Jharkhand: गिरिडीह में पांच करोड़ कैश की लूट, पटना से कोलकाता भेजी जा रही थी रकम
झारखंड के गिरिडीह जिला के जमुआ पुलिस स्टेशन एरिया अंतगर्त बाटी में पांच करोड़ रुपये कैश लूट ली गयी है। करोड़ों रुपये कैश एसयूवी में बने बॉक्स में रखकर पटना से कोलकाता ले जाया जा रहा था।
- पुलिस को हवाला कारोबार का शक
गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह जिला के जमुआ पुलिस स्टेशन एरिया अंतगर्त बाटी में पांच करोड़ रुपये कैश लूट ली गयी है। करोड़ों रुपये कैश एसयूवी में बने बॉक्स में रखकर पटना से कोलकाता ले जाया जा रहा था।
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21 जून की देर रात घटी घटना के संबंध में गुजरात निवासी मयूर सिंह ने एफआइआर दर्ज करायी है। पुलिस मामले की गोपनीय तरीके से जांच कर रही है. लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। मामले में पुलिस की ओर से इनकम टैक्स को सूचना दी गयी है। पुलिस को प्रथम दृष्ट्या हवाला कारोबार का मामला लग रहा है। पुलिस इस संबंध में कुछ लोगों से पूछताछ की है।
पटना से 20 जून को कोलकाता के लिए निकले
मयूर सिंह का कहना है कि वह गुजरात में एक टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है। उसकी पहचान गोविंद सिंह सोलंकी नामक व्यक्ति से हुई। उसने अच्छा काम दिलाने का भरोसा दिलाया. बाद में गोविंद सिंह ने उसे गुजरात से दिल्ली और फिर दिल्ली से कानपुर जाने को कहा। वह कानपुर पहुंचा तो वहां करण भाई नामक व्यक्ति ने उसे रिसीव किया। तीन दिन वहां रुकने के बाद उसकी मुलाकात गुजरात के ही जगत सिंह जडेजा उर्फ जगत भाई से करवायी गयी। जगत सिंह उसे क्रेटा वाहन (आरजे 45 सीयू /9964) में बैठा कर पटना लाया।
बकौल मयूर सिंह पटना में उसे बताया गया कि उक्त क्रेटा से पांच करोड़ रुपया पटना से कोलकाता ले जाना है। पटना की डीवाई कंपनी से पांच करोड़ रुपये कैश लेकर गाड़ी के अंदर बने एक बॉक्स में डाल दिया गया। वे लोग कोलकाता के लिए 20 जून की रात लगभग नौ बजे रवाना हुए।
मयूर सिंह चला रहा था कार
मयूर ने पुलिस को बताया है कि पटना से कोलकाता जाने के क्रम में वह और जगत सिंह 21 जून की रात लगभग 1.30 बजे जमुआ में टिकामगहा गांव के पास स्थित एक पेट्रोल पंप में तेल भरवाया। यहां से आगे बढ़े ही थे कि बाटी गांव के पास एक स्कॉर्पियो ने ओवरटेक कर गाड़ी रुकवायी। स्कॉर्पियो से पांच लोग उतरे और क्रेटा का दरवाजा खुलवा चाबी ले ली। हम दोनों को स्कॉर्पियो पर जबरन बैठने को कहा। इस दौरान दोनों के साथ मारपीट भी की। जब दोनों स्कॉर्पियो पर बैठ गये तो क्रिमिनलों में से एक उनकी क्रेटा वाहन की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। उसे ले गया। स्कॉर्पियो के साथ एक एसयूवी भी था। दोनों को स्कॉर्पियो से कच्ची रास्ते होते हुए इधर-उधर घुमाने के बाद उतार कर चलते बने।
मयूर सिंह ने पुलिस को दिये गये आवेदन में कहा है कि वे दोनों इधर-उधर भटकते रहे और सुबह पांच बजे सड़क पर पहुंचे. पास में ही एक होटल के पास उन्हें अपनी कार क्रेटा कार दिखी। कार केपास पहुंचा तो देखा कि कार के फर्श के निचले हिस्से में बने बॉक्स टूटा हुआ था। बॉक्स में से रकम गायब कर दी थी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ग्रामीणों ने जमुआ पुलिस को लावारिस हालत में सड़क के किनारे खड़े लावारिस क्रेटा की सूचना दी थी.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दी गयी सूचना
पांच करोड़ रकम की लूट मामले में पुलिस को झोल लग रहा है। पुलिस का कहना है कि इतनी बड़ी रकम कैश ले जाना कई सवाल खड़ा करता है। मामला हवाला कारोबार से भी जुड़ा हो सकता है। मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी सूचना दी गयी है।
पटना ऑफिस में ताला लटका मिला
पुलिस को प्रारंभिक जांच में पुलिस को जानकारी मिली है कि यह रकम हवाला की थी। मयूर के बयान के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की है। पुलिस मयूर द्वारा दिये गये कंपलेन के आधार पर पटना में डीवाइ कंपनी की ऑफिस पहुंची लेकिन वहां कोई बोर्ड नहीं लगा मिला। मयूर की निशानदेही पर पुलिस एक घर तक पहुंची, जिसे डीवाइ कंपनी का ऑफिस बताया गया था, लेकिन घर के कमरे में ताला लटका रहने के कारण जांच नहीं हो सकी।
गिरिडीह एसपी अमित रेणु ने बताया कि गुजरात के मयूर सिंह नामक व्यक्ति के लिखित आवेदन पर पांच करोड़ की लूटपाट की एफआइआर दर्ज की गयी है। मामले की जांच के लिए पुलिस की एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गठित की गयी है। इस टीम का नेतृत्व खोरीमहुआ के एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो कर रहे हैं। एसआइटी सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।