झारखंड में बिजनसमैन को रंगदारी के लिए धमकाने वाला PLFI उग्रवादी ‘चूहा’ अरेस्ट
झारखंड की राजधानी रांची व कोयला राजधानी रांची में रंगदारी के लिए बिजनसमैन को धमकाने वाले दो लाख के इनामी PLFI उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा उर्फ बिहारी को एसटीएफ व एटीएस की ज्वाइंट टीम ने अरेस्ट कर लिया है। चूहाबिहार के नालंदा जिले के चिकसौरा बाजार का रहनेवाला है।
रांची। झारखंड की राजधानी रांची व कोयला राजधानी रांची में रंगदारी के लिए बिजनसमैन को धमकाने वाले दो लाख के इनामी PLFI उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा उर्फ बिहारी को एसटीएफ व एटीएस की ज्वाइंट टीम ने अरेस्ट कर लिया है। चूहाबिहार के नालंदा जिले के चिकसौरा बाजार का रहनेवाला है।
पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का दाहिना हाथ
पुलिस अवधेश से गुप्त स्थानों पर पूछताछ कर रही है। पुलिस की ओर से अभी उसकी अरेस्टिंग की ऑफिसियल पुष्टि नहीं की गयी है। डीजीपी नीरज सिन्हा ने अवधेश जायसवाल की अरेस्टिंग के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया था। आईजी ऑपरेशन एवी होमकर के निर्देश पर एसटीएफ और एटीएस की टीम ने पिछले कुछ दिनों से चूहा की खोज में ऑपरेशन चला रही थी। पुलिस का कहना है कि बिहार में अवधेश के एक फैमिली मेंबर की कुछ साल पहले मर्डर कर दी गयी थी। इसके बाद वह बिहार छोड़कर झारखंड आ गया था। झारखंड में पीएलएफआइ उग्रवादियों के संपर्क में आया। दिनेश गोप को आर्म्स और अन्य सामान की सप्लाई करने लगा।अवधेश को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का दाहिना हाथ कहा जाता है। पिछले दो-तीन सालों से अवधेश पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का सबसे करीबी हो गया था।
100 बिजनसमैन व कंट्रेक्टर्स से मांग चुका है लेवी
बताया जाता है कि चूहा अपने आका दिनेश गोप के इशारे पर ही दिसंबर 2020 में झारखंड के कोल बिजनसमैन, जमीन कारोबारी और कंट्रेक्टर्स से व्हाट्सएप्प कॉल व वीडियो कॉल कर लेवी मांगता था। चूहा ने धनबाद के चार कंप्यूटर बिजनसमैन व तीन अन्य कारोबारी से व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये 50-50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। अवधेश जायसवाल के खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में धनबाद, चतरा, चाईबासा, खूंटी, गुमला, हजारीबाग, रामगढ़ और रांची जिला में 40 से अधिक FIR दर्ज हो चुके हैं। वह 100 बिजनसमैन और कंट्रेक्टर्स से लेवी मांग चुका है।
लेवी की रकम में ही गड़बड़ी, दिनेश गोप से विवाद
पुलिस सोर्सेज का कहना है कि अवधेश ने झारखंड से लेवी से मोटी रकम वसूली की थी। उसने रकम का सही से हिसाब दिनेश गोप को नहीं दिया था। इस कारण दिनेश गोप से उसका विवाद भी हुआ था। इसके बाद वह झारखंड के जंगल से निकलकर बिहार चला गया था। रांची और खूंटी जिला की पुलिस के ऑपरेशन में अवधेश हमेशा पुलिस से बच कर निकलने में सफल रहता था।