कोरोना वायरस की नई स्ट्रेन से वर्ल्ड में हड़कंप, इटली, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस समेत कई देशों में फैला नया संक्रमण
कोरोना वायरस की नई म्यूटेटेड स्ट्रेन ब्रिटेन समेत कई देशों में पहुंच गयी है। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार साउथ अफ्रीका ने कहा है कि देश में कोविड-19 के नए प्रकार के वायरस के चलते संक्रमितों के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने स्पुतनिक के हवाले से बताया है कि फ्रांस में इसके पहले से ही इस स्ट्रेन के फैलने की आशंका जताई जा रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर की रिपोर्ट कहती है कि ऑस्ट्रेलिया में नई स्ट्रेन के दो कंफर्म मामले सामने आये हैं।
- सऊदी ने बंद कीं बोर्डरें
- कई देशों ने उड़ानों पर लगाई रोक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की नई म्यूटेटेड स्ट्रेन ब्रिटेन समेत कई देशों में पहुंच गयी है। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार साउथ अफ्रीका ने कहा है कि देश में कोविड-19 के नए प्रकार के वायरस के चलते संक्रमितों के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने स्पुतनिक के हवाले से बताया है कि फ्रांस में इसके पहले से ही इस स्ट्रेन के फैलने की आशंका जताई जा रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर की रिपोर्ट कहती है कि ऑस्ट्रेलिया में नई स्ट्रेन के दो कंफर्म मामले सामने आये हैं।
सऊदी अरब ने बंद की अपनी बोर्डर
सऊदी अरब ने अस्थायी तौर पर सभी इंटरनेशनल उड़ानों पर बैन लगा दिया है। होम मिनिस्टरी ने कहा कि फिलहाल यह बैध सात दिनों तक प्रभावी रहेगा।डॉक्टर्स की सलाह पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। वायरस के नये प्रकार को रोकने के लिए सऊदी अरब ने देश की बोर्डर और बंदरगाहों को भी एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है। सऊदी गवर्नमेंट ने पिछले तीन महीनों के दौरान यूरोपीय देश से आए लोगों को तत्काल कोरोना टेस्ट कराने को कहा है।
कई देशों ने उड़ानों पर लगाई रोक
वायरस का यह नया प्रकार पहले से 70 परसेंटअधिक संक्रामक है। वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। फ्रांस, जर्मनी, इटली, बेल्जियम, डेनमार्क, बुल्गारिया, द आयरिश रिपब्लिक, तुर्की, कनाडा, हांगकांग, ईरान, क्रोएशिया, अर्जेटीना, चिली, मोरक्को और कुवैत ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर बैन का एलान किया है। इजरायल ने ब्रिटेन के अलावा डेनमार्क और साउथ अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर भी बैन का एलान किया है।
नया स्ट्रेन ज्यादा घातक नहीं
भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति ने कहा है कि फिलहाल इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि इंग्लैंड में मिला कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन ज्यादा घातक है। प्रसिडेंट जो बाइडन द्वारा देश के नये सर्जन जनरल नामित किये गये मूर्ति ने कहा कि यह मानने का कोई कारण नहीं है कि कोरोना के लिए बनाये गये टीके नये स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी नहीं होंगे।
बचाव एकमात्र तरीका
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन स्थिति का जायजा लेने के लिए बुलाई गई सरकार की आपातकालीन समिति की बैठक की। उधर, यूरोपीय यूनियन से जुड़े देश भी ब्रसेल्स में बैठक कर सकते हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा है कि टियर-4 इलाकों में रहने वाले लोगों को इस तरह से व्यवहार करना चाहिए कि उनके पास वायरस हो सकता है। यही एकमात्र तरीका है, जिससे हम इसे नियंत्रण में रख सकते हैं। स्थिति बहुत गंभीर है। वायरस के नए प्रकार ने इसे और अधिक कठिन बना दिया है। उल्लेखनीय है कि टियर-4 सबसे कड़ा बैन है, जिसे ब्रिटेन के कुछ इलाकों में लगाने का एलान किया गया है।
तेजी से फैल रहा नया प्रकार
लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज के डॉ. एरिक वोल्ज ने कहा कि फिलहाल जो दिखाई दे रहा है, उसके अनुसार यह बहुत तेजी से फैल रहा है। इस पर नजर बनाये रखने की जरूरत है। उधर, ब्रिटिश सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस ने कहा कि इसकी मौजूदगी अन्य देशों में भी हो सकती है, लेकिन इसकी शुरुआत ब्रिटेन से हुई है।परिवहन मंत्री ग्रांट शैफ्स ने कहा कि वायरस के नए प्रकार में पुराने के मुकाबले 23 तरह के परिवर्तन देखने को मिले रहे हैं। अधिकांश परिवर्तन वायरस में मिलने स्पाइक प्रोटीन से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने दूसरे देशों में मौजूद वायरस के म्यूटेशन का सबसे अच्छा वैश्विक विश्लेषण किया है। उधर, रूस द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन नये स्ट्रेन में पूरी तरह असरदार है। यह दावा वैक्सीन विकसित करने वाली रशियन डायरेक्ट इंवेस्ट फंड के सीईओ किरिल दिमित्रेव ने किया है।
इटली में भी पहुंचा नया वायरस
इटली में ब्रिटेन से लौटे दो पैसेंजर्स (दंपत्ति) में कोरोना की नई स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। इनकी फ्लाइट रोम के फिमिसिनो हवाई अड्डे पर लैंड हुई थी। एयरपोर्ट पर उनके संपर्क में आये लोगों को कोरोना की जांच कराने के साथ बाकी कोरोना प्रोटोकॉल पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। पीडि़त जोड़ा आइसोलेशन में है। इटली ने पिछले 14 दिनों से ब्रिटेन में मौजूद लोगों के देश में आने पर बैन लगा दिया है।
साउथ अफ्रीका में नई स्ट्रेन से बढ़े मामले
न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि साउथ अफ्रीका में नई स्ट्रेन के चलते हॉ्सपीटल में एडमिट होनेवाले पेसेंट और मृतकों की संख्या बढ़ रही है। साइंटिस्ट के अनुसार, साउथ अफ्रीका में कोरोना के नये मामलों में 501.वी-2 के रूप में पहचाने गये नये वायरस के मामले प्रमुखता से पाये गये हैं। मंत्रिस्तरीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर सलीम अब्दुल करीम का कहना है कि संक्रमण की दूसरी लहर में नया वायरस हावी हो रहा है।
फ्रांस में नई स्ट्रेन के पहले ही फैलने की आशंका
न्यूज एजेंसी एएनआइ ने स्पुतनिक के हवाले से बताया है कि फ्रांस में कोरोना की नई स्ट्रेन के पहले से ही फैलने की आशंका है। फ्रांस के हेल्थ मिनिस्टर ऑलीवर वेरान ने कहा कि नई स्ट्रेन बेहद संक्रामक है। इस बात की पूरी आशंका है कि नया वायरस पहले से ही फ्रांस में टेस्ट में इसकी मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है।
ऑस्ट्रेलिया में दो मामले मिले
न्यूज एजेंसी रॉयटर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को नई कोरोना स्ट्रेन के दो मामलों की पहचान की। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो पेसेंटकोरोना की नई स्ट्रेन से संक्रमित पाये गये हैं। येपेसेंट ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स लौटे थे। दोनों क्वारंटीन हो गये हैं। हालांकि विशेषज्ञों ने वायरस के इस प्रकार को सिडनी में संक्रमण में आई तेजी की वजह नहीं माना है।
स्पुतनिक-5 का दावा इस वायरस पर भी कारगर है वैक्सिन
कोरोना वैक्सीन बनाने वाली स्पुतनिक-5 ने कहा है कि उसके द्वारा विकसित किया गया कोरोना का टीका उस नई कोरोना स्ट्रेन पर भी काफी प्रभावी है जो यूरोप में पाई गई है। न्यूज एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पुतनिक ने अपने ट्विटर हैंडलर पर कहा कि हमारी वैक्सीन यूरोप में पाए जाने वाले कोरोना वायरस के नए प्रकार के खिलाफ उतना ही प्रभावी होगी जितना कि मौजूदा कोविड-19 के खिलाफ।
टीके कारगर होंगे या नहीं आशंका बरकरार
हालांकि साउथ अफ्रीका में पाई गई कोरोना की नई स्ट्रेन को लेकर अभी कोई मुकम्मल जानकारी सामने नहीं आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 का यह नया प्रकार ब्रिटेन में पाई गई नई स्ट्रेन से अलग है। साउथ अफ्रीका में पाई गई नई स्ट्रेन मूल कोरोना वायरस की तुलना में अधिक संक्रामक है। वैसे साउथ अफ्रीका के वैज्ञानिक इसका अध्ययन कर रहे हैं कि क्या कोविड-19 के खिलाफ अब तक के विकसित टीके नई स्ट्रेन से भी सुरक्षा प्रदान करेंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक कोरोना का कोई मुकम्मल समाधान नहीं खोज लिया जाता तब तक मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाने जैसे बचाव के उपाय ही महत्वपूर्ण हैं। नई स्ट्रेन की दस्तक के बाद दक्षिण अफ्रीका सरकार ने सख्त लॉकडाउन पाबंदियों की शुरुआत की है।