Swachh Survekshan 2023: इंदौर और सूरत भारत के सबसे स्वच्छ शहर, स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली को मिला 90वां स्थान
सेंट्रल गवर्नमेंट ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 के रिजल्ट घोषित कर दिये हैं। इसमें इंदौर और सूरत को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया है। इंदौर नेलगातार सातवीं बार यह खिताब जीता, जबकि सूरत संयुक्त विजेता रहा। नवी मुंबई तीसरे स्थान पर है।
- गंगा नदी के किनारे बसे शहरों में वाराणसी को सबसे स्वच्छ चुना गया
नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 के रिजल्ट घोषित कर दिये हैं। इसमें इंदौर और सूरत को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया है। इंदौर नेलगातार सातवीं बार यह खिताब जीता, जबकि सूरत संयुक्त विजेता रहा। नवी मुंबई तीसरे स्थान पर है।
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दिल्ली नगर निगम को 446 शहरी स्थानीय निकायों में 90वां स्थान दिया गया। वहीं, एनडीएमसी द्वारा प्रशासित नई दिल्ली क्षेत्र को केंद्र के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ शहर श्रेणी में सातवां स्थान मिला है। यह पहली बार है कि एमसीडी ने केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लिया है, क्योंकि पहले से मौजूद तीन नागरिक निकायों को 2022 में फिर से एक इकाई में एकीकृत किया गया था। गंगा नदी के किनारे बसे शहरों मेंनवाराणसी को सबसे स्वच्छ चुना गया है। इसके बाद प्रयागराज ,बिजनौर, हरिद्वार, कन्नौज, पटना, ऋषिकेश, कानपुर, राजमहल आदि हैं। गंगा किनारे बसे 88 ऐसे शहरों में छपरा अंतिम स्थान पर है।
शानदार प्रदर्शन करनेवाले स्टेट में महाराष्ट्र ने टॉप पर
स्वच्छता सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 में ‘शानदार प्रदर्शन करने वाले राज्यों’की श्रेणी में महाराष्ट्र ने पहला स्थान हासिल किया है। इसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ है। पिछले सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश को सबसे स्वच्छ राज्य का खिताब मिला था। पश्चिम बंगाल के तीन शहर- मध्यमग्राम (444वां स्थान), कल्याणी (445वां स्थान) और हाओरा (446वां स्थान) निचले स्थान पर हैं। राज्यों की श्रेणी में निचले तीन स्थान पर राजस्थान, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, एक लाख से कम आबादी वाले 3,970 शहरों में महाराष्ट्र के सासवड को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है। इस श्रेणी में छत्तीसगढ़ के पाटन को दूसरा और महाराष्ट्र के लोनावला को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
मध्य प्रदेश के महू छावनी बोर्ड को सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड घोषित किया गया। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद को 446 शहरी स्थानीय निकायों में सातवांस्थान मिला है जबकि दिल्ली छावनी को छावनी बोर्ड श्रेणी में सातवां स्थान मिला है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 4,447 शहरी स्थानीय निकायों ने भाग लिया। इसमें 12 करोड़ नागरिकों की प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं। सरकार का दावा है कि यह दुनिया का सब से बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।
प्रसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को किया पुरस्कृत
प्रसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस मौके प्रसिडेंट ने कहा कि व्यापक भागीदारी के साथ किया गया यह सर्वेक्षण स्वच्छता के स्तर को ऊपर ले जाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।इस अवसर पर केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।