रिलायंस लायेगा वर्ल्ड के सबसे सस्ते स्मार्टफोन फोन, 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी पर होगा लॉन्च, अब इको फ्रेंडली ऊर्जा बिजनेस करेगी कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को अपनी 44वीं एजीएम में वर्ल्ड का सबसे सस्ता स्मार्टफोन 'जियोफोन नेक्स्ट' (Jiophone next)लॉन्च करने का एलान किया है। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि अब भी देश में 30 करोड़ लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। उनके पास बेसिक फोन है। ऐसे लोगों की पहुंच स्मार्टफोन तक बनाने के लिए कंपनी जियोफोन नेक्स्ट पेश करेगी।
- Reliance AGM में मुकेश अंबानी ने किया बड़ा ऐलान
मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को अपनी 44वीं एजीएम में वर्ल्ड का सबसे सस्ता स्मार्टफोन 'जियोफोन नेक्स्ट' (Jiophone next)लॉन्च करने का एलान किया है। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि अब भी देश में 30 करोड़ लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। उनके पास बेसिक फोन है। ऐसे लोगों की पहुंच स्मार्टफोन तक बनाने के लिए कंपनी जियोफोन नेक्स्ट पेश करेगी।
जियोफोन नेक्स्ट ल गणेश चतुर्थी यानी 10 सितंबर से मार्केट में आ जायेगा। इस फोन को रिलायंस ने गूगल के साथ मिलकर तैयार किया है। यह फोन एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलेगा। स्मार्टफोन में बेहतरीन कैमरा और एंड्रायड अपडेट भी मिलेंगे। फुली फीचर्ड इस स्मार्टफोन को मुकेश अंबानी ने इंडिया का ही नही वर्ल्ड का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बताया। जियो-गूगल का नया स्मार्टफोन JioPhone Next बेस्ट-इन-क्लास फीचर्स से लैस है। कंपनी इस फोन में वॉइस असिस्टेंट, ऑटोमैटिक रीड-अलाउड ऑफ स्क्रीन टेक्स्ट, लैंग्वेज ट्रांसलेशन, AR फिल्टर्स के साथ स्मार्ट कैमरा जैसे धांसू फीचर दे रही है। फोन के लिए गूगल ने ऐंड्रॉयड का खास ऑपरेटिंग सिस्टम डिवेलप किया है।
इंडिया को 2जी मुक्त बनाने की कोशिश
रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि “5G इको सिस्टम विकसित करने के और 5G उपकरणों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए हम वैश्विक भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं। Jio न सिर्फ भारत को 2G मुक्त बनाने के लिए काम कर रहा है, बल्कि 5G युक्त भी कर रहा है। उन्होंने बताया कि रिलायंस जियो (Reliance Jio) डेटा खपत के मामले में दुनिया के दूसरे नंबर का नेटवर्क बन गया है। रिलायंस जियो के नेटवर्क पर 630 करोड़ जीबी डेटा प्रतिमाह की खपत होती है। पिछले साल के मुकाबले यह 45 परसेंट अधिक है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि पांच साल पहले Jio की शुरुआत हुई थी। और अब वक्त आ गया है Reliance को वैश्विक कंपनी बनाया जाए। जामनगर में 5000 एकड़ में Dhirubhai Ambani Green Energy Giga Complex पर काम शुरू हो चुका है। यह वर्ल्ड में बड़ी एकीकृत Renewable energy मैन्युफैक्चरिंग यूनिट होगी।कंपनी अब Eco Friendly Green Energy के कारोबार में हाथ आजमायेगी। इस कारोबार पर तीन साल में 60 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। रिलायंस जियो ने पिछले साल ही गूगल के साथ पार्टनरशीप की घोषणा की थी। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने नये स्मार्टफोन के बारे में कहा कि “हमारा अगला कदम गूगल और जियो के साथ मिलकर बनाये गये एक नये किफायती जियो स्मार्टफोन के साथ शुरू होता है। यह भारत के लिए बनाया गया है। यह उन लाखों नये यूजर्स के लिए नई संभावनाएं खोलेगा जो पहली बार इंटरनेट का अनुभव करेंगे। गूगल क्लाउड और जियो के बीच एक नई 5G साझेदारी एक अरब से अधिक भारतीयों को तेज इंटरनेट से जुड़ने में मदद करेगी। इंडया के डिजिटलीकरण के अगले चरण की नींव रखेगी।
