्सल कोंगारी रेस में
- वर्तमान कार्यकारी अध्यक्षों से स्टेट प्रसिडेंट का छत्तीस का रिश्ता
- रामेश्वर उरांव के करीबी चारों प्रवक्ताओं के खिलाफ मोरचाबंदी
रांची। झारखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। संगठन में एक बड़ा तबका प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं। चारों कार्यकारी अध्यक्षों के साथ स्टेट प्रसिडेंट का तालमेल नहीं है। आरोप है स्टेट प्रसिडेंट खुद द्वारा मनोनित चार प्रवक्ताओं के भरोसे चल रहे हैं।
ताजा मामला है कि रांची की पूर्व मेयर और कांग्रेस लीडर रमा खलखो ने स्टेट प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने की कंपलेन की है। खलकों ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव और प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह से लिखित कंपलेन की है। इस मामले में शिकायत के आधार पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। शिकायत के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष के बुलावे पर आयोजित बैठक से लौट रहीं रमा खलखो की आलोक दूबे से बकझक हुई।
आरोप है कि दूबे कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की। ऐसे शब्दों का प्रयोग किया, जिसे आम तौर पर एक महिला के सामने नहीं बोला जाता है। इस मामले रमा खलखो ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह को भी कंपलेन भेजी है।
बदले जा सकते हैं स्टेट प्रसिडेंट
झारखंड कांग्रेस प्रसिडेंट रामेश्वर उरांव गठबंधन की सरकार में वित्त मंत्री भी है। उनके पास खाद्य आपूर्ति विभाग भी है। वह संगठन के लिए समय नहीं दे पा रहे हैं। एक व्यक्ति एक पद के आधआर पर उन्हेंबदला जा सकता है। रामेश्वर उरांव के बाद कौन इसे लेकर किचकिच हो रही है। चाईबासा एमपी गीता कोड़ा, डा अजय कुमार, सुबोध कांत सहाय, एमएलए नमन विक्स कोंगारी का भी नाम चल रहा है। पार्टी अलाकमान की पसंद डाय अजय कुमार बताये जा रहे हैं। संभावना है कि खरमास से पहले झारखंड में नये स्टेट प्रसिडेंट की नियुक्ति कर दी जायेगी।