रांची: पैसे लेकर जमीन की सही रिपोर्ट नहीं देने पर हुई थी राजस्व कर्मचारी की मर्डर, चार अरेस्ट
रांची में राजस्व कर्मचारी सत्यप्रकाश श्रीवास्तव की मर्डर रातू के सिमलिया मौजा और झिरी मौजा की जमीन के म्यूटेशन के लिए रुपये लेने के बाद भी जमीन के संबंध में सही रिपोर्ट नहीं देने के चलते हुई थी। रांची पुलिस ने सत्याप्रकाश हत्याकांड का उद्भेदन कर चार क्रिमिनलों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
रांची। राजस्व कर्मचारी सत्यप्रकाश श्रीवास्तव की मर्डर रातू के सिमलिया मौजा और झिरी मौजा की जमीन के म्यूटेशन के लिए रुपये लेने के बाद भी जमीन के संबंध में सही रिपोर्ट नहीं देने के चलते हुई थी। रांची पुलिस ने सत्याप्रकाश हत्याकांड का उद्भेदन कर चार क्रिमिनलों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने रविवार को प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी।
एसएसपी के निर्देश पर पुलिस की टीम ने चार क्रिमिनल ज्ञान प्रकाश तिवारी, ऋषिकांत शर्मा, आशीष पांडेय और मनीष कुमार को अरेस्ट किया है। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल,एक देसी कट्टा, नौ जिंदा गोली समेत कई अन्य सामान बरामद किया है। राजस्व कर्मचारी की मर्डर की सुपारी उपेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति ने दी थी। इसमें उपेंद्र कुमार के अलावा एक सफेदपोश का भी नाम सामने आया है। पुलिस जांच कर रही है।
सीओ ऑफिस से घर जाने के दौरान सत्याप्रकाश को मारी गई थी गोली
राजस्व कर्मचारी सत्यप्रकाश श्रीवास्तव 12 फरवरी की शाम लगभग साढ़े पांच बजे रातू स्थित अंचल ऑफिस से बाइक से अपने घर चुटिया पावर हाउस के लिए निकले थे। बाइक सवार क्रिमिनलों रातु पुलिस स्टेशन एरिया के तिलता नेहा सीमेंट के पास उन्हें गोली मार दी। गोली लगते ही अपनी बाइक से सड़क किनारे गिर पड़े। उन्होंने सूझबूझ से काम लिया और उठकर एक ऑटो के पीछे जाकर छुप गये। घटना का अंजाम देने के बाद क्रिमिनल मुंबई भाग गया था।
इलाज के दौरान हुई थी राजस्व कर्मचारी की मौत
गोलीबारी में घायल राजस्व कर्मचारी सत्यप्रकाश श्रीवास्तव की इलाज के दौरान 22 फरवरी को मौत हो गई थी। गोली से जख्मी राजस्व कर्मचारी को इलाज के लिए मेडिका में एडमिट कराया गया था। मेडिका से बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली के एम्स में रेफर किया गया था। एम्स में इलाज के दौरान राजस्व कर्मचारी की मौत हो गई थी।