झारखंड: म्यांमार के दो विदेशी शरणार्थी हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार, 24 घंटे की निगरानी की खुली पोल

हजारीबाग जेपी सेंट्रल जेलडिटेंशन सेंटर से मंगलवार नौ मार्च को म्यांमार के दो विदेशी शरणार्थी जाहिद हुसैन पिता नुरूल हकीम और मो जावेद पिता अमीर हकीम फरार हो गये।दोनो म्यांमार के मंगरीटोंग थाना बुशीडोंग अकरोन के रहनेवाले थे।

झारखंड:  म्यांमार के दो विदेशी शरणार्थी हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार, 24 घंटे की निगरानी की खुली पोल

हजारीबाग। हजारीबाग जेपी सेंट्रल जेलडिटेंशन सेंटर से मंगलवार नौ मार्च को म्यांमार के दो विदेशी शरणार्थी जाहिद हुसैन पिता नुरूल हकीम और मो जावेद पिता अमीर हकीम फरार हो गये।दोनो म्यांमार के मंगरीटोंग थाना बुशीडोंग अकरोन के रहनेवाले थे।
फरार शरणार्थी दो साल पहले दुमका से हजारीबाग डिटेंशन सेंटर लाये गये थे।14 फॉरेन एक्ट के तहत दोनों को अरेस्ट किया गया था। दोनों की सजा अवधि 24 जरवरीको खत्म हो गया था। म्यांमार के एमबेसी को इसकी जानकारी देकर डिटेंशन सेंटर में रखा गया था।

दोपहर 12 बजे जेपी सेंट्रल जेल डिटेंशन सेंटर में तैनात सुरक्षाकर्मी को दोनों शरणार्थियों के भागने की जानकारी हुई। सेकेंड शिफ्ट की ड्यूटी में पुलिस कांस्टेबल अजीत कुमार डिटेंशन सेंटर पहुंचा तो सुबह का नास्ता और भोजन की टिफिन टेबल पर रखा हुआ देखा। उसने शरणार्थी जाहिद और जावेद को खाना खाने के लिए कई बार आवाज लगाया।अंदर से कोई आवाज नहीं आया तो पुलिसकर्मी अजीत गेट में लगे ताला खोलकर देखा। दोनों शरणार्थी कमरे में नहीं थे। आन-फानन में इसकी जानकारी सीनियर अफसरों को दी गयी। दोनों शरणार्थियों के फरार होने की सूचना पर डीसी आदित्य कुमार आनंद एवं एसपी कार्तिक एस ने जिले के सभी पुलिस स्टेशनको वाहन चेकिंग करने का निर्देश दिया।
24 घंटे निगरानी में रह रहे थे दोनों शरणार्थी
हजारीबाग जेपी सेंट्रल जेल डिटेंशन सेंटर में दोनों विदेशी शरणार्थी को रखा गया थी। निगरानी के लिए में 4-1 के जिला पुलिस बल के जवानों की तैनाती थी। पुलिसकर्मियों को तीन-तीन घंटे की शिफ्ट बंटी है। डिटेंशन सेंटर के जिस कमरे में दोनों शरणार्थी रह रहे थे. उस कमरे के खिड़की में लगे लोहे को टेढ़ा कर फैला दिया। इसके बाद दोनों फरार हुए हैं। दोनों शरणार्थी रात को भागे या दिन को किसी भी पुलिसकर्मी को जानकारी नहीं हुआ है। दोनों शरणार्थी के खाना रखे रहने के कारण एक पुलिसकर्मी को दोनों को भागने की जानकारी हुई। डिटेंशन सेंटर के कैंपस व बाहर में CCTV लगा हुआ है। 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं।
उल्लेखनीय इससे पहले 13 सितंबर, 2020 को म्यांमार के शरणार्थी अब्दुला हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार हुआ था।सात माह बाद भी  अब्दुला पकड़ा नहीं गया है। पुलिस प्रशासन के अनुसार, अब्दुला की फोटो देश के सभी राज्यों मे जारी किया गया। इसके बावजूद अब्दुला अब तक पकड़ में नहीं आया है।