साहिबगंज के कुख्यात क्रिमिनल का पंकज मिश्रा पर बड़ा आरोप, रंगदारी नहीं वसूली तो फर्जी केस में भिजवाया जेल
मुका सेंट्रल जेल दुमका में बंद कुख्यात क्रिमिनल पंकज लाला ने सीएम विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि पंकज कहने पर अवैध क्रशर, खान, बालू घाटों आदि से रंगदारी नहीं वसूली तो उसे एक साजिश के तहत जेल भेजवा दिया गया। पंकज मिश्रा के कहने पर ही साहिबगंज पुलिस ने उसे फर्जी रंगदारी के केस में न सिर्फ जेल भेजा, बल्कि जिन कांडों में वह बरी हो चुका है, उनका हवाला देकर उसपर सीसीए लगवा दिया गया।
- पंकज मिश्रा फिर जेल से रिम्स में किया गया शिफ्ट
रांची। दमुका सेंट्रल जेल दुमका में बंद कुख्यात क्रिमिनल पंकज लाला ने सीएम विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि पंकज कहने पर अवैध क्रशर, खान, बालू घाटों आदि से रंगदारी नहीं वसूली तो उसे एक साजिश के तहत जेल भेजवा दिया गया। पंकज मिश्रा के कहने पर ही साहिबगंज पुलिस ने उसे फर्जी रंगदारी के केस में न सिर्फ जेल भेजा, बल्कि जिन कांडों में वह बरी हो चुका है, उनका हवाला देकर उसपर सीसीए लगवा दिया गया।
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जेल से पंकज लाला ने होम सेकरेटरी को लिखा था पत्र
पंकज लाला ने दुमका सेंट्रल जेल से जेल सुपरिटेंडेंट के माध्यम से यह कंपलेन छह दिसंबर को गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर किया है। उसने साहिबगंज के डीसी व एसपी की भी शिकायत की है। उसने बताया है कि वह गत छह मई 2022 से ही सेंट्रल दुमका में बंद है। उसका आरोप है कि उसके विरुद्ध गुंडा एक्ट (क्राइम कंट्रोल एक्ट) के तहत साहिबगंज के एसपी-डीसी ने कार्रवाई के लिए जो अनुशंसा की थी, उनमें से अधिकतर कांडों में वह बरी हो चुका है।
पंकज लाला की क्राइम हिस्ट्री
पंकज लाला के अनुसार एसपी साहिबगंज ने उसके विरुद्ध 15 केस के लंबित होने की जानकारी दी है। ये केस राजमहल, तालझारी, रांगा, राजमहल, बरहेट, बड़हरवा व सोनारपुर (बंगाल) थाने में दर्ज हैं। दुमका जेल सुपरिटेंडेंट सत्येंद्र चौधरी के अनुसार उन्हें इस संबंध में कुछ भी जानकारी नहीं है। कागजात देखकर ही कुछ बताना उचित होगा।
शांतिपूर्ण कर रहा था बिजनस, साजिश के तहत फंसाया गया
पंकज लाला ने कहा कि उसके विरुद्ध सिर्फ छह मामले कोर्ट में लंबित हैं। वह साहिबगंज के तीनपहाड़ में बिजनसकरके मुख्यधारा में शामिल होकर अपना जीवन-यापन कर रहा था। इसी दौरान पंकज मिश्रा ने उसे इलिगल क्रशर, माइंस, बालू घाटों से प्रतिमाह रंगदारी वसूल कर देने व उसके इशारे पर काम करने का दबाव बनाया गया था। उसने पंकज मिश्रा के प्रस्ताव को अस्वीकार किया। क्योंकि वह अपने बिजनस से संतुष्ट था और अपने परिवार के साथ समाज में शांतिपूर्वक जीवन यापन कर रहा था। इस कारण उसने साहिबगंज पुलिस के सहयोग से फर्जी रंगदारी के केस में जेल भेजवा दिया और एक साजिश के तहत सीसीए लगवा दिया। पंकज लाला के लगाये गये इस आरोप की जांच हो तो और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं।
पंकज मिश्रा की फिर बिगड़ी तबीयत, रिम्स में किया गया शिफ्ट
एक हजार करोड़ के इलिगल माइनिंग से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी पंकज मिश्रा की तबीयत बिगड़ने से उन्हें फिर से रिम्स में एडमिट कराया गया है। पंकज को चार दिसंबर को हॉस्पिटल से जेल भेजा गया था।पेशाब में जलन और पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे रिम्स इमरजेंसी में लाया गया। फिलहाल उसे पेइंग वार्ड में एडमिट किया गया है। इससे पहले भी वह 30 जुलाई से चार दिसंबर तक रिम्स में ही था। रिम्स के पीआरओ डॉ राजीव रंजन नेबताया कि डॉ मृत्युंजय सरावगी की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है। डॉ सरावगी ने बताया कि यूरिन जांच के लिए सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट आन के बाद इलाज होगा। पंकज को चार दिसंबर को रिम्स से सीआईपी मेंशिफ्ट किया गया था। यहां 15 दिन इलाज के बाद उसेजेल भेज दिया गया था।
पंकज कई दवाओं के सेवन का आदी है। जिससे उसमें बिहेवियर चेंज दिख रहे हैं। अब यह जांच जरूरी है कि आखिर इन दवाओं का कितना इफेक्ट पड़ा है। इसी को लेकर उसे रिम्स से सीआईपी भेजा गया था। रिम्स मेंइलाज के दौरान पंकज की संदिग्ध गतिविधि पर ईडी की नजर थी। सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य स्थान से मिली जानकारी के आधार पर ईडी ने पाया था कि उसे गैर कानूनी तरीके से मोबाइल फोन उपलब्ध कराया गया था। इससे करीब 500 कॉल किया गया था।
पंकज मिश्रा को ईडी ने 19 जुलाई को भेजा था जेल
पंकज मिश्रा भी रांची के होटवार स्थित सेंट्रल कारा में बंद है। ईडी ने 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में उसे 19 जुलाई को अरेस्ट कर जेल भेजा था। ईडी ने अपनी छानबीन में पाया है कि पंकज मिश्रा ने अपनी राजनीतिक रसूख की बदौलत पूरे क्षेत्र में इलिगल माइनिंग करवाया। साहिबगंज पुलिस-प्रशासन पर प्रभाव जमाकर अपने पक्ष में कई अनैतिक कार्य कराये।