“पेपर लीक नहीं, ठगी हुई थी!” झारखंड CGL केस में वित्त विभाग के SO संतोष मस्ताना गिरफ्तार

झारखंड CGL पेपर लीक केस में बड़ा खुलासा — वित्त विभाग के SO संतोष कुमार मस्ताना गिरफ्तार। CID का दावा: पेपर लीक नहीं हुआ, अभ्यर्थियों से ठगी हुई थी। अभ्यर्थी असंतुष्ट, CBI जांच की मांग। बाबूलाल मरांडी ने गिरफ्तारी का विरोध किया।

“पेपर लीक नहीं, ठगी हुई थी!” झारखंड CGL केस में वित्त विभाग के SO संतोष मस्ताना गिरफ्तार
मोबाइल फोन व कई दस्तावेज जब्त।
  • अभ्यर्थी बोले, CBI जांच हो!

रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की CGL परीक्षा पेपर लीक मामले में वित्त विभाग के सेक्शन ऑफिसर (SO) संतोष कुमार मस्ताना को CID ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जांच एजेंसी ने मस्ताना के पास से मोबाइल फोन व कई दस्तावेज जब्त किये हैं। सीआईडी अब उसके मोबाइल की तकनीकी जांच कराने और रिमांड पर पूछताछ की तैयारी कर रही है।
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 CID की जांच में नया खुलासा — “पेपर लीक नहीं, ठगी हुई थी”

सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच में किसी भी स्तर पर प्रश्नपत्र लीक होने के प्रमाण नहीं मिले हैं। बल्कि पेपर लीक के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी की गई थी। कुछ लोगों ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को झूठे वादे कर पैसे लिए और फर्जी उत्तरपत्रक रटवाये।
अब जांच एजेंसी इस ठगी रैकेट में शामिल अन्य लोगों की पहचान में जुटी है।

अभ्यर्थी असंतुष्ट, बोले — “CBI जांच होनी चाहिए”

सीआईडी की इस रिपोर्ट से अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि राज्य एजेंसी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। कई अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर CBI जांच की मांग उठाई है। उनका कहना है कि “जब परीक्षा से पहले ही प्रश्न और उत्तर वायरल हुए थे, तो अब पेपर लीक से इनकार कैसे किया जा सकता है?”

 बाबूलाल मरांडी ने गिरफ्तारी का किया विरोध

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा — “जिसने सबूत देकर आवाज उठाई, उसी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सीआईडी इस केस के असली गवाहों को धमका रही है और सबूतों को मिटा रही है।” मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि सीआईडी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है और “जो शिक्षक सड़क से लेकर अदालत तक न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्हें बार-बार नोटिस भेजा जा रहा है।”

 कोर्ट में सुनवाई आज — परिणाम पर रोक हटाने की याचिका

इस मामले की अगली सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट में 29 अक्टूबर को होनी है। यह सुनवाई सीजीएल परीक्षा के अंतिम परिणाम पर लगी रोक हटाने से जुड़ी याचिका पर होगी।गौरतलब है कि CGL परीक्षा 21 व 22 सितंबर 2024 को आयोजित हुई थी। तभी से पेपर लीक के आरोप लगने लगे थे और मामला राजनीतिक रूप से भी गरमाया था।

 मुख्य बिंदु एक नजर में

वित्त विभाग के सेक्शन ऑफिसर संतोष कुमार मस्ताना गिरफ्तार।

सीआईडी जांच में खुलासा — पेपर लीक नहीं, अभ्यर्थियों से ठगी हुई।

अभ्यर्थियों ने CBI जांच की मांग उठाई।

बाबूलाल मरांडी ने गिरफ्तारी का विरोध किया।

29 अक्टूबर को हाईकोर्ट में अहम सुनवाई।