Turkey Earthquake: तुर्किये-सीरिया में 24 घंटों में भूकंप के तीन झटके, 2600 लोगों की मौत

तुर्किये और सीरिया में 24 घंटे में भूकंप के तीन तेज झटके महसूस किये गये हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार सोमवार को तुर्किये के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। लगभग एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से 26 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। 

Turkey Earthquake: तुर्किये-सीरिया में 24 घंटों में भूकंप के तीन झटके, 2600 लोगों की मौत
  • सैकड़ों लोग मलबे में दबे
  • भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मापी गई 
  • तुर्किये में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित

अंकारा। तुर्किये और सीरिया में 24 घंटे में भूकंप के तीन तेज झटके महसूस किये गये हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार सोमवार को तुर्किये के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। लगभग एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से 26 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। 

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मिडिल ईस्ट के चार देश तुर्किये (पुराना नाम तुर्की), सीरिया, लेबनान और इजराइल भूकंप से हिल गये। यहां 12 घंटे में बड़े भूकंप आए। सबसे ज्यादा तबाही एपिसेंटर तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाकों में देखी जा रही है। भूकंप की तीव्रता 7.6 तीव्रता मापी गयी है।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक- तुर्किये और सीरिया में अब तक 2600 लोगों की मौत हो चुकी है। लेबनान और इजराइल में भी झटके महसूस किये गये, लेकिन यहां नुकसान की खबर नहीं है। तुर्किये में अब तक 1651 लोगों की जान जा चुकी है। 11 हजार लोगों के घायल होने की खबर है।

सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। वहीं, सीरिया में 968 लोग मारे गये हैं। दो हजार से ज्यादा लोग जख्मी हैं।टर्किश मीडिया के अनुसार भूकंप के तीन बड़े झटके आये। पहला तुर्किये के टाइम के अनुसार, सुबह लगभग चार बजे (7.8) और दूसरा लगभग 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर तीन बजे (6.0)। इसके अलावा 78 आफ्टर शॉक्स दर्ज किये गये। इनकी तीव्रता चार से पांच रही।
तुर्किये का गाजियांटेप टