झारखंड: एक्स सीएम रघुवर दास की बढ़ेंगी मुश्किलें! टीशर्ट-टॉफी वितरण गड़बड़ी मामले में PE दर्ज
झारखंड स्थापना दिवस समारोह 2016 में टी-शर्ट और टॉफी वितरण में हुई अनियमितता के मामले में एसीबी ने प्रीलिमिनरी इंक्वायरी (पीई) दर्ज कर ली गई है। इसकी जांच की जिम्मेदारी डीएसपी लेवल को दी गई है। सीएम हेमंत सोरेन ने तीन फरवरी को ही इससे जुड़े प्रोपोजल को स्वीकृति दे दी थी। एमएलए सरयू राय की कंपलेन पर मामले में सरकार ने एसीबी जांच के आदेश दिये थे।
रांची। झारखंड स्थापना दिवस समारोह 2016 में टी-शर्ट और टॉफी वितरण में हुई अनियमितता के मामले में एसीबी ने प्रीलिमिनरी इंक्वायरी (पीई) दर्ज कर ली गई है। इसकी जांच की जिम्मेदारी डीएसपी लेवल को दी गई है। सीएम हेमंत सोरेन ने तीन फरवरी को ही इससे जुड़े प्रोपोजल को स्वीकृति दे दी थी। एमएलए सरयू राय की कंपलेन पर मामले में सरकार ने एसीबी जांच के आदेश दिये थे।
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तत्कालीन सीएम रघुवर दास के कार्यकाल में 13 से 15 नवंबर 2016 के दौरान झारखंड स्थापना दिवस पर आयोजित मुख्य समारोह के लिए सामग्री खरीद व सांस्कृतिक कार्यक्रम में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। एमएलए सरयू राय ने चार जुलाई 2021 को सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर एक्स सीएम रघुवर दास पर सुनियोजित साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि समारोह की आड़ में सरकारी धन से निजी कार्यक्रम में हुए खर्च का भुगतान कराया गया।
सरयू राय ने इसे राज्य को बदनाम करने वाला घोटाला बताते हुए पूरे मामले की एसीबी या सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सीबीआई से जांच इसलिए कराई जा सकती है क्योंकि टीशर्ट की खरीद का मामला दो राज्यों झारखंड व पंजाब से जुड़ा है। हालांकि एसीबी ने पीई में किसी को नेम्ड आरोपी नहीं बनाया है।
पांच लाख बच्चों में एक ही दिन में बांटा गया
सरयू राय के आरोप के अनुसार तत्कालीन सरकार ने समय अभाव की बात कह कर स्थापना दिवस समारोह 2016 की सुबह प्रभात फेरी में शामिल होने वाले बच्चों को देने के लिए टीशर्ट व टॉफी बिना टेंडर निकाले मनोनयन के आधार पर खरीदा था। एजी की ओर से हाईकोर्ट को बताया जा चुका है कि टीशर्ट और टॉफी वितरण में गड़बड़ी हुई है। सरकार ने पांच लाख स्कूली बच्चों के बीच टॉफी और टीशर्ट का वितरण एक ही दिन में कर दिया था। एक दिन में इतने बच्चों को टीशर्ट का वितरण करना संभव नहीं है।
आरोप के अनुसार जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित लाला इंटरप्राइजेज से टॉफी की खरीद हुई। बताया गया है कि टीशर्ट कुड़ु फैब्रिक्स लुधियाना से जमशेदपुर के स्थानीय एजेंट के माध्यम से खरीदी गई थी। लेकिन टीशर्ट लुधियाना से रांची, जमशेदपुर, धनबाद सड़क मार्ग से पहुंची या रेल मार्ग से इसकी सूचना सरकार को नहीं है।रोड परमिट भी नहीं दिया गया है। इसके बावजूद भुगतान पूरा हो गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि वर्ष 2016-17 में लाला इंटरप्राइजेज ने न तो टॉफी खरीदा और न ही बेचा, लेकिन एक साजिश के तहत सरकार से 35 लाख रुपये का चेक ले लिया और उसपर बिक्री कर का लगभग चार लाख रुपये भुगतान भी कर दिया। वाणिज्यकर विभाग ने बाद में लाला इंटरप्राइेज पर 17 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी लगाया।
रांची डीसी ऑफिस के आदेश पर हुई थी खरीद
स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए टीशर्ट और टॉफी की खरीद रांची डीसी ऑफिस के आदेश पर की गई थी। पैसे का भुगतान भी डीसी ऑफिस य के द्वारा भी किया गया था। राज्य सरकार ने विधानसभा में इस संबंध में जानकारी दी थी।