DGMS अफसरों के वरदहस्त से सर्वेयर त्रिलोकी बन गया एग्जाम माफिया, गैस टेस्टिंग में पास कराने का देता था 100% गांरटी
DGMS के चंद अफसरों का वरदहस्त पाकर मामूली सर्वेयर त्रिलोकीनाथ सिंह उर्फ त्रिलोकी सिंह एग्जाम माफिया बन गया था। वह दो दशक से भी ज्यादा समय DGMS में गैस टेस्टिंग पास कराने का 100% गांरटी देता था। रिजल्ट के एवज में वह अफसरों के लिए फिक्स रकम वसूली करता था।
धनबाद। DGMS के चंद अफसरों का वरदहस्त पाकर मामूली सर्वेयर त्रिलोकीनाथ सिंह उर्फ त्रिलोकी सिंह एग्जाम माफिया बन गया था। वह दो दशक से भी ज्यादा समय DGMS में गैस टेस्टिंग पास कराने का 100% गांरटी देता था। रिजल्ट के एवज में वह अफसरों के लिए फिक्स रकम वसूली करता था।
त्रिलोकीनाथ सिंह डीजीएमएस में सर्वेयर पोस्ट पर है। सर्वेयर का काम बीसीसीएल की माइंस में सेफ्टी रूल्स को अनुपालन कराना होता है। लेकिन त्रिलोकी सिंह अफसरों व सर्वेयरों की नेटवर्क की मदद से डीजीएमएस की गैस टेस्टिंग एग्जाम पास कराने वाला सबसे बड़ा गारंटर बन गया था। अपने नेटवर्क के माध्यम से त्रिलोकी गैस टेस्टिंग एग्जाम में पैसे लेकर कैंडिडेट को 100% रिजल्ट देता था। डीजीएमएस द्वारा पांच-छह साल पहले तक गैस टेस्टिंग की सभी कटेगरी की एग्जाम ऑफ लाइन ली जाती थी। उसम समय तक त्रिलोकी एग्जाम देने वाले कैंडिडेट के लिए 100% सफलता की गारंटी हुआ करता था। जबसे एग्जाम ऑनलाइन हो गयी तो उसे अपने काम करने की प्रक्रिया में बदलाव करना पड़ा। अभी सिर्फ इंटरव्यू में मैनेज कर पास कराने गांरटी लेता था।
ऑफिस में नहीं बठता था त्रिलोकी
सर्वेयर त्रिलोकी नाथ सिंह की माफियागिरी व दलाली की जानकारी डीजीएमएस अधिकांश अफसर व स्टाफ को थी।लेकिन उसकी हेकड़ी व धाक से लोग चुप रहना ही उचित समझते थे। वह अक्सर ड्यूटी टाइम में ऑफिस से गायब रहता था। बावजूद कभी उसे एक शोकॉज भी नहीं हुई।
दलाली से बनायी प्रोर्पटी, मनोरंजन का शौकीन
त्रिलोकी नाथ सिंह ने डीजीएमएसए में गैस टेस्टिंग एग्जाम पास कराने के नाम काफी प्रोपर्टी भी अर्जित की है। उसके करीबियों का कहना है कि त्रिलोकी जिस तरह पैसे कमाता था, उसी तरीके से खर्च भी करता था। दो-दो बीबी का पति त्रिलोकी सभी गलत चीजों का शौकिन है। वह जुआ पर भी दावं लगाता है।अफसरों का शौक भी पूरा करवाता था।
एक मीडियावालों भाईबंदी
त्रिलोकी नाथ सिंह डीजीएमएसए में एग्जाम माफिया बनकर हर लेवल पर मैनेज करता था। कोयलांचल में उसका बड़ा नेटवर्क है। कई सफेदपोश व लेबर लीडरों के साथ-साथ एक-दो मीडियाकर्मी से घनिष्टता है। एक मीडियाकर्मी के कई कैडिडेट त्रिलोकी की मदद से गैस टेस्टिंग एग्जाम पास हुआ है। पैसे के लेनदेन में मीडियाकर्मी से विवाद भी हुआ था। पूरी रकम एक मीडिया कर्मी ने ही रख ली थी।
त्रिलोकी के रैकेट में शामिल कई डीजीएमएसए अफसर व स्टाफ सीबीआइ की रडार पर
सीबीआइ ने एग्जाम पास कराने के नाम पर वसूली के खेल का भंडाफोड़ कर सेंट्रल जोन के डीडीजी अरविंद कुमार समेत सात के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। केस में त्रिलोकी भी नामजद है। मामले में नामज डीजीएमएसए अफसरों के अलावा अन्य आधा दर्जन अफसर भी सीबीआइ जांच के दायरे में आ गये हैं।जांच आगे बढ़ने पर और अफसर व स्टाफ की गर्दन फंस सकती है।
जीटी एग्जाम पास कराने के नाम पर लगभग चार करोड़ की वसूली
बताया जाता है कि वर्ष 2021 अब डीजीएमएस द्वारा आयोजित गैस टेस्टिंग, माइनिंग सरदार, फर्स्ट व सेकंड क्लास मैनेजरशिप की एग्जाम में लगभग 1700 कैंडिडेट शामिल हुए हैं। इसमें 900 से ज्यादा कैंडिडेट पास हुए हैं। माइनिंग सरदार एग्जाम में शामिल 40 में से 17 कैंडिडेट पास हुए हैं। सोर्सेज का कहना है कि गैस टेस्टिंग एग्जाम पा। माइनिंग सरदार की एग्जाम पास कराने के लिए एक कैंडिडेट से एक से डेढ़ लाख रुपये की वसूली की गयी। आरोप है कि एग्जाम में लगभग चार करोड़ रुपये की वसूली की गयी। फरवरी माह में आयोजित फर्स्ट व सेकंड क्लास मैनेजरशिप एग्जाम में कोल सेक्टर के 2392 कैंडिडेट पास हुए थे। मार्च में आयोजित ओरल एग्जाम में कोल सेक्टर के 1577 कैंडिडेट पास हुए हैं। 1200 कैंडिडेट से लगभग 20 करोड़ रुपये की वसूली की बात कही जा रही है।
मिनिस्टरी ने डीजीएमएस मांगी रिपोर्ट
सीबीआइ द्वारा डीजीएमएस में एग्जाम पास कराने के नाम गोरखधंधे व वसूली मामले का खुलासा व डीडीजी की अरेस्टिंग का मामला मिनिस्टरी तक पहुंच गया है। लेबर मिनिस् नेट्री डीजीएमएस के जीडी से रिपोर्ट मांगी है। सीबीआइ गिरफ्तारी के बाद डीडीजी अरविंद व अन्य स्टाफ के खिलाफ डिपार्टमेंट एक्शन भी शुरु हो गयी है। सीबीआइ कस्टडी में आये अफसर व स्टाफ को सस्पेंड करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।