झारखंड: बदले जा सकते हैं 12-15 आइपीएस, रांची हजारीबाग-बोकारो में DIG नहीं, धनबाद-जमशेदपुर में रुरल SP का पोस्ट खाली
झारखंड पुलिस महकमें में एक –दिन दिनों 15 से 20 आइपीएस अफसरों के ट्रांसफर होने की चर्चा है। इनमें दर्जन भर एसपी लेवल के आइपीएस का नाम हो सकते हैं। स्टेट में एसपी व आईजी के आधा दर्जन से अधिक पोस्ट खाली है।
- धनबाद में रेल एसपी का प्रभार डीएसपी को जिम्मे
- मनोज रतन चोथे के कोल्हान में बड़े जिले में जाने की जोरदार चर्चा
- प्रभारी डीआईजी बनाये जा सकते हैं चार एसपी
- नये आइपीएस को मिल सकता है नक्सल जिलों का जिम्मा
रांची। झारखंड पुलिस महकमें में एक –दिन दिनों 15 से 20 आइपीएस अफसरों के ट्रांसफर होने की चर्चा है। इनमें दर्जन भर एसपी लेवल के आइपीएस का नाम हो सकते हैं। स्टेट में एसपी व आईजी के आधा दर्जन से अधिक पोस्ट खाली है।
पुलिस सोर्सेज का के अनुसार बौतर एएसपी काम कर रहे 2017 बैच के आइपीएस को जमशेदपुर, धनबाद, रांची में सिटी व रुरल एसपी को पोस्ट पर भेजा जा सकता है। हलांकि पूर्व के डीजीपी के कार्यकाल में ट्रेंनिंग के रुप में एसडीपीओ पोस्ट एएसपी रहे एक आइपीएस को सीधे पुलिस हेडक्वार्टर में संटिंग पोस्ट पर बैठाया जा चुका है। 2015-2016 बैच के कुछ आइपीएस को नक्सल जिलों की कमान दिये जाने की चर्चा है। इनमें तेजतर्रार अफसर कुसुम पुनिया, सुभाष चंद्र जाट,आर राम कुमार व व सौरभ का नाम शामिल हैं।
साढ़े तीन साल से लातेहार एसपी हैं प्रशांत, निधि वोटिंग फॉर पोस्टिंग
ट्रांसफर लिस्ट में लगभग साढ़े तीन साल से लातेहार पुलिस कप्तान के रुप में काम कर रहे प्रशांत आनंद पहले नंबर पर हैं। वह सेंट्रल डिपुटेशन जाना चाहते हैं। स्पेशल ब्रांच में पोस्टेड श्री आंनद की वाइफ 2012 बैच की आइपीएस शिवानी तिवारी बी सेंट्रल डिपुटेशन के लिए अरजी दी हैं। 2010 बैच के आइपीएस मनोज रतन चौथे, 2011 बैच के आलोक प्रियदर्शी, अंजनी झा को किसी बड़े जिले का कप्तान बनने की बात कही जा रही है। मातृत्व अवकाश से लौटने के बाद वेटिंग फॉर पोस्टिंग चल रही 2013 बैच की निधि द्विवेदी को भी कहीं समायोजित किया जा सकता है। जैप व आईआरबी समेत अन्य संटिंग जगह से कई नये आइपीएस को निकाल जिले की कमान दी जा सकती है। डीआइजी सह धनबाद एसएसपी को किसी रेंज का डीआईजी बनाये जाने की चर्चा है। लातेहार, गढ़वा, रामगढ़, पाकुड़, गोड्डा, देवघर, गुमला व सिमडेगा समेत कई जिलों के कप्तान बदलने की चर्चा है।
चौथे को लेकर महकमा में धनबाद व सीआइडी प्रकरण की चर्चा
आइपीएस मनोज रतन चौथे की पोस्टिंग को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। आरोप है कि बीजेपी के कार्यकाल में धनबाद एसएसपी रहने के दौरान उनके खिलाफ जिले के एक बड़े कारोबारी ने स्टेट गवर्नमेंट व पीएमओ तक लिखित कंपलेन कर रखा है। श्री चौथे को बीजेपी गवर्नमेंट के कार्यकाल में फेमस रहे पावरफुल एक एडीजी का करीबी बताया जाता रहा है। धनबाद में श्री चौथे के एसएसपी कार्यकाल में इलिगल कोल कारोबार का मामला पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचा था। हलांकि बाद में श्री चौथे की पोस्टिंग सीआइडी में हो गयी। आरोप है कि उस समय उनके करीबी एडीजी सीआइडी चीफ थे। इस मामले में उन्हें क्लीन चीट मिल गयी। सरायकेला में पुलिस अफसर व जानवर कारोबारी बताकर थाना प्रभारी की सीआइडी में फोन टेपिंग का मामला भी उनके कायर्काल में हुआ था। हलांकि उनपर सीधा आरोप नहीं है। कहा जा रहा है कि मामले की जांच होने पर उन तक आंच पहुंच सकती है।
स्टेट में आईजी, डीआइजी व एसपी के कई पोस्ट खाली
हजारीबाग और बोकारो में डीआईजी नहीं है। धनबाद में रेल एसपी, धनबाद-जमशेदपुर में रुरल एसपी की कुर्सी लगभग एक साल से खाली पड़ी है। बोकारो, हजारीबाग में डीआईजी के पद पिछले तीन-चार माह से खाली चल रहे। हालांकि धनबाद व जमशेदपुर में सिटी एसपी की रूरल एसपी का अतिरिक्त प्रभार में हैं। धनबाद रेल एसपी का प्रभार भी यहां केे सिटी एसपी को दिया गया है। एडीजी झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, आईजी ट्रेनिंग, बोकारो, हजारीबाग डीआईजी समेत कई महत्वपूर्ण पद खाली हैं। डीआईजी जैप, डीआईजी एससीआरबी व डीआईजी वायरलेस का पोस्ट भी खाली चल रहे हैं। डीआईजी स्पेशल ब्रांच, डीआईजी एसीबी, एडीजी ऑपरेशन, आईजी दुमका, आईजी रांची, आईजी जैप, आईजी एसटीएफ के पोस्ट प्रभार में चल रहे हैं।
चार आइपीएस को बनाया जा सकता है प्रभारी डीआईजी
2009 बैच के आइपीएस अफसर जैंप वन के कमांडेंट अनीश गुप्ता, जमशेदपुर एसएसपी तमिल वानन,चाईबासा एसपी अजय लिंडा, सिमडेगा एसपी शम्स तबरेज व जामताड़ा एसपी दीपक कुमार सिन्हा को प्रभारी डीआईजी (परफॉर्मा प्रमोशन) बनाया सकता है। साथ ही इन अफसरों को खाली पड़े डीआईजी की जगह पर पोस्टिंग की जा सकती है।