जियोफोन नेक्स्ट की प्राइस का खुलासा नहीं
हलांकि जियोफोन-नेक्स्ट की प्राइस के बारे में खुलासा नही किया गया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी कीमत काफी कम रखी जाएगी। जियो-गूगल का एंड्रायड बेस्ड स्मार्टफोन जियोफोन-नेक्स्ट गेम चेंजर साबित होगा। यह उन 30 करोड़ लोगों की जिंदगी बदल सकता है जिनके हाथ में अभी भी 2जी मोबाइल सेट हैं। तेज स्पीड बढ़िया ऑपरेटिंग सिस्टम और किफायती दाम के दम पर जियो-गूगल का नया स्मार्टफोन करोड़ों नये कस्टमर्स से रिलायंस जियो की झोली भर सकता है।
मुकेश अंबनी ने कहा कि मुझे इस बात की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि Google और Jio टीमों ने संयुक्त रूप से मिलकर ब्रेकथ्रू स्मार्टफोन JIOPHONE NEXT का विकास किया है। यह सभी फीचर्स वाला स्मार्टफोन है जो Google और Jio के सभी Applications को सपोर्ट करता है।अंबानी ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद RelianceJio ने ठोस प्रदर्शन का अपना ट्रैक रिकॉर्ड कायम रखा है। चीन के बाहर Reliance Jio किसी भी एक देश में 40 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर वाला टेलीकॉम ऑपरेटर बन गया है।
हम अपने विरासत वाले कारोबार को टिकाऊ, सर्कुलर और कार्बन मुक्त कारोबार बनायेंगे। लायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि रिलायंस न्यू मैटेरियल्स और ग्रीन केमिकल्स के लिए एक विजन भी विकसित कर रहा है। हम अपने हाइड्रोजन और सोलर इकोसिस्टम का समर्थन करने के लिए भारत के पहले वर्ल्ड लेवल के कार्बन फाइबर संयंत्र में रणनीतिक निवेश करके इसकी शुरुआत करेंगे।हम इस इकोसिस्टम को और मजबूती देने के लिए दो अतिरिक्त डिविजन बनाएंगे। इनमें रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड कंस्ट्रक्शन डिविजन एवं रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट फाइनेंस डिविजन शामिल हैं।
मुकेश अंबानी ने कहा है कि नई पहलों के साथ रिलायंस गुजरात और भारत को विश्व के सोलर और हाइड्रोजन मैप पर लाकर रख देगा। हमारे सभी उत्पाद गर्व से ''मेड इन इंडिया, बाय इंडिया, फॉर इंडिया एंड फॉर द वर्ल्ड'' को प्रोक्लेम करेंगे।उन्होंने कहा कि हम वैल्यू चेन, पार्टनरशिप और फ्यूचर टेक्नोलॉजी के लिए 15,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेंगे। इस तरह न्यू एनर्जी बिजनेस में तीन साल में हमारा कुल निवेश 75,000 करोड़ रुपये हो जायेगा।मुकेश अंबानी ने कहा कि नये बिजनेस के लिए वर्ल्ड लेवल प्रतिभा सबसे महत्वपूर्ण संसाधन होगा। हम लोगों ने पूरी दुनिया के सबसे अच्छी प्रतिभाओं को आकर्षित करना शुरू कर दिया है। हमने दुनिया के कुछ सबसे अधिक प्रतिभाशाली लोगों के साथ रिलायंस न्यू एनर्जी काउंसिल की स्थापना की है।मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ने हमेशा ग्रो करने वाले बिजनेस पर फोकस किया है। रिलायंस अपने ऊर्जा के नए कारोबार को वैश्विक बनाएगी। 2016 में हमने Jio की शुरुआत की थी। अब 2021 में हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू कर रहे हैं। यह देश के ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की मुहिम का हिस्सा है।
अंबानी ने कहा कि इंडिया का जीडीपी पर कैपिटा 2,000 डॉलर है जबकि दुनियाभर का औसत 12,000 डॉलर का है। भारत में बिजली की खपत शेष दुनिया के मुकाबले महज एक तिहाई है। यह धन असमानता और ऊर्जा असमानता अस्वीकार्य है। आज मैं तीन चीजें कह रहा हूं। दुनिया के सबसे बड़े एनर्जी मार्केट्स में से एक के तौर पर भारत वैश्विक ऊर्जा जगत में बड़े बदलाव में अग्रणी भूमिका निभायेगा।उन्होंने कहा कि मैंने ऐलान किया था कि 2035 तक हम नेट कार्बन जीरो हो जायेंगे। इसके लिए मैं आगे की रणनीति आज पेश कर रहा हूं। साथ ही इस पर अमल शुरू हो जायेगा।मुकेश ने कहा कि दुनिया का नई ऊर्जा को तलाशने के मुद्दे पर अब काम करने की जरूरत है। कार्बन न्यूट्रल से काम नहीं चलेगा। हमें उत्सर्जन कम करने पर ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि Saudi Aramco के चेयरमैन यासिर अल रुमायान का Reliance Industries के बोर्ड में स्वागत है। वह Independent director होंगे। उनका बोर्ड में आना रिलायंस के अंतरराष्ट्रीयकरण का परिचायक है। रिलायंस ने KG6 बेसिन में उत्पादन शुरू कर दिया है। हमारा JV दो से तीन गहरे Gas project उत्पादन के लिए ला रहा है। इससे कैपिटल कॉस्ट बचाने का नया बेंचमार्क स्थापित हुआ है।इस महामारी के दौरान भी दोनों पक्षों की ओर से निरंतर जुड़ाव और संकल्प, सऊदी अरामको और रिलायंस के बीच मजबूत संबंधों को दिखाता है। मुझे उम्मीद है कि इस साल हमारी साझेदारी को तेजी से औपचारिक रूप दिया जायेगा।
मुकेश अंबानी के अनुसार इतनी पूंजी का आना दर्शाता है कि वैश्विक स्तर पर किस तरह RIL में निवेशकों का भरोसा है।कंपनी ने 21,044 करोड़ रुपये का कस्टम एवं एक्साइज टैक्स, 85,306 करोड़ रुपये जीएसटी व वैट और 3,213 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स दिया है।रिलायंस शेयरधारकों को सबसे बड़ा और सफल Rights issue देने वाली पहली कंपनी है। हमारे रिटेल शेयरधारकों ने एक साल में 4 गुना रिटर्न कमाया है।रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने इस साल के दौरान 37.9 मिलियन सब्सक्राइबर जोड़े हैं। हम अपने नेटवर्क पर 425 मिलियन कंज्यूमर को सर्व कर रहे हैं। 22 में से 19 सर्किल में रेवेन्यू के लिहाज से हम मार्केट लीडर हैं।अंबानी ने बताया कि RIL ने 44.4 अरब डॉलर जुटाए हैं। एक साल में शायद ही किसी कंपनी ने इतनी पूंजी जुटाई है।उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े एंटरप्राइज के तौर पर भारत की इकोनॉमी में RIL का अंशदान अद्वितीय रहा है। भारत के कुल वस्तु निर्यात में कंपनी की हिस्सेदारी 6.8 फीसद रही है। कंपनी ने 75,000 नए रोजगार का सृजन किया है। RIL का प्रदर्शन लाजवाब रहा है। Consolidated revenue 540,000 करोड़ रुपये रहा है जबकि consolidated EBITDA 98,000 करोड़ रुपये।
नीता अंबानी ने कहा कि RIL का मिशन वैक्सीन सुरक्षा भारत में किसी भी कॉरपोरेट का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव है। इस अभियान के तहत रिटायर कर्मचारियों, पार्टनर कंपनी के कर्मचारियों एवं उनके परिवारों सहित 20 लाख लोगों को बिना किसी शुल्क के वैक्सीन लगायी जायेगी।रिलायंस फाउंडेशन ने कोविड से मुकाबले के लिए पांच मिशन - मिशन ऑक्सीजन, मिशन कोविड इन्फ्रा, मिशन अन्न सेवा, मिशन इम्पलॉय केयर और मिशन वैक्सीन सुरक्षा चलाएं हैं।उन्होंने कहा कि इस साल मार्च में महिला दिवस के दिन हमने महिलाओं के लिए 'Her Circle' नाम से डिजिटल प्लेटफॉर्म लांच किया है। यह एक समावेशी, सहयोगी (collaborative), इंटरैक्टिव और सामाजिक रूप से जागरूक करने वाला डिजिटल आंदोलन है।
अकाश अंबानी ने कहा कि रिलायंस फैमिली के सदस्यों ने यह सुनिश्चित किया कि हमारे देश की ईंधन से जुड़ी आपूर्ति में किसी तरह की बाधा ना आए, डिजिटल कनेक्टिविटी पर किसी तरह का असर ना पड़े, करोड़ों लोगों की रोजाना जरूरत की चीजों की पूर्ति सुरक्षित तरीके से हो। हम मानवता के लिए उनकी सेवा के प्रति कर्जदार हैं।ईशा अंबानी ने कहा कि अगर हमारे दादा जी अगर आज जीवित होते तो वह गौरवांवित महसूस करते। वह हमेशा से रिलायंस को इस प्रकार का बनाना चाहते थे, जहां हर व्यक्ति जरूरत पड़ने पर हमारे समाज और देश की सेवा करे।एजीएम में कंपनी के सभी निदेशकों, CFOs, कंपनी सेक्रेटरी और प्रतिनिधि उपस्थित थे।