Jharkhand : रांची में दो दिवसीय महिला पुलिस सम्मेलन का हुआ आगाज

झारखंड की राजधानी रांची के जैप वन के शौर्य सभागार में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन 2024 के उद्धाटन हुआ है। सम्मेलन का उद्धाटन चीफ सेकरेटरी एल खियांग्ते, होम सेकरटेरी बंदना डाडेल व डीजीपी अनुराग गुप्ता ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। 

Jharkhand : रांची में  दो दिवसीय महिला पुलिस सम्मेलन का हुआ आगाज
महिला पुलिस से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श।
  • महिला पुलिस की भूमिका पर विचार करने की जरूरत : चीफ सेकरेटरी
  • अब हर पुलिस स्टेशन में होगी एक महिला अफसर :डीजीपी
  • प्राथमिकता के आधार पर नीति निर्धारण हो
  • बुनियादी सुविधाओं एवंआधारभूत संरचनाओं पर मिलेगी मदद

रांची। झारखंड की राजधानी रांची के जैप वन के शौर्य सभागार में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन 2024 के उद्धाटन हुआ है। सम्मेलन का उद्धाटन चीफ सेकरेटरी एल खियांग्ते, होम सेकरटेरी बंदना डाडेल व डीजीपी अनुराग गुप्ता ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। 
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सम्मेलन को संबोधित करते बतौर चीफ गेस्ट चीफ सेकरेटरी एल खियांग्ते ने कहा कि  महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर रोकथाम के लिए महिला पुलिस की भूमिका पर विचार करने की जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में महिला पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी अनुसंधान एवं साक्ष्य जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध बढ़ रहे अपराध से पूरा समाज चिंतित है। इस वातावरण में पुलिसकर्मियों का विशेषकर महिला पुलिसकर्मियों का दायित्व महत्वपूर्ण हो जाता है। चीफ सेकरटेरी ने कहा कि सम्मेलन में आयोजित तकनीकी सत्र में विचार- विमर्श से महिला पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की समस्या के समाधान के लिए जो भी निष्कर्ष निकल कर आयेंगे, सरकार को उसे पूरा करने में मदद मिलेगी।
पूरे पुलिस बल का पांच परसेंट ही महिला पुलिस
चीफ सेकरटेरी ने कहा कि अभी राज्य में पूरी पुलिस बल का पांच परसेंट ही महिला पुलिस है। बहाली के माध्यम से इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से पुलिस के प्रशिक्षण में मदद मिलती है। इस तरह का प्रशिक्षण केवल महिला पुलिस के लिए न होकर, पुरुष पुलिस सहकर्मियों के साथ भी प्रशिक्षण होना चाहिए। सम्मेलन में गृह कारा एवंआपदा प्रबंधन विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल ने कहा कि राज्य में वूमेन ट्रैफिकिंग भी एक मुद्दा है, जिस पर राज्य सरकार का फोकस है। महिला पुलिस के सहयोग से इस समस्या का निराकरण कर सकते हैं।
डीजीपी अनुराग गुप्ता नेकहा कि जल्द ही अब हर पुलिस पुलिस स्टेशन में एक महिला पुलिस अधिकारी होंगी। टाउन के सभी पुलिस स्टेशन भी महिला थाना प्रभारी होंगी। इसे लेकर पुलिस विभाग तैयारी कर रहा है। जल्द ही सरकार के स्तर पर इस पर कोई निर्णय लिया जायेगा। एक मेमोरेंडम तैयार कर इस सम्मेलन की समाप्ति पर सीएम हेमंत सोरेन के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन में महिला पुलिस अधिकारी के रहने से किसी भी महिला को अपनी समस्याएं बताने में झिझक नहीं होगी, वे खुलकर अपनी बात रख पायेगी। इस कदम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
अपर पुलिस महानिदेशक (आधुनिकीरण एवं प्रशिक्षण) सुमन गुप्ता नेकहा कि इस सम्मेलन में महिला पुलिस की समस्याओं पर, कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा पर, सुविधा पर विचार-विमर्श किया जाएगा। महिलाओं के खिलाफ अपराध की रोकथाम के प्रभावी रणनीतियों पर भी चर्चा की जायेगी। तकनीकी सत्र में कार्यस्थल पर महिला पुलिस पदाधिकारियों की सुरक्षा एवं महिलाओं के खिलाफ अपराध विषय पर झालसा की सदस्य सचिव रंजना अस्थाना ने शक्ति ऐप, टोल फ्री नंबर 15100 की जानकारी दी। 
आहार एक्सपर्ट डॉ अनामिका ने महिलाओं को 3जी का मंत्र देते हुए कहा कि गो, ग्रो, ग्लो फूड्स को शामिल करनेकी सलाह दी। सम्मेलन में महिला पुलिस के लिए वर्दी पर चर्चा  की गई। इसमें विभिन्न जिलों से आयी महिला पुलिसकर्मियों ने गर्भवती अवस्था एवं अन्य समय में ड्यूटी के दौरान महिला पुलिस की वर्दी कैसी हो, इस पर अपनी राय दी।
कल्पना सोरेन ने की महिला पुलिसकर्मियों के कार्यों की सराहना
सम्मेलन के   कार्यक्रम के अंत में एमएलए कल्पना मूर्मूसोरेन नेवीडियो मैसेज के जरिए झारखंड महिला पुलिस के कार्योंकी सराहना की। कहा कि एक महिला होने के नाते वे समझ सकती हैं कि महिला पुलिस के लिए कार्यस्थल पर काम करना एक चैलेंज रहता है। इन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए भी आप बखूबी अपना काम करती आ रही हैं। राज्य सरकार महिला पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने दो दिवसीय राज्यस्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन की सराहना की।