झारखंड: बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों बंकर से चाइनीज ग्रेनेड समेत 106 से अधिक लैंडमाइंस बरामद

झारखंड और छत्तीसगढ़ की बोर्डर पर स्थित बूढ़ा पहाड़ पर चलाये जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान दौरान सुरक्षाबलों को चाइनीज ग्रेनेड सहित 106 से अधिक अलग-अलग तरह के लैंडमाइंस और 350 से अधिक गोलियां मिली हैं। नक्सलियों ने यह सामान बंकर में छिपाकर रखा था।

झारखंड: बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों बंकर से चाइनीज ग्रेनेड समेत 106 से अधिक लैंडमाइंस बरामद
  • झारखंड-छत्तीसगढ़ की बोर्डर पर चल रहा है एंटी नक्सल ऑपरेशन
लातेहार। झारखंड और छत्तीसगढ़ की बोर्डर पर स्थित बूढ़ा पहाड़ पर चलाये जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान दौरान सुरक्षाबलों को चाइनीज ग्रेनेड सहित 106 से अधिक अलग-अलग तरह के लैंडमाइंस और 350 से अधिक गोलियां मिली हैं। नक्सलियों ने यह सामान बंकर में छिपाकर रखा था।

लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ के इलाके में 30 की संख्या में नक्सली छिपे हुए हैं। लगातार ऑपरेशनचलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की ओर से भी दबिश दी जा रही है। इलाके को चारों ओर से कब्जे में ले लिया गया है। जब तक पूरे इलाके को नक्सलियों से मुक्त न कर दिया जाए, ऑपरेशन जारी रहेगा।
बंकर से बरामद सामान
 बंकर से एक चाइनीज सिलेंडर ग्रेनेड, 35 चाइनीज ग्रेनेड, 3 चाइनीज कोन ग्रेनेड, 10 किग्रा के दो सिलेंडर बम, तीन किलो की 11 लैंडमाइन, दो किलो की सात लैंडमाइंस, एक किलो की छह लैंडमाइंस, पांच टीफिन बम, एक प्रेशर कुकर बम, 25 तीर बम, दो किलो अमोनियम नाइट्रेट, दो किलो यूरिया, अद्र्धनिर्मित बैरल ग्रेनेड लांचर, ड्रिल मशीन, 20 फीट अल्मुनियम सीट, पांच किलो नट बोल्ट, हैंडपंप सिलेंडर, एसएलआर की 350 गोलियां, 16 केन लैंडमाइंस, 3 प्रेशर लैंडमाइंस, 500 मीटर कोडेक्स वायर मिले हैं।
 इजरायली व अन्य अत्याधुनिक आर्म्स  होने की मिली थी जानकारी
 2018-19 में हार्डकोर नक्सली बिरसाय और 2021 में 25 लाख के इनामी विमल यादव ने सरेंडर किया था। दोनों ने सुरक्षाबलों को बताया था कि माओवादियों के पास पांच इजरायली एक्स 95, आठ एके 56 राइफल, 16 एके 47 राइफल, 14 इंसास राइफल हैं। बूढ़ा पहाड़ के इलाके में माओवादियों के करीब एक दर्जन बंकर हैं। इन्हीं बंकरों में माओवादी सारे सामान को छिपाकर रखते हैं।
 सुधारकरण के सरेंडर के बाद बिखर गया नेतृत्व
 वर्ष 2018 में बूढ़ा पहाड़ पर एक करोड़ के इनामी माओवादी अरविंद की मौत के बाद से माओवादी कमजोर होने लगे हैं। अरविंद की मौत के बाद सुधारकरण और उसकी वाइफ को बूढ़ा पहाड़ का प्रभारी बनाया गया था। सुधारकरण ने दो वर्ष पूर्व तेलंगाना में पूरी टीम के साथ पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। सुधारकरण के सरेंडर के बाद बूढ़ा पहाड़ पर माओवादियों को कोई बड़ा कमांडर नहीं मिल पाया। इसके बाद में एक दर्जन अन्य कमांडरों ने धीरे-धीरे सरेंडर कर दिया।