झारखंड में आतंकियों का ट्रेनिंग सेंटर खोलना चाहता था रांची का डॉक्टर इश्तियाक अहमद
एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट (एक्यूआइएस) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से एक डॉक्टर डा. इश्तियाक अहमद समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया है।
- खतरनाक प्लानिंग जानते ही हरकत में ATS
- झारखंड को आतंक का अड्डा बनाना चाहता था डॉक्टर
- पकड़े गये आरोपितों ने पूछताछ में बतायी भविष्य की प्लानिंग
रांची। एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट (एक्यूआइएस) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से एक डॉक्टर डा. इश्तियाक अहमद समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया है। इन पांचों को एटीएस ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया है। कस्टडी में लिये गये तीन लोगों को को पूछताछ के बाद एटीएस ने छोड़ दिया है। सोर्सेज का कहना है कि बरियातू से अरेस्ट इस आतंकी गैंग का मास्टर माइंड डा. इश्तियाक रांची के चान्हो के जंगल में आतंकियों का ट्रेनिंग सेंटर खोलने वाला था।
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डा. इश्तियाक अहमद ने आतंकियों का ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए जमीन भी देख ली थी। जिसमें एक मदरसा संचालक मुफ्ती उसकी मदद कर रहा था। डा. इश्तियाक अहमद इस ट्रेनिंग सेंटर में आतंकियों को आर्म्स का ट्रेनिंग दिलाया जाना था। उसके लिए आर्म्स भी जमा किया जा रहा था। डा. इश्तियाक मुस्लिम युवाओं को बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर अपने जाल में फांसता था।डॉक्टर ने दो दर्जन से अधिक युवाओं को राजस्थान के आतंकी ट्रेनिंग सेंटर में आर्म्स चालने का ट्रेनिंग दिलवाया था।
देश को दंगा-फसाद में झोंक अशांत करना व इस्लामिक राष्ट्र बनाने था डा. इश्तियाक का सपना
एक्यूआइएस के संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उनका एकमात्र उद्देश्य भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना था। वे देश में दंगा-फसाद करवाकर अशांत करने की प्लान बने रहे थे।। युवाओं को आर्म्स चालन का ट्रेनिंग देकर पूरे देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले थे। आतंकियों की बड़ी फौज तैयार कर देश के भीतर आतंक मचाने के लिए उनकी अंदरखाने तैयारी चल रही थी। इसके लिए वे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से संपर्क में थे। पढ़े-लिखे युवाओं को अपने संगठन से जोड़ने के लिए वे उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे थे।
झारखंड से पांच अरेस्ट किये गये
आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट (एक्यूआइएस) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से पांच लोगों को पकड़ा गया है। इनमें डा. इश्तियाक अहमद : पिता गुलाम मुस्तफा, बरियातू, रांची,फैजान अहमद : पिता अब्दुल रसीद, लोहसिंघना, हजारीबाग, मतिउर रहमान : पिता इब्राहिम अंसारी, पिपराटोली, चान्हो, रांची, रिजवान बाबर : पिता मोहम्मद मोमन, बलसोकरा, चान्हो, रांची व मुफ्ती रहमतुल्ला : पिता मोहम्मद खलील, चटवल, चान्हो शामिल हैं। एटीएस ने पूछताछ के बाद तीन लोगों मुदब्बीर परवेज, बलसोकरा, चान्हो, रांची,जैनुल अंसारी, कुड़ू, लोहरदगा व जिशान अल्तमस, बरियातू, रांची को छोड़ दिया है।
अलकायदा के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान कतकी से मिल चुके हैं कई संदिग्ध
अलकायदा का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान कतकी वर्ष 2015 में अरेस्ट हुआ था। तब जांच में सामने आया था कि उसने जमशेदपुर, लोहरदगा, गुमला व रांची के कई युवाओं को आतंक का ट्रेनिंग दिया था। इस पूरे प्रकरण में जिन्हें अरेस्ट किया गया है, उनमें कइयों की पूर्व में अब्दुल रहमान कतकी से मुलाकात हो चुकी थी। ये कतकी के विचार से प्रेरित थे। जिस चान्हो में आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर के लिए जमीन देखी जा रही थी, वह चान्हो पूर्व में भी कतकी की गतिविधियों से चर्चा में आ चुका है। कतकी पर रांची के चान्हो, लोहरदगा व गुमला में पूर्व में सभा करने व युवाओं में देशद्रोह की आग भड़काने की कोशिश करने का भी आरोप लगा था।
डॉ इश्तियाक को मेडिका ने किया डिसमिस
अलकायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (AQIS) के लिए झारखंड मॉड्यूल के सरगना के रूप में काम कर रहे डॉ इश्तियाक अहमद को रांची के भगवान महावीर मेडिका हॉस्पिटल मनेजमेंट ने डिसमिस कर दिया है। इस बारेमेंक्रिटिकल केयर के हेड डॉ विजय कुमार मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि उसके खिलाफ एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही मैनेजमेंट ने उसे नौकरी से डिसमिस कर दिया है। इश्तियाक मूल रूप से जमशेदपुर का रहनेवाला है। मेडिका हॉस्पिटल में पिछले कई वर्षों से बतौर रेडियो डायग्नोसिस कंसल्टेंट काम कर रहा था।
अलकायदा को झारखंड मेंमिला घोटाले का पैसा!
अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के मॉडयूल से कथित तौर पर संबंध रखनेवाले डॉ इश्तियाक अहमद के तार रांची मेंजमीन घोटाले में शामिल आरोपियों से भी जुड़ने लगे हैं। इस मामले में ईडी नेडॉ इश्तियाक के करीबी और लेक व्यू हॉस्पिटल के संचालक बबलू खान को समन किया है। बबलूखान का जुड़ाव एक राजनीतिक दल से भी बताया जा रहा है। ईडी ने बबलूको 26 अगस्त को रांची ऑफिस मेंउपस्थित होने को कहा है। ईडी यह जांच करेगी कि कहीं रांची में जमीन घोटालेके आरोपियों का पैसा अलकायदा इन इंडियन सब कॉटिनेंट के लिए फंडिंग में तो नहीं लगा है।
रांची में आर्मी जमीन घोटालेऔर बड़गाईं की जमीन के मामले में ईडी ने फर्जी पेपर बनानेवाले गैंग के अफसर अली और तल्हा खान को अप्रैल 2023 में अरेस्ट किया था। ईडी सोर्सेज के अनुसार, बबलू खान अफसर अली उर्फ अफसू खान का भाई है। वहीं तल्हा खान बबलू खान का दामाद है। बबलू खान से सीधे जमीन घोटालेके आरोपियों के रिश्ते सामनेआने के बाद ने उसे ईडी ने समन किया है। बताया जाता है कि अलकायदा से जुड़ाव रखनेवाले जिस डॉक्टर इश्तियाक को अरेस्ट किया गया है, वह बबूल खान के हॉस्पिटल लेक व्यू सेजुड़ा है। इश्तियाक बबलू खान के द्वारा ही बनाये गये अपार्टमेंट में रहता है।
ट्रांजिट रिमांड पर पांचों को ले गयी दिल्ली एटीएस की टीम
भारत में खिलाफत की घोषणा व गंभीर आपराधिक साजिश रचने से जुड़े मामले में दिल्ली एटीएस की टीम ने रांची में चार व हजारीबाग में एक आरोपी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। इसके बाद सभी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया। वर्ष 2023 की जुलाई में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक्यूआईएस की गतिविधियों को लेकर एफआईआर दर्ज की थी।
उक्त एफआईआर के आधार पर दिल्ली पुलिस की टीम ने वर्ष 2024 की 21 व 22 अगस्त को झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में रेड की थी। इसके बाद झारखंड के रांची व हजारीबाग से आठ लोगों को उठाया गया था। इनमें से पूछताछ के बाद पांच लोगों बरियातू निवासी डॉ इश्तियाक अहमद, चान्हो पिपराटोली निवासी मोतीउर रहमान, बलसोकरा निवासी रिजवान बाबर, चटवल निवासी मुफ्ती रहमतुल्लाह और हजारीबाग के लोहसिंघना निवासी फैजान अहमद को अरेस्ट किया गया है। सभी को दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गयी है।
दिल्ली पुलिस ने झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से 11 लोगों को किय अरेस्ट
खुफिया जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन राज्यों की ATS पुलिस के साथ मिलकर एक अॉपरेशन चलाकर यह सफलता हासिल की थी। रेड के दौरान राजस्थान के भिवाड़ी सेछह लोगों को आर्म्स का ट्रेनिंग लेते समय अरेस्ट किया गया। इनमें पहचान हसन अंसारी, इनामुल अंसारी, अल्ताफ अंसारी, अरशद खान, उमर फारूक और शाहबाज अंसारी के शामिल हैं। ये सभी झारखंड के मूल निवासी थे। ये लोग पिछले कुछ दिन से राजस्थान में रह रहे थे। इस दौरान झारखंड से डॉ. इश्तियाक अहमद, मोतिउर, रिजवान, मुफ्ती रहमतुल्लाह और फैजान को पकड़ा गया।
मामले में दिल्ली पुलिस ने एक बयान में जारी कर कहा है कि मॉड्यूल का नेतृत्व रांची (झारखंड) का डॉ. इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था। उसकी देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और बड़ी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी।’वहीं, एक अन्य अफसर ने बताया कि राजस्थान की अरावली पहाड़ियों के जंगल समेत विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी मॉड्यूल के सदस्यों को आर्म्स सहित कई तरह का ट्रेनिंग दिया गया था। उन्होंने कहा कि संदिग्धों को पकड़ने के लिए इन पहाड़ियों के जंगल में सघन अभियान चलाया गया।