सिमडेगा: जाली नोट छापने वाले इंटर स्टेट गैंग का खुलासा, तीन लाख 21 हजार नौ सौ जाली नोट जब्त,चार अरेस्ट
सिमडेगा पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले इंटरस्टेट गैंग का खुलासा करते हुए चार क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। कोर्ट में पेशी के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है। एसपी डा.शम्स तबरेज ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी।
सिमडेगा। सिमडेगा पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले इंटरस्टेट गैंग का खुलासा करते हुए चार क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। कोर्ट में पेशी के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है। एसपी डा.शम्स तबरेज ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि चारों क्रिमिनल प्रिंटर के जरिए जाली नोट छापकर झारखंड, ओडीशा और छत्तीेसगढ़ में खपाते थे। उन्होंने बताया कि बोलवा पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग के दौरान एक बाइक सवार को रोका गया। बाइक सवार भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा और तलाशी ली। उसके पास बैग में 3,21,900 जाली करेंसी मिली। पकड़े गये प्रदीप मांझी ने कड़ाई से पूछताछ पर स्वीकार किया कि उसके बैग में मिले रुपए जाली हैं। वह इन रुपयों को ओड़िसा में खपाने ले जा रहा था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्रदीप की निशानदेही पर खिजरी नवाटोली निवासी पंकज बडाईक, छत्तीसगढ के लैलुगा पुलिस स्टेशन एरिया निवासी लोक सिंह और जशपुर जिला निवासी अमित यादव को भी अरेस्ट कर लिया।पंकज बड़ाईक को जाली नोट छापते हुए खिजरी नवाटोली से रंगेहाथ पकड़ा गया। लोक सिंह, अमित यादव दोनों छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। दोनों को बेलकुबा से पकड़ा गया। पुलिस ने सभी लोगों के पास से कुल मिलाकर 3,21,900 जाली नोट बरामद किया।
कलर प्रिंटर से छापते थे जाली नोट
एसपी ने बताया कि पकड़े गये चारोंकलर प्रिंटर से जाली नोट छापते थे। जाली नोट का प्रिंट पंकज बडाईक के खिजरी नवाटोली स्थित घर में होता था। पुलिस ने जाली नोट छापने के लिए इस्तेोमाल किए जाने वाले कलर प्रिंटर, प्रिंटर का इंक, लैपटॉप, की बोर्ड, ऑप्टिकल माउस, जाली नोट छापने वाला पेपर, दो बाईक, पांच मोबाइल फोन और नोटों का कलर प्रिंट किया हुआ पेपर बरामद कर लिया है। जाली नोट को झारखंड के अलावा ओडीशा और छत्तीसगढ में खपाया जाता था।प्रदीप मांझी इसके पहले भी करीब तीन लाख रुपए के जाली नोटों के साथ पकड़ा गया था। प्रेस कांफ्रेस में डीएसपी सहदेव साव, इंस्पेक्टर नीलम भेंगरा, बोलबा थाना प्रभारी मनीष कुमार उपस्थित थे।