झारखंड: चाईबासा में 'सहाय' योजना का शुभारंभ, CM हेमंत सोरेन ने ग्रामीण क्षेत्र से प्रतिभाओं के चयन पर दिया जोर

हेमंत सोरेन ने बुधवार को चाईबासा के एसोसिएशन ग्राउंड में खेल की प्रतिभा को बढ़ावा मिलने के उद्देश्य से 'सहाय' योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत सरकार ने दो से 10 हजार रुपये तक प्रोत्साहन राशि भी देने की घोषणा की है।

झारखंड: चाईबासा में 'सहाय' योजना का शुभारंभ, CM हेमंत सोरेन ने ग्रामीण क्षेत्र से प्रतिभाओं के चयन पर दिया जोर

चाईबासा। हेमंत सोरेन ने बुधवार को चाईबासा के एसोसिएशन ग्राउंड में खेल की प्रतिभा को बढ़ावा मिलने के उद्देश्य से 'सहाय' योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत सरकार ने दो से 10 हजार रुपये तक प्रोत्साहन राशि भी देने की घोषणा की है।

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मौके पर सीएम श्री सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण स्तर से लेकर प्रखंड व जिला स्तर तक खिलाड़ियों का चयन होगा। इसी के आधार पर उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जायेगा। इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिला नक्सली प्रभावित क्षेत्र के नाम पर लोगों को भय होता है. लेकिन, अब नहीं होगा। यहां खुशी से लोग रहेंगे। उग्रवादी क्षेत्र के नाम पर लोगों को डराया जाता है, लेकिन जो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी खुशी के साथ रहते हैं। उन्हें किसी तरह का डर नहीं होता है।

बच्चों की प्रतिभा को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मार्ग प्रशस्त किया जायेगा

सीएम ने कहा कि पहली बार सरकार ने झारखंड के खेल प्रतिभाओं के लिए एक अलग तरह का काम किया है। कई जिलों में खेल के लिये अलग से पदाधिकारी की नियुक्ति की है। पोटो हो योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. उसी के तहत सहाय योजना की शुरुआत हुई है।सीएम ने कहा कि खेलों के माध्यम से राज्य के नक्सल प्रभावित पांच जिले के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास होगा। राज्य के नक्सल प्रभावित जिले का चित्र लोगों के मन में जो गढ़ा गया है। उसे खेलों के माध्यम से बदला जायेगा। इन जिले के बच्चों को खेल के माध्यम से प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। हर नौजवान में कोई न कोई प्रतिभा छिपी हुई है, उसे निखारने के लिए सहाय योजना की शुरुआत की गयी है।उन्होंने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मार्ग प्रशस्त किया जायेगा। यह देश का अनोखा प्रयास है।जिसके माध्यम इन क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं को सामने लाया जायेगा। सीएम ने कहा कि कुछ लोग झारखंड में ऐसे हैं, जिन्हें यहां के भाषा, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन के बारे में जानकारी तक नहीं है। ऐसे लोग से झारखंड को बदनाम करने में लगे हैं।

पांच जिलों में हुई सहाय योजना की शुरुआत
पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा के अलावा सहाय  योजना की शुरुआत सरायकेला-खरसावां, खूंटी, गुमला और सिमडेगा से हुई। इसके तहत 14 से 19 साल के 72 हाजर युवक और युवतियां विभिन्न खेलों में हिस्सा लेंगे। विजेता और उपविजेता को पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।सहाय योजना के तहत एक नया मानचित्र राज्य कब बनने जा रहा है। अब ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ी को भी मंच सरकार देगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ खेल सचिव अमिताभ कौशल के स्वागत भाषण के साथ हुई। मौके पर मुख्य रूप से मिनिस्टर आलमगीर अंसारी, जोबा मांझी, चंपई सोरेन, हफीजुल हसन, एमपी गीता कोड़ा, एक्स सीएम मधु कोड़ा, एमएलए दीपक बिरुआ, सविता महतो समेत विभिन्न विधानसभा के एमएलए व अफसर उपस्थित थे।