नई दिल्ली: Roshni Nadar बनीं HCL Tech की चीफ, देश की सबसे अमीर महिला में शुमार
रोशनी नाडर मल्होत्रा ने HCL Technologies की चेयरपर्सन का पोस्ट संभाल लिया है। वह एक लिस्टेड इंडियन आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
नई दिल्ली। रोशनी नाडर मल्होत्रा ने HCL Technologies की चेयरपर्सन का पोस्ट संभाल लिया है। वह एक लिस्टेड इंडियन आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
पिता की जगह बनी हैं चीफ
रोशनी इंडिया की सबसे धनी महिला है जो इंडिया की मेन आईटी कंपनियों में शुमार HCL Technologies की चेयरमैन बनी है। इससे थे। HCL Technologies कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन शिव नाडर अपना पद छोड़ने के बाद कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनकी बेटी रोशनी को नई चेयरपर्सन नियुक्त किया है।
दिल्ली के वसंत वैली स्कूल से हुई है रोशनी की स्कूलिंग
दिल्ली के वसंत वैली स्कूल से रोशनी ने स्कूलिंग की है। Northwestern University, Evanston, Illinois से कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है। वह Kellogg School of Management से MBA की डिग्री ली है। शास्त्रीय संगीत की भी औपचारिक शिक्षा ली है। रोशनी को वर्ष 2013 में HCL Technologies के बोर्ड में शामिल किया गया था। वह वाइस चेयरपर्सन थी। वह HCL Corporation की सीईओ बनी रहेंगी।
न्यूज प्रोड्यूसर भी रह चुकी हैं रोशनी
वर्ष 2009 में एचसीएल कार्पोरेशन ज्वाइन करने से पहले उन्होंने Sky News UK और CNN America में न्यूज प्रोड्यूसर काम किया था। HCL Corp ज्वाइन करने के एक साल के भीतर रोशनी को एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनाया गया था।27 साल की उम्र में ही उन्हें कंपनी की सीईओ नियुक्त किया गया था। रोशनी ने र्ष 2010 में शिखर मल्होत्रा से शादी की थी। मल्होत्रा एचसीएल हेल्थकेयर में वाइस चेयरमैन हैं। रोशनी और मल्होत्रा को दो बेटे हैं। दोनों बेटे के नाम अरमान और जहान है।
Hurun Rich List के अनुसार रोशनी के पास है 36800 करोड़ रुपये की संपत्ति
Hurun Rich List के मुताबिक 36,800 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ रोशनी भारत की सबसे अमीर महिला हैं। 2019 में फोर्ब्स की विश्व की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में उन्हें 54वां स्थान मिला था। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार रोशनी को वाइल्डलाइफ और कंजर्वेशन में काफी अधिक दिलचस्पी है। उन्होंने वर्ष 2018 में द हैबिटैट्स ट्रस्ट की स्थापना की थी। फाउंडेशन का टारगेट इंडिया के प्राकृतिक हैबिटैट और देश प्रजातियों का संरक्षण करना है।