पंजाब से आये डाक्टर ने पटना के गुरुद्वारे को दी पांच करोड़ रुपये की चौकी,

वर्ल्ड में सिखों के दूसरे बड़े तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में सोमवार की शाम पंजाब के करतारपुर निवासी डा. गुरविंदर सिंह सामरा ने पांच करोड़ से अधिक से निर्मित सोने का सुखासन साहिब,चंवर साहिब, केज बाक्स, जत्थेदार को सोना तथा पंच प्यारों को चांदी की तलवार भेंट कर अरदास किया।

पंजाब से आये डाक्टर ने पटना के गुरुद्वारे को दी पांच करोड़ रुपये की चौकी,
  • डा. गुरविंदर सिंह सामरा पहले चार करोड़ का हार कर चुके हैं दान
पटना। वर्ल्ड में सिखों के दूसरे बड़े तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में सोमवार की शाम पंजाब के करतारपुर निवासी डा. गुरविंदर सिंह सामरा ने पांच करोड़ से अधिक से निर्मित सोने का सुखासन साहिब,चंवर साहिब, केज बाक्स, जत्थेदार को सोना तथा पंच प्यारों को चांदी की तलवार भेंट कर अरदास किया।

उन्होंने कहा कि वे कुछ नहीं कर रहे हैं। यह सब दशमेश गुरु की मर्जी से हो रहा है। तख्त साहिब में जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन ने डा. गुरविंदर सिंह व पूरी टीम को सिरोपा देकर सम्मानित किया। प्रबंधक समिति के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह ने पूरी टीम का स्वागत किया।
दरबार साहिब में अखंड पाठ की समाप्ति के बाद शाम में अरदास हुई। डा. सिंह ने बताया कि 24 कैरेट का पांच किलो सोना व चार किलो चांदी से तैयार सुखासन साहिब है। बाजू में चांदी है। इस पर ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को रखा जाय्गा। उन्होंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सेवा के लिए आधा किलो से अधिक सोना से बना चंवर साहिब गुरु महाराज के चरणों में समर्पित किया।इसके अलावा संगतों को प्रतिदिन दरबार साहिब में दर्शन कराए जाने वाला श्री गुरु गोविंद सिंह के अनमोल धरोहरों को बेहतर ढंग से रखने के लिए दिल्ली के डा. जगीर सिंह द्वारा डिजायन किया केज बाक्स लाया गया है। केज बाक्स पर सोने के पानी का पेंट चढ़ाया गया है। इसके अलावा दशमेश गुरु के लिए सोने के धागा से बने वस्त्र गुरुघर में समर्पित किया। कथा प्रवचन के बाद सोमवार की रात 8:30 बजे इन वस्तुओं की सेवा गुरु घर में समर्पित की गई।
 
बैसाखी पर्व के पूर्व तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के पांच सिंह साहिबानों के लिए चांदी की तलवार तथा सिंह साहिब जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन के लिए सोने और चांदी के मुठ वाली तलवार भेंट किया। दरबार साहिब में दशमेश बादशाह के लिए टावर एसी प्रदान किया। डा. सामरा के साथ श्री दरबार साहिब अमृतसर के कथावाचक जसबिंदर सिंह दर्दी भी हैं। डा. सामरा के अलावा पत्नी राजरूप कौर, हरमनबीर सिंह, परमजीत कौर समेत अन्य कारसेवक ने मत्था टेक गुरुघर का आशीष लिया।डॉक्टर पहले भी तख्त श्री हरिमंदिर में 1.29 करोड़ से निर्मित कलगी, 1300 हीरे-जवाहरात जड़े पांच फीट लंबे सोने का हार, कृपाण, रूमाला साहिब, पालकी साहिब समेत अन्य बेशकीमती सामान दशमेश दरबार में अर्पित कर चुके हैं। उन्होंने ने बताया कि चार दिन पहले हुजूर साहिब नादेड़ में चार करोड़ मूल्य के बेशकीमती हार गुरु महाराज को समर्पित किया है।