झारखंड: पंकज मिश्रा का खास सहयोगी बच्चू यादव छह दिनों की ED रिमांड पर
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगी बच्चू यादव को शुक्रवार को ईडी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बच्चू को छह दिनों की रिमांड पर ईडी को सौंपने का आदेश दिया। ईडी की ओर से 10 दिनों की रिमांड मांगी गयी थी।
रांची। झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगी बच्चू यादव को शुक्रवार को ईडी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बच्चू को छह दिनों की रिमांड पर ईडी को सौंपने का आदेश दिया। ईडी की ओर से 10 दिनों की रिमांड मांगी गयी थी।
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ईडी बच्चू को छह दिनो की रिमांड पर ले ली है। अब ईडी उससे छह दिनों तक पूछताछ करेगी। ईडी गुरुवार को अरेस्ट करने के बाद ईडी ऑफिस लाकर पूछताछ की थी। ईडी की टीम ने गुरुवार को स्टोन बिजसनमैन बच्चू यादव को अरेस्ट कर कोतवाली पुलिस स्टेशन में रखा था। ईडी शुक्रवार को पूछताछ के लिए कोतोवाली थाने से ईडी आॉफिस लायी थी। ईडी की ओर से बच्चू यादव को दो बार समन जारी किया था, लेकिन निजी कारणों का हवाला देते हुए वह ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे थे. इसके बाद भी ईडी ने उसे अरेस्ट किया है। ईडी की टीम ने पहले ही साहिबगंज में उसके जहाज को जब्त कर लिया है।
पंकज मिश्रा के संरक्षण में इलिगल माइनिंग कराता था बच्चू यादव
झारखंड के साहिबगंज में इलिगल माइनिंग से 1000 करोड़ से अधिक की इलिगल कमाई और मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी जांच कर रही है। इलिगल माइनिंग से जुड़े मनी लांड्रिंग के आरोप में गुरुवार को देर शाम को साहिबगंज जिले के रामपुर करारा गांव निवासी बच्चू यादव को ईडी ने रांची स्थित वर्धमान कंपाउंड से अरेस्ट किया था। ईडी ने ट्रांसपोर्टर सह स्टोन कारोबारी बच्चू यादव को चार अगस्त तक ईडी कार्यालय हाजिर होना था, लेकिन वह ईडी के समक्ष हाजिर नहीं हुए। बच्चू यादव पंकज मिश्रा का दाहिना हाथ माना जाता है।
पंकज मिश्रा के संरक्षण में बच्चू यादव अवैध कारोबार से लेकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। अवैध कमाई से मिले रुपये बच्चू यादव और पंकज मिश्रा में बंटते थे। बच्चू यादव पर जमीन पर जबरन कब्जा, रंगदारी, मर्डर आदि से संबंधित कई मामले दर्ज हैं।ईडी अब बच्चू यादव का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। ईडी को जानकारी मिली है कि कई आपराधिक मामले में भी बच्चू यादव की संलिप्तता रही है। इन तमाम आपराधिक मामलों में उसे राहत मिलती रही। पंकज मिश्रा से जुड़ने के बाद बच्चू यादव की संपत्ति में काफी इजाफा हुआ है।
जहाज बंदोबस्ती से दो दिन पहले जहाज पर फायरिंग में बच्चू यादव का नाम
साहिबगंज के समदा घाट से बिहार के मनिहारी जा रहे जहाज पर मार्च 2022 में फायरिंग मामले में मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में दो अलग-अलग एफआइआर दर्ज की गयी थी। एक एफआइआर गोली लगने से घायल नीरज यादव के बयान पर और दूसरी जहाज के ड्राइवर सचिनन्दन दास के बयान पर दर्ज की गई। जहाज ड्राइवर की प्राथमिकी अज्ञात लोगों पर की गयी है। नीरज यादव जहाज पर सिक्योरिटी का कार्य करता था। पुलिस के दिये बयान के अनुसार 12 मार्च को जहाज गोल घाट से समदा घाट आ रहा था। शुकर घाट शिवमंदिर के पास दोनों ओर से गोली चलने लगी। कान के उपरी हिस्से में गोली लगी। दूसरे सिक्योरिटी कर्मी धनंजय कुमार यादव को भी गोली का छर्रा लगा। उसने एक दर्जन लोगों का नाम भी पुलिस को बताया था। इसमें बच्चू यादव, आकाश यादव, रामनिवास यादव, संजय यादव (काला), संजय यादव (गोरा), शिवानंद यादव, दाहु यादव, सुनील यादव, मुनीम यादव, राजा यादव, दुर्गेश यादव, अरदुल चौधरी सहित दस अज्ञात लोग शामिल थे। कटिहार में 14 मार्च कोइंटर स्टेट फेरी सेवा की बंदोबस्ती होनी थी। बताया जाता है कि इसी को लेकर दो गुटों में फायरिंग की घटना हुई थी।
बरहरवा टेंडर विवाद और डीएमओ से पूछताछ से मिले सबूत
ईडी ने आठ जुलाई को सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, उनके सहयोगी और स्टोन बिजनसमैन के 20 ठिकानों पर एक साथ रेड किया था। रेड में 5.32 करोड़ रुपये जब्त किये गये थे। ईडी ने खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में तत्कालीन डीसी पूजा सिंघल के संपूर्ण कार्यकाल की जांच शुरू की तो उनके खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव रहते भारी मात्रा में अवैध खनन व काली कमाई के बारे में जानकारी मिली। ईडी को यह भी पता चला कि सीएम का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का संथाल के क्षेत्र में दबदबा है, जिसके माध्यम से उक्त क्षेत्र में अवैध पत्थर उत्खनन, अवैध परिवहन आदि चल रहा है। उसकी काली कमाई का हिस्सा सीनियर अफसरों तक पहुंच रहा है.
बरहड़वा में टेंडर विवाद में मारपीट में आरोपी है पंकज
बरहड़वा में वर्ष 2020 में टेंडर विवाद में मारपीट में पंकज मिश्रा समेत कई लोगों पर एफआइआर दर्ज हुई थी। बड़हरवा टेंडर विवाद केस को टेकओवर करते हुए ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत जांच शुरू की थी। ईडी ने साहेबगंज, दुमका, गोड्डा के डीएमओ से पूछताछ और छानबीन कर सबूत एकत्रित कर कार्रवाई शुरू की थी।