सरयू राय ने रघुवर दास को नसीहत, दर्द बर्दाश्त करें, चीखने पर जगहंसाई होगी...,CM हेमंत सोरेन को बताया सर्जरी स्पेशलिस्ट

झारखंड के एक्स सीएम रघुवर दास पर 2016 के राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग से संबंधित केस में पीसी एक्ट जुड़ने के बाद झारखंड की सियासत गर्म है। इस पॉलिटिक्स में एक्स मिनिस्टर व एमएलए सरयू राय जुड़कर अपने ही अंदाज में ट्वीट कर तंज कसा है। 

सरयू राय ने रघुवर दास को नसीहत, दर्द बर्दाश्त करें, चीखने पर जगहंसाई होगी...,CM हेमंत सोरेन को बताया सर्जरी स्पेशलिस्ट
  • कहा-शुक्र है कि ऑपरेशन कर दिया
  • बाबूलाल मरांडी पर भी कसा तंज 

रांची। झारखंड के एक्स सीएम रघुवर दास पर 2016 के राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग से संबंधित केस में पीसी एक्ट जुड़ने के बाद झारखंड की सियासत गर्म है। इस पॉलिटिक्स में एक्स मिनिस्टर व एमएलए सरयू राय जुड़कर अपने ही अंदाज में ट्वीट कर तंज कसा है। 

सरयू राय ने एक्स सीएम रघुवर दास का नाम नहीं लिया लेकिन उन्हें और एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी को शामिल करते हुए उन्हें भी टैग किया है।सरयू राय ने अपने ट्वीट में कहा है कि शरीर का फोड़ा दवा से ठीक न हो तो उसका ऑपरेशन होता है, नहीं तो वह भगंदर बन जाता है। चुनाव आयोग ने बाबूलाल मरांडी के दबाव में एक दवा दी पर फोड़ा ने अपना भी और झारखंड भाजपा का भी बेड़ा गर्क कर दिया। शुक्र है हेमंत सोरेन ने ऑपरेशन कर दिया। दर्द बर्दाश्त करें, चीखने से जगहंसाई होगी।

राज्यसभा चुनाव में जिन्होंने वोट नहीं दिया, उनपर भी दर्ज होनी चाहिए थी एफआइआर

राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग मामले में रांची के जगन्नाथपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर में भ्रष्टाचार में पीसी एक्ट की सेक्शन तीन साल बाद जोड़ने और इसपर आगे की कार्रवाई पर हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अभय मिश्रा ने कानूनी पक्ष को स्पष्ट तरीके से बताया। उन्होंने कहा कि वोट के लिए लालच देने वाला, धमकाने वाला या पैसे देने वाला उतना ही दोषी है, जितना पैसे लेने वाला है। इसलिए वोट के लिए धमकाने, लालच देने के मामले में राज्यसभा चुनाव-2016 में तत्कालीन सीएम रघुवर दास, एडीजी अनुराग गुप्ता व अजय कुमार पर प्राथमिकी दर्ज हुई तो विशुनपुर के एमएएल चमरा लिंडा व पांकी एमएलए बिट्टू सिंह पर एफआइआर क्यों नहीं दर्ज की गई। इन दोनों एमएलए ने तो वोट भी नहीं दिया था।जांच तो इनके विरुद्ध भी होनी चाहिए थी। अब उनसे पूछताछ करके कितना सबूत जुटाया जा सकता है।
आरोप है कि भारत निर्वाचन आयोग के आदेश के आलोक में एफआइआर दर्ज की गयी थी। निर्वाचन आयोग ने 13 जून 2017 को चीफ सेकरेटरी झारखंड के नाम से पत्र भेजकर सभी आरोपितों पर पीसीए एक्ट व आइपीसी की सेक्शन 171बी व 171सी में एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद 29 मार्च 2018 को बेलेबल सेक्शन 171बी व 171सी ही लगाया। इसमें नन बेलेबल सेक्शन पीसी एक्ट लगाया ही नहीं। अब यह धारा जुड़ा है तो इसके तहत पुलिस एवीडें, जुटाने का प्रयास करेगी।

सरयू ने ट्वीट में मधु मामले कोड़ा मामले की चर्चा

सरयू राय ने एक्स सीएम मधु कोडा की भी चर्चा की है। उन्होंने कहा है कि कोड़ा राज में घोटाला के धन से बिस्टुपुर में मॉल बनाने के लिए ख़रीदी गई ज़मीन ईडी ने जब्त कर लिया है। पर जप्त ज़मीन पर कंवेशन सेंटर चल रहा है। टाटा मोटर्स में बारी फांद कर प्रोन्नत एक भाजपा नेता का भी वहां उठना बैठना है। घोटाला की जप्त ज़मीन पर मुनाफ़ा का धंधा ! सरयू राय ने रघुवर खेमे पर लिखा है- पूर्व राज दरबार की शोभा बढ़ाने वाले, राज परिवार को “सप्रेम” मां छिन्नमस्तिका की पूजा कराने वाले वर्तमान दरबार में हाज़िरी लगाने लगे हैं। रांची-मुम्बई एक किए हैं। पूर्व के अति भरोसेमंद “चौधरी” भी नए चौखट पर नतमस्तक हैं। फिर भी मुक़दमे में नाम जुडा ! भरोसा टूटने का दर्द छलकना वाजिब है।