झारखंड: हेमंत सोरेन गवर्नमेंट पर खतरा ! प्रसिडेंट इलेक्शन में 10 कांग्रेस एमएलए ने की क्रास वोटिंग
प्रसिडेंट इलेक्शन में झारखंड में कांग्रेस के 10 एमएलए ने क्रास वोटिंग की है। कांग्रेस के नौ एमएलए का पार्टी लाइन से इतर जाना यह संकेत देता है कि पार्टी के साथ-साथ हेमंत सोरेन सरकार के लिए बड़ा संदेश दे रही है। विधानसभा का मौजूदा गणित और प्रसिडेंट चुनाव में एमएलए के वोटिंग के रूझान दोनों के समानुपातिक संबंधों से बड़े उलटफेर की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।
रांची। प्रसिडेंट इलेक्शन में झारखंड में कांग्रेस के 10 एमएलए ने क्रास वोटिंग की है। कांग्रेस के नौ एमएलए का पार्टी लाइन से इतर जाना यह संकेत देता है कि पार्टी के साथ-साथ हेमंत सोरेन सरकार के लिए बड़ा संदेश दे रही है। विधानसभा का मौजूदा गणित और प्रसिडेंट चुनाव में एमएलए के वोटिंग के रूझान दोनों के समानुपातिक संबंधों से बड़े उलटफेर की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।
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राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड @INCIndia का बंटाधार,80 विधायक ने वोट डाला जिसमें 70 द्रौपदी मुर्मू जी के साथ ।केवल 9 वोट यशवंत सिन्हा जी को।कॉंग्रेस के 16 विधायकों ने भी क्रास वोटिंग की ।जय झारखंड,अच्छी अंतरात्मा,भविष्य के लिए शुभ संकेत pic.twitter.com/KgP0DikxQP
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 21, 2022
कांग्रेस के भितरखाने सबकुछ सामान्य नहीं है। एक एमएलए ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि अब लड़ाई आर या पार की होगी। अगर कैबिनेट में तत्काल फेरबदल नहीं हुआ तो पार्टी दो खेमे में बंट सकती है। संभव है कि एमएलए का दामन थाम सकते हैं या नया दल बनाकर भीतर से समर्थन कर सकते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में क्रास वोटिंग के बाद विधायकों से संपर्क का प्रयास तेज कर दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस लडरशीप भी सकते में हैं। संभव है कि प्रदेश तत्काल झारखंड का दौरा करें।
नये समीकरण से झारखंड में सरकार बना सकती है बीजेपी
झारखंड विधानसभा में कांग्रेस के कुल 18 एमएलए हैं। कांग्रेस केसमर्थन से 30 एमएलए वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार चल रही है। बीजेपी के 26 एमएलए हैं। बीजेपी के सहयोगी दल आजसू के दो एमएलए हैं। एनडीए के पास कुल 28 एमएलए हैं। सदन में एनसीपी और भाकपा माले के क्रमश: एक एक एमएलए और दो निर्दलीय विधायक हैं। अगर कांग्रेस के दस 10 एमएलए टूटकर बीजेपी ज्वाइन करते हैं तो एनडीए एमएलए की संख्या 38 हो जायेगी। ऐसे में निर्दलीय एमएलए को समर्थन भी बीजेपी को मिल सकता है। तब यह संख्या 40 तक पहुंच सकती है। ऐसे में बीजेपी के लिए सरकार बनाने की राह बेहद आसान हो सकती है।
हेमंत सोरेन कई मामलों को लेकर संकट में
सीएम हेमंत सोरेन पिछले कुछ महीनों से माइनिंग लीज आवंटन मामले में फंसे हुए हैं। कांग्रेस के साथ हर मोर्चे पर उनकी जो तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए राह आसान होता नजर आ रहा है। अभ हाल ही में ईडी ने सीएम के एमएलए प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को अरेस्ट किया है। पंकज मिश्रा ने अभी तक किसी नेता का नाम नहीं लिया है, लेकिन सत्ता के संरक्षण में उसके काले कारोबारों की पोल धीरे धीरे खुलने लगी है। इसकी आंच सीएम तक पहुंच सकती है। बीजेपी लगातर सीएम को ही घेरती रही है। हेमंत सोरेन राज्यसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस को जिस तरह दरकिनार कर अपनी पार्टी के कैंडिडेट को संसंद में भेजा, इससे भी कांग्रेस खेमे में नाराजगी सर्वविदित है।
कार्रवाई हुई तो कांग्रेस में बगावत
प्रसिडेंट चुनाव में क्रास वोटिंग के बाद झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने बयान दिया है कि ऐसा करने वाले एमएलए पर पार्टी कड़ी कार्रवाई करेगी। अगर कांग्रेस आलाकमान की तरफ से कोई कदम उठाया गया तो इन एमएलए को बगावत का अच्छा मौका भी मिल सकता है। वैसे भी समय-समय पर कांग्रेस एमएलए का एक गुट पार्टी कोटे से सरकार में शामिल मिनिस्टर के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाता रहा है। कई मौकों पर यह गुट दिल्ली दरबार तक हाजिरी लगा चुका है। अब इन एमएलए को संभालना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।
प्रसिडेंट इलेक्शन में 80 एमएलए ने किया वोटिंग
झारखंड में कुल 81 सदस्यों की विधानसभा में 80 एमएलए ने राष्ट्रपति चुनाव में मताधिकार का प्रयोग किया था। वैध मतों का आंकड़ा 79 है। एक वोट अवैध घोषित हुआ। राष्ट्रपति चुनाव के दिन इसकी आशंका व्यक्त की जा रही थी। राष्ट्रपति चुनाव का राजनीतिक गणित बताता है कि भाजपा, आजसू, झामुमो, एनसीपी और दो निर्दलीय एमएलए समेत कुल 60 विधायकों के वोट एनडीए के पाले में जाना तय था। जबकि कांग्रेस, आरजेडी और भाकपा माले को मिलाकर यूपीए का समर्थन कुल 20 एमएलए का था।झारखंड से एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू को मिला 70 एमएलए का समर्थन मिला। विपक्षी दल समर्थित यशवंत सिन्हा को मात्र नौ एमएलए के वोट मिले। जबकि 10 एमएलए ने क्रास वोटिंग की और एक एमएलए का वोट अवैध घोषित हुआ। इन 19 में से एक वोट भाकपा माले का है। भाकपा माले पार्टी लाइन से इतर जाए। इससे आशंका जताई जा रही है कि कांग्रेस के एमएलए ने ही क्रास वोटिंग की होगी।
झारखंड से किसको कितना कितना वोट
एनडीए को – 12320 वोट
यूपीए को – 1584 वोट
झारखंड के एक एमएलए के वोट का मूल्य - 176
कुल वैध मतों का मूल्य - 13904