धनबाद: डॉक्टर समीर कुमार धमकी मामले में चार अरेस्ट, कोई क्रिमिनल नहीं बचेगा: एसएसपी
पुलिस ने डॉक्टर समीर रंगदारी प्रकरण का खुलासा कर लिया है। मामले में संलिप्त चार को लोगों को अरेस्ट कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस ने गोविंदपुर से अमन सिंह के परिचित यूपी आजमगढ़ निवासी वीरबहादुर सिंह उर्फ वीरू, झरिया ऐना इस्लामपुर से बंटी खान, कोलकाता तिलजला निवासी सिराजुद्दीन और गोविंदपुर गायडहरा निवासी इलियास अंसारी को दबोचा है। पुलिस ने चार मोबाइल भी जब्त किया है, जिससे डॉ समीर को फोन और वाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगी गयी थी।
- मीडिया के सामने ही एसएसपी ने डॉक्टर समीर फोन कर चार क्रिमिनल के पकड़े जाने की दी सूचना
- डॉक्टर बोले् अभी मेंटल टेंशन में हैं, 10-15 दिनों में लौटेंगे धनबाद
- अमन सिंह को शिफ्ट किया जायेगा दुमका जेल
धनबाद। पुलिस ने डॉक्टर समीर रंगदारी प्रकरण का खुलासा कर लिया है। मामले में संलिप्त चार को लोगों को अरेस्ट कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस ने गोविंदपुर से अमन सिंह के परिचित यूपी आजमगढ़ निवासी वीरबहादुर सिंह उर्फ वीरू, झरिया ऐना इस्लामपुर से बंटी खान, कोलकाता तिलजला निवासी सिराजुद्दीन और गोविंदपुर गायडहरा निवासी इलियास अंसारी को दबोचा है। पुलिस ने चार मोबाइल भी जब्त किया है, जिससे डॉ समीर को फोन और वाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगी गयी थी।
.धनबाद जेल से ही डॉक्टर को रंगदारी के लिए धमकी भरा फोन किया जाता था।
धनबाद: शूटर अमन सिंह ने कहा-डॉक्टर समीर कुमार को जानता ही नहीं, मुझे UP भेज दिया जाए
एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान ही फोन पर डॉक्टर समीर कुमार से की बात
मीडियाकर्मियों के उपस्थिति में एसएसपी ने मोबाइल का स्पीकर ऑन कर डॉक्टर समीर कुमार से बात की। एसएसपी ने डॉ समीर को बताया कि आपसे रंगदारी मांगने वाले चार क्रिमिनल अरेस्ट कर लिये गये हैं।अब उन्हें जेल भेजा जा रहा है. इस पर डॉ समीर ने उन्हें थैंक्स बोला। डॉक्टर ने कहा कि फिलहाल वह मेंटल टेंशन में हैं। अपनी फैमिली के साथ समय बिता रहे हैं। 10 से 15 दिनों में वह धनबाद लौट आयेंगे। एसएसपी ने डॉक्टर को सिक्युरिटी को लेकर आश्वस्त किया। कहा कि धनबाद पुलिस को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
अमन सिंह ने अपने पुराने परिचित वीर बहादुर को धनबाद शिफ्ट कराया
एसएसपी ने कहा कि वीर बहादुर सिंह से अमन सिंह का पुराना परिचय है। वीरबहादुर गोविंदपुर में ट्रांसपोर्टिंग का धंधा करता है। अमन सिंह ने ही तीन साल पहले यूपी से उसे धनबाद शिफ्ट कराया था। वीरबहादुर पहले ड्राइवर बना। इसके बाद ट्रांसपोर्टिंग और कोयला का धंधा शुरू किया। अमन को रंगदारी से आने वाला रुपया वीरबहादुर के पास पहुंचता है। अमन गैंग द्वारा रंगदारी में वसूली गई राशि मध्य प्रदेश के एक बैंक में जमा किया जाता था, बीर बहादुर ही उसका लेखा जोखा रखता था। पुलिस इसके कई प्रमाण मिले हैं। पुलिस ने उसके बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी लेने के लिए भोपाल हेड क्वार्टर से संपर्क किया है। जल्द ही बैंक अकाउंट आदि की डिटेल जानकारी मिल जायेगी।
धनबाद जेल में अमन के साथ रह चुका है इलियास
एसएसपी का कहना है कि धनबाद जेल में इलियास और अमन सिंह साथ रहा है। इसलिए इलियास अब बाहर से अमन के लिए काम करता था। इलियास का दोस्त बंटी डॉ समीर की पूरी जानकारी और गतिविधि बताता था। बंटी दोनों के बीच डील करवा कर कुछ रुपये लेना चाहता था। बंटी और इलियास ही डॉ समीर को रंगदारी के लिए फोन करते थे। दोनों के मोबाइल में एक ऐसा एप मिला है, जिससे कॉल करने के बाद इंटरनेशनल कॉल दिखता है। इलियास पर पहले से आधा दर्जन और बंटी पर तीन मामले दर्ज हैं। कोलकाता तिलजला से पकड़े गये सिराजुद्दीन से भी पुलिस को कई जानकारी मिली है। सिराजुद्दीन फर्जी नाम से सिम कार्ड खरीद कर अमन सिंह को मुहैया करवाता था। उसी सिम का प्रयोग रंगदारी मांगने के लिए किया जाता था। सिराजुद्दीन ही प्रिंस खान को भी सिम उपलब्ध करवाता था।डॉक्टर समीर कुमार के बारे में सूचना बंटी ही इलियास के द्वारा जेल तक पहुंचाता था। ये दोनों भी पूर्व में जेल जा चुके हैं। बंटी डॉक्टर के हर गतिविधि पर नजर रख रहा था।
अमन को दूसरे जेल में किया जायेगा शिफ्ट
एसएसपी ने बताया कि अमन सिंह को धनबाद से स्टेट के दूसरे जेल में शिफ्ट करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी गयी है।कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उसे दूसरे जेल में शिफ्ट किया । अब वहां बिना कोर्ट की अनुमति से कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा पायेगा। सभी मुलाकातियों के सामान की पूरी जांच की जा रही है।
धनबाद में किसी क्रिमिनल का वर्चस्व नहीं
एसएसपी संजीव कुमार ने कहा कि पुलिस लगातार अपना काम कर रही है। अब तक जो भी घटनाएं घटी हैं, उसका खुलासा किया गया है। उन्होंने कहा कि क्रिमिनल टेकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस को सुराग ढूंढने और एवीडेंस जुटाने में जो समय लग जाए लेकिन क्रिमिनल बच नहीं सकता। यहां किसी क्रिमिनल का वर्चस्व नही है। क्रिमिनल का राज कायम नही है। अब तक क्रिमिनल नहीं पकड़े गये हैं, वह देश के अलग अलग हिस्सों में भागे-भागे फिर रहे हैं। धनबाद एसआइटी टीम लगातार उनका पीछा कर रही है। टेक्नोलॉजी की मदद कर अपराधी भले ही कुछ दिनों तक चकमा दे सकते हैं, लेकिन उनकी मंजिल जेल ही है।
डॉक्टरों व व्यवसायियों को अपराधियों से डरने की आवश्यकता नहीं
एसएसपी ने कहा कि धनबाद के डॉक्टरों व व्यवसायियों को अपराधियों से डरने की आवश्यकता नहीं है। वह निर्भीक होकर अपना व्यवसाय करें धनबाद पुलिस उनकी सुरक्षा करेगी। एसएसपी ने कहा कि अन्य जिन लोगों को रंगदारी के लिए धमकी मिली है, उसका भी जल्द ही खुलासा हो जायेगा। एसएसपी नं रंजीत साव मर्डर केस व सिटी फ्यूल्स गोलीबारी मामले में जल्द खुलासा करने की बात कही।इस मौके पर एसपी रिष्मा रमेशन,डीएसपी अमर कुमार पांडे व बैंक मोड़ थानेदार प्रमोद कुमार सिंह भी उपस्थित थे।