सहरसा के जेल सुपरिटेंडट के पास छह करोड़ से अधिक की संपत्ति,पुलिस इंस्पेक्टर निकला करोड़पति
स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU)ने शुक्रवार को सहरसा जेल सुपरिटेंडेंटसुरेश चौधरी के मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा कृष्णा टोली स्थित दो आवास व सहरसा जेल ऑफिस में रेड कर करोड़ों की संपत्ति का पता चलाया है। रेड के दौरान टीम को जमीन के 15 डीड, 38 बैंक पासबुक व फिक्स्ड डिपोजिट्स, तीन लाख के सावधि जमा के दस्तावेज, लाखों रुपये के सोना-चांदी के गहने और जमीन खरीद-बिक्री में राशि के निवेश संबंधित दस्तावेज मिले हैं। जेल सुपरिटेंडट के ऑफिस से 10 लाख रुपये कैश मिले हैं।
- सुपरिटेडेंट के ऑफिस से मिले 10 लाख कैश
पटना। स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU)ने शुक्रवार को सहरसा जेल सुपरिटेंडेंटसुरेश चौधरी के मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा कृष्णा टोली स्थित दो आवास व सहरसा जेल ऑफिस में रेड कर करोड़ों की संपत्ति का पता चलाया है। रेड के दौरान टीम को जमीन के 15 डीड, 38 बैंक पासबुक व फिक्स्ड डिपोजिट्स, तीन लाख के सावधि जमा के दस्तावेज, लाखों रुपये के सोना-चांदी के गहने और जमीन खरीद-बिक्री में राशि के निवेश संबंधित दस्तावेज मिले हैं। जेल सुपरिटेंडट के ऑफिस से 10 लाख रुपये कैश मिले हैं।
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पुलिस इंस्पेक्टर अवधेश झा ने वाइफ-मां के नाम पर पटना-मुजफ्फरपुर में खरीदे जमीन के पांच प्लॉट
इलिगल बालू माइनिंग मामले में ईओयू (Economic Offenses Wing) ने बिहटा के पूर्व थानेदार सह पुलिस इंस्पेक्टर अवधेश कुमार के पटना पाटलिपुत्र कुर्जी बलुआपर स्थित आवास और मुजफ्फरपुर के मझौलिया सकरा के वार्ड नंबर 5 स्थित आवास पर रेड की है।रेड में काली कमाई और से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से संपत्ति अर्जित संपत्ति का खुलासा किया है। EOW ने इंस्पेक्टर के मुजफ्फरपुर व अन्य ठिकानों पर रेड किया है। 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर से प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने अवधेश के पास संपत्ति सरकारी आमदनी से 83% अधिक मिली है। नौकरी में अवेधश की पूर्वी चम्पारण और पटना जिले में इनकी पोस्टिंग रही। इसी बीच बिहटा में थानेदार रहे। आरोप है कि इसी दौरान बालू माफियाओं की मदद से खूब अवैध कमाई की।
जेल सुपरिटेंडेंट ने बडे पैमाने पर जमीन-जायदाद बनाये
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने सहरसा के जेल सुपरिटेंडेंट सुरेश चौधरी आवास से एक लाख और ऑफिस से लगभग 10 लाख रुपये कैश बरामद किया है। इनमें एक से लेकर पांच सौ रुपए तक के करेंसी मिले।मुजफ्फरपुर और सहरसा के ठिकानों पर रेड में आय से छहकरोड़ रुपए से अधिक की चल-अलच संपत्ति पाई गई। जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार जेल अधीक्षक की संपत्ति 18-20 करोड़ तक पहुंच सकती है।एसवीयू के अनुसार सुरेश चौधरी के खिलाफ आय से1,59,07,928 रुपए अधिक संपत्ति की एफआईआर दर्ज की गई है। मुजफ्फरपुर में उन्होंने दो जी प्लस टू का आलीशान मकान बनाया है। मकानों की भव्यता और साज-सज्जा पर पानी की तरह पैसे बहाया गया। दोनों मकानों की लागत चार करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है। काली कमाई का बड़ा हिस्सा जमीन में खपाया गया है।
बच्चों की पढ़ाई व हवाई सफर पर खर्च किया पर मोटी रकम
एसवीयू टीम को 15 जमीन के डीड मिले हैं जो तीन करोड़ से अधिक की राशि से खरीदे गये हैं। बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्तियां भी खरीदी गई हैं। एसवीयू को भारत-नेपाल सीमा पर ऐसे कई प्लॉट होने की सूचना भी मिली है, जिसके संबंध में अभी छानबीन की जा रही है। सुरेश चौधरी और उनके आश्रितो के नाम के 38 से अधिक बैंक खाते और फिक्स डिपोजिट मिले हैं। कई बैंक लॉकर का भी पता चला है। मुजफ्फरपुर स्थित एसबीआई के एक अकाउंट मे 17 लाख जबकि पीएनबी में तीन लाख रुपये जमा है। लाखों के जेवरात भी मिले है।एसवीयू के अनुसार सुरेश चौधरी के चार संतान हैं। इनमें एक बेटी का 15 लाख डोनेशन देकर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराया गया। एक बेटा बंगलुरू में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। वहीं दूसरा मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहा है। वहीं एक की पढ़ाई मुजफ्फरपुर में ही इंजीनियरिंग कॉलेज में हो रही है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और हवाई सफर पर लाखों रुपए खर्च किये गये हैं।
चार करोड़ से अधिक का आलीशान मकान,बैंक अकाउंट से एक साल से वेतन में नहीं निकाला
सुरेश चौधरी का मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा के कृष्णा टोली मोहल्ला में आलीशान भवन है। इस मकान के निर्माण पर चार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च से किया गया है। यह भवन G PLUS 2 है।सुरेश चौधरी के यहां 20 लाख रुपए की देनदारी भी है। SBI का 17 लाख और PNB का तीन लाख रुपये लोन के तौर पर बकाया है। एक साल से जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी अपने वेतन की राशि का निकासी बैंक अकाउंट से नहीं किया है। आशंका है कि उन्होंने इससे पहले का भी राशि बैंक से नहीं निकाला है।जेल अधीक्षक ने अपने कार्यकाल में पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से करोड़ों रुपए की काली कमाई की है। उनके पास कैश के अलावा, जेवरात, जमीन, कार और कई जगहों पर मकान होने का पता भी चला है। SVU की टीम उनकी पूरी चल अचल संपत्ति का डिटेल्स खंगाला है।
बिहटा के पूर्व थानेदार की संपत्ति कमाई से 83% अधिक
बिहटा के पूर्व थानेदार इंस्पेक्टरअवधेश कुमार झा ने अवैध कमाई और भ्रष्टाचार के जरिए अकूत संपत्ति बनाई। मां और अपनी पत्नी के नाम पर पटना के दानापुर, विक्रम और मुजफ्फरपुर में जमीन के 5 प्लॉट खरीदे। इस पर कुल 59.8 लाख रुपए खर्च किये। इनके पास15.95 लाख से अधिक की इनकी चल अचल संपत्ति मिली है। सरकारी सैलरी से इन्होंने अब तक 60 लाख रुपए कमाये हैं। आर्थिक अपराध शाखा की जांच में 49.77 लाख रुपए की आय से अधिक संपत्ति मिली है। भ्रष्टाचार के आरोप में इंस्पेक्टर अवधेश कुमार झा पहले से सस्पेंड हैं। वर्तमान में पूर्णिया के IG ऑफिस में पोस्टेड हैं।