बहन को शादी में शहीद भाई की नहीं खलने दी कमी ! एयरफोर्स कमांडो ने हथेलियों पर पैर रखवा किया ससुराल विदा
देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान अशोक चक्र प्राप्त शहीद कमांडों ज्योति प्रकाश निराला की बहन की शादी में भाई की कमी नहीं खलने दी। देश के कई हिस्से से आये एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टोली बिक्रमगंज (रोहतास) विवाह समारोह में जिस तरह से भाई का फर्ज निभाया कि मौजूद लोग भावुक हो गये।
- शहीद ज्योति प्रकाश की बहन की शादी में एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टोली ने निभाया भाई का फर्ज
- सर्च आपरेशन के दौरान वर्ष 2017 में कश्मीर में आतंकवादियों से एनकाउंटर में शहीद हुए थे ज्योति प्रकाश
बिक्रमगंज (रोहतास। देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान अशोक चक्र प्राप्त शहीद कमांडों ज्योति प्रकाश निराला की बहन की शादी में भाई की कमी नहीं खलने दी। देश के कई हिस्से से आये एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टोली बिक्रमगंज (रोहतास) विवाह समारोह में जिस तरह से भाई का फर्ज निभाया कि मौजूद लोग भावुक हो गये।
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एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टोली ने दुल्हन के जयमाल और सात फेरों की रस्म में चुनरी पकड़ी तो मौजूद लोगों की आंखे भर आई। जवानों ने जमीन पर फूल बिछा अपनी हथेलियों पर बहन के पैर रख उसे ससुराल विदा किया। जवानों द्वारा निभाये गये इस रस्म को देख वहां उपस्थित हर किसी की आंखें भर आई। सुनीता शहीद ज्योति प्रकाश निराला की दूसरी बहन है, जो बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं।
तीनों बहनो के इकलौता भाई थे ज्योति
16 एयरफोर्स गरुड़ कमांडो की टोली का नेतृत्व कर रहे जेडब्ल्यूओ कमांडो आरसी प्रसाद ने बताया कि उन्हें पता चला कि ज्योति प्रकाश निराला की दूसरी बहन की शादी है, तो उन्होंने देश के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात अन्य जवानों को भी सूचित किया। वे सभी सोमवार को बहन की शादी में पहुंचे। टीम लीडर ने बताया कि एयरफोर्स एक फैमिली है। तीन बहनों में ज्योति अकेले भाई थे, जिन्होंने देश की खातिर अपनी जान न्योछावर कर दी। उनकी बहन हम सब एयरफोर्स जवानों की बहन हैं। उनकी शहादत के बाद हम बहनों को कैसे भूल सकते हैं। धूमधाम से हम सब जवानों ने बहन की शादी के रस्म को निभाया। एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टोली लीडर ने कहा कि ज्योति प्रकाश निराला की बड़ी बहन की शादी में भी हम सब आये थे। बड़ी बहन को जवानों ने हथेलियों पर विदा किये थे। एयरफोर्स जवानों के ऐसे शहीद जवान की बहन के प्रति समर्पण, प्रेम और स्नेह की एरिया में चर्चा खूब हो रही है। लोगों का कहना है कि खून के रिश्ते पर भी इन जवानों का एक शहीद की बहन के प्रति प्रेम भारी पड़ा।
शहीद भाई की नहीं खलने दी कमी
हाथों में मेहंदी लगते देखना, डोली चढ़ाकर ससुराल विदा करते समय एक भाई की मौजूदगी एक बहन के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है, यह बिना भाई वाली बहन ही समझ सकती है, लेकिन ज्योति प्रकाश की बहन सुनीता की इस कमी को गरुड़ कमांडो भाइयों ने खलने नहीं दी। शादी में भले ही उस बहन के पास उसका अपना भाई नहीं था, मगर जवानों ने बहन का वह हर अरमान पूरा कर दिया। एयरफोर्स के जवान हरपल दुल्हन बनी बहन का भाई बनकर खड़े रहे। अपने शहीद साथी की बहन की शादी में आये जवानों में शौर्य चक्र प्राप्त देवेंद्र मेहता अलावा देश के विभिन्न जगहों पर तैनात गरुड़ कमांडो आरसी प्रसाद (जोरहट), प्रभाकर रंजन जोधपुर, नागेंद्र सक्सेना जम्मू, पिंटू कुमार छबुआ, मणिशंकर यादव पठानकोट, सतीश ग्वालियर, अनीस दूबे बेंगलुरू, शुभम हंसीमरा, विपिन कुमार रवि जम्मू, तुलसी यादव हंसीमरा शामिल थे।
जानें ज्योति प्रकाश निराला को
रोहतास जिले के बादलाडीह के तेजनारायण सिंह व मालती देवी के पुत्र ज्योति प्रकाश 2005 में एयरफोर्स में बहाल हुए थे। कश्मीर के चंद्रगढ़ में 18 नवंबर 2017 को सर्च ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर के दौरान गोली लगने के बावजूद दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतार देश को सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस एनकाउंटर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कुल छह आतंकी मारे गये थे। 26 जनवरी 2018 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था।