झारखंड में बड़ा एक्शन: पूर्व डीजीपी के NGO प्रभारी इंस्पेक्टर गणेश सिंह सस्पेंड, ACB की रिपोर्ट से हड़कंप
झारखंड में पूर्व डीजीपी के NGO प्रभारी रहे इंस्पेक्टर गणेश सिंह को ACB ने सस्पेंड कर दिया है। भ्रष्टाचार की पुष्टि के बाद अब प्रारंभिक जांच की तैयारी है।
रांची। झारखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता के एनजीओ प्रभारी रहे इंस्पेक्टर गणेश सिंह के खिलाफ बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में पदस्थापित इंस्पेक्टर गणेश सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) कर दिया गया है।
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मिली जानकारी के अनुसार, यह आदेश एडीजी, एसीबी की ओर से जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर गणेश सिंह का हजारीबाग एसीबी कार्यालय में तबादला किया गया था, लेकिन उन्होंने वहां योगदान नहीं दिया, जिसे गंभीर अनुशासनहीनता माना गया। इसी आधार पर उनके खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की गई है।
नवंबर में दर्ज हो चुकी थी इंटेलिजेंस रिपोर्ट (IR)
उल्लेखनीय है कि नवंबर महीने में ही एसीबी ने इंस्पेक्टर गणेश सिंह के खिलाफ इंटेलिजेंस रिपोर्ट (IR) दर्ज की थी। इस रिपोर्ट में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े गंभीर आरोपों की पुष्टि हुई थी।
अब होगी प्रारंभिक जांच (Preliminary Inquiry)
एसीबी सूत्रों के अनुसार, आईआर रिपोर्ट की पुष्टि के बाद अब पूरे मामले में प्रारंभिक जांच (Preliminary Inquiry) दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। इस जांच के बाद आगे एफआईआर और कानूनी कार्रवाई की भी संभावना जताई जा रही है।
राज्य पुलिस महकमे में हलचल
इंस्पेक्टर गणेश सिंह के निलंबन के बाद राज्य पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। खास बात यह है कि वे पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के एनजीओ प्रभारी भी रह चुके हैं, जिससे यह मामला और ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है।अब सभी की नजरें एसीबी की आगे की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।
पूर्व DGP अनुराग गुप्ता के खास इंस्पेक्टर गणेश सिंह का खेल खत्म
पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के एनजीओ प्रभारी रहे इंस्पेक्टर गणेश सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एडीजी प्रिया दुबे ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इंस्पेक्टर गणेश सिंह की पोस्टिंग पहले ACB में ही थी, लेकिन उनका स्थानांतरण ACB हजारीबाग में किया गया था।सूत्रों के अनुसार गणेश सिंह ने तबादले के बावजूद हजारीबाग में योगदान नहीं दिया, जिसके बाद एडीजी प्रिया दुबे ने यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की।
PE दर्ज करने की तैयारी
इंस्पेक्टर गणेश सिंह के विरुद्ध ACB धनबाद की टीम ने इनिशियल रिपोर्ट (IR) दाखिल की थी। यह रिपोर्ट उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से जुड़ी हुई थी। जांच में पाया गया कि IR में लगाए गए इंस्पेक्टर गणेश सिंह पर लगे आरोपों की पुष्टि हो गई है, जिससे ब्यूरो में हड़कंप मच गया है। आरोपों की पुष्टि होने के बाद, ACB अब इंस्पेक्टर गणेश सिंह के विरुद्ध प्रारंभिक जांच (PE) दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। नियम के अनुसार, PE दर्ज करने के लिए ACB को मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभागसे अनुमति लेनी होगी।सरकारी अनुमति प्राप्त होते ही ACB औपचारिक रूप से PE दर्ज कर मामले की विस्तृत जांच शुरू करेगी। यह कार्रवाई ACB की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दर्शाती है और भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल अधिकारियों के लिए एक कड़ा संदेश है।
भाजपा के निशाने पर थे पूर्व डीजीपी
इंस्पेक्टर गणेश सिंह का यह निलंबन ऐसे समय में हुआ है, जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी लगातार पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल को लेकर हेमंत सोरेन सरकार को घेरते रहे हैं। मरांडी ने न केवल पूर्व डीजीपी की नियुक्ति और सेवा विस्तार की पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे, बल्कि यह भी आरोप लगाया था कि पूर्व आईपीएस अधिकारी पर लगे गंभीर आरोपों (जैसे अवैध वसूली, उत्खनन और गैंगस्टर से साठगांठ) को सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा था। बाबूलाल मरांडी ने सार्वजनिक तौर पर यह आरोप भी लगाया था कि अनुराग गुप्ता पर पद का दुरुपयोग कर अवैध वसूली का एक बड़ा नेटवर्क संचालित करने का संदेह है।






