नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट ने पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान कर दिया गया है। कुल 26 व्यक्तियों को पद्म विभूषण और पद्म श्री में उनके संबंधित क्षेत्रों में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से किसी एक से सम्मानित किया जायेगा। यूपी के एक्स सीएम मुलायम सिंह यादव और ORS के खोजकर्ता डॉ. दिलीप महलानाबिस को मरणोपरांत देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया है।
तबला वादक जाकिर हुसैन, आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी और भारतीय मूल के अमेरिकी मेथेमेटिशियन श्रीनिवास वर्धन को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। कुमार मंगलम बिड़ला और सुधा मूर्ति समेत नौ हस्तियों को पद्म भूषण से नवाजा गया है। 91 हस्तियों को पद्मश्री सम्मान दिया गया है।
मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण
एक्स डिफेंस मिनिस्टर और उत्तर प्रदेश के एक्स सीएम दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित होंगे। इसके अलावा चिकित्सा (बाल रोग) के क्षेत्र में ओआरएस अग्रणी दिलीप महलानाबीस को पद्म विभूषण (मरणोपरांत) प्राप्त होगा। कर्नाटक के एक्स सीएम एसएम कृष्णा, करोड़ों दिलों पर राज करने वाले तबलावादक जाकिर हुसैन, करोड़ो बच्चों के लिए जीवनदान की तरह काम करने वाले ओआरएस को तैयार करने वाले डॉ. दिलीप महालानबीस, विख्यात आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोशी और विज्ञान से जुड़े रहे वर्धन को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जायेगा।
अंडमान के रिटायर गवर्नमेंट डॉक्टर को पद्मश्री
अंडमान के रिटायर गवर्नमेंट डॉक्टर रतन चंद्र कर को मेडिसिन (चिकित्सक) के क्षेत्र में पद्म श्री दिया जायेगा। ये वही हैं जिन्होंने 1999 में जरावा को चेचक से बचाया।उनकी सेवा के कारण ही जरावा की संख्या 76 से बढ़कर 270 हो गई है। जो उत्तरी सेंटिनल से 48 किमी दूर एक द्वीप में निवास करने वाले रतन चंद जरावा जनजाति के साथ काम कर रहे हैं। सिद्दी आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता और लीडर हीराबाई लोबी ने गुजरात में सिद्दी समुदाय की बेहतरी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। वो सामाजिक कार्य (आदिवासी) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित होंगी। पद्मभूषण से उद्योगपति कुमार मंगलम बिरला, वाणी जयराम, इंफोसिस संस्थापक नारायणमूर्ति की वाइफ सुधा मूर्ति समेत नौ लोगों को सम्मानित किया जाएगा, जबकि पद्मश्री से 91 ऐसे व्यक्तित्व को सम्मानित किया जाना है, जिन्होंने अलग-अलग विधाओं में अपनी विशिष्टता साबित की और समाज सेवा की।
209 लोगों को पद्म पुरस्कार
पद्म पुरस्कार की सूची में कुल 109 लोगों को शामिल किया गया है। इसमें 19 महिलाएं, दो विदेशी या एनआरआई हैं और सात लोगों को मरणोपरांत सम्मानित किया जा रहा है।
पद्म विभूषण पाने वाले विजेताओं का संक्षिप्त परिचय
पद्मविभूषण बालकृष्ण दोशी (मरणोपरांत): वास्तुकला के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक माना जाने वाला प्रित्जकर पुरस्कार से सम्मानित होने वाले देश के पहले वास्तुकार हैं बालकृष्ण दोशी। लगभग सात दशकों के करियर में दोशी ने 100 से अधिक परियोजनाओं को पूरा किया, जिनमें से कई सार्वजनिक संस्थाएं थीं। दोशी पूरे भारत में किफायती आवास प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं।
जाकिर हुसैन: जाकिर हुसैन भारत के प्रसिद्ध तबला वादक हैं। संगीत की दुनिया में बड़े पैमाने पर उनके योगदान की काफी सराहना की जाती है। जाकिर हुसैन को व्यापक रूप से समकालीन विश्व संगीत आंदोलन का मुख्य वास्तुकार माना जाता है।
सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा: सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा कर्नाटक के अब तक के उच्च शिक्षित सीएम में से एक हैं। वह 1989 में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष बने। 1992 में कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री बने। वह अक्टूबर 1999 से मई 2004 तक कर्नाटक के सीएम रहे। छह दिसंबर, 2004 को महाराष्ट्र के गवर्नरके रूप में शपथ ली थी।
दिलीप महालनाबीस (मरणोपरांत): बाल रोग विशेषज्ञ दिलीप महालनाबीस ने ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन साल्यूशन) के व्यापक उपयोग का बीड़ा उठाया था, जिसके बारे में अनुमान है कि इसने विश्व स्तर पर पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बचाई है। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शरणार्थी शिविरों में सेवा करने के दौरान महालनाबिस ने ओआरएस की प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया था।
श्रीनिवास वर्धन: श्रीनिवास वर्धन एक भारतीय गणितज्ञ हैं जो अमेरिका में काम करते हैं। वह संभाव्यता सिद्धांत में अपने मौलिक योगदान के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 2007 में एबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत): समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वे 1989 से 1991, 1993 से 1995 और 2003 से 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे। उन्होंने 1996-1998 में भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था।
पद्म भूषण पाने वाले विजेताओं का संक्षिप्त परिचय
पद्म भूषण डा. एस एल भैरप्पा: डा. एस एल भैरप्पा एक उत्कृष्ट साहित्यकार हैं। वह दक्षिण भारतीय भाषा, कन्नड़ में लिखते हैं। उनके उपन्यासों का व्यापक रूप से भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाता है।
कुमार मंगलम बिड़ला: कुमार मंगलम बिड़ला भारतीय बहुराष्ट्रीय आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष हैं, जो छह महाद्वीपों के 36 देशों में काम करता है।
दीपक धर: दीपक धर भारतीय भौतिक विज्ञानी हैं। भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान पूणे के भौतिकी विभाग मे एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर है। सांख्यिकिय भौतिकी और स्टोकेस्टिक प्रक्रियाओं पर अपने शेाध के लिए जाने जाते हैं।
वाणी जयराम: वाणी जयराम दक्षिण भारतीय सिनेमा में एक पार्श्व गायिका के रूप में जानी जाती हैं।
स्वामी चिन्ना जीयर: स्वामी चिन्ना जीयर एक भारतीय धार्मिक गुरु और योगी तपस्वी हैं जो श्री वैष्णववाद पर अपने आध्यात्मिक प्रवचनों के लिए जाने जाते हैं।
सुमन कल्याणपुर: भारत में सम्मानित पार्श्व गायिकाओं में से एक हैं सुमन कल्याणपुर।
कपिल कपूर: कपिल कपूर भाषा विज्ञानि, साहित्य के विद्वान और भारतीय बौद्धिक परंपराओं के विशेषज्ञ हैं। वह जेएनयू के पूर्व प्रो वाइस चांसलर रह चुके हैं।
सुधा मूर्ति: सुधा मूर्ति एक भारतीय शिक्षिका और लेखिका हैं। इसके अलावा यह इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष भी हैं।
कमलेश डी. पटेल: कमलेश डी. पटेल को उनके अनुयायियों के बीच दाजी के नाम से भी जाना जाता हैं। वे युवाओं को आत्म-प्रबंधन, व्यावहारिक साधन एवं सार्वभौमिक मूल्यों से परिचय कराने में विश्वास रखते हैं।
रवीना टंडन और RRR के म्यूजिक कंपोजर एमएम कीरावानी को पद्मश्री अवॉर्ड
रवीना टंडन और RRR के म्यूजिक कंपोजर एमएम कीरावानी को पद्मश्री अवॉर्ड मिलेगा। हाल ही में एमएम कीरावानी को फिल्म आरआरआर के गाने नाटू-नाटू के लिए गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड सेरेमनी में बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का खिताब से नवाजा गया था। इस अवॉर्ड के लिए देशभर में जश्न मनाया गया था। इस गाने को चंद्रबोस ने लिखा था। इसके अलावा आरआरआर का गाना नाटू-नाटू ऑस्कर 2023 में बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग कैटेगरी के लिए भी नॉमिनेट हो चुका है।