14 अप्रैल के बाद बजेगी शहनाई, अप्रैल से जुलाई के बीच शादी के 23 शुभ मुहूर्त
खरमास 14 अप्रैल दिन गुरुवार को खत्म हो रहा है। इसके बाद शुभ मांगलिक कार्य जोरों पर शुरू हो जायेंगे। विवाह मुर्हूत की शुरुआत 17 अप्रैल हो रही है।
- चातुर्मास में चार महीने रहेगा बंद
पटना। खरमास 14 अप्रैल दिन गुरुवार को खत्म हो रहा है। इसके बाद शुभ मांगलिक कार्य जोरों पर शुरू हो जायेंगे। विवाह मुर्हूत की शुरुआत 17 अप्रैल हो रही है।
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19 जुलाई के बाद नहीं होंगे मांगलिक कार्यभारतीय सनातन परंपरा में शुभ विवाह मुहूर्त 17 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इस दिन घरों से लेकर वेंकट हॉल तथा मंदिर-मठों से लेकर धाम तक वैवाहिक गीतों से गूंज उठेंगे। घरों में शादी-विवाह को लेकर खास तैयारियां जोरों पर है। शुभ मुहूर्त 19 जुलाई तक जारी रहेगा।
19 जुलाई के बाद शादी-विवाह पर चार माह के लिए विराम लग जायेगा। 19 जुलाई के बाद से सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। क्योंकि माना जाता है कि इस अवधि में भगवान विष्णु चार माह के लिए क्षीर निद्रा में चले जाते हैं। इस काल को चतुर मासा कहा जाता है। इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है। नवंबर माह में देवोत्थान एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी के पश्चात फिर से लग्न उत्सव प्रारंभ होता है।14 अप्रैल को खरमास खत्म हो जायेगा। 17 अप्रैल से घरों में शहनाई बजने लगेगी।14 अप्रैल के बाद शुभ मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे।19 जुलाई तक हर महीने में शुभ मुहूर्त हैं।गाड़ी, बैंड-बाजा और विवाह स्थल की बुकिंग शुरू हो गयी है।ष
शादी के शुभ मुहूर्त
अप्रैल- 17, 20, 21 एवं 22
मई- 2, 11 ,12, 18, 20, 26 व 31
जून- 5, 6, 9 ,10,14,16 व 22
जुलाई- 3,5,6,7 व 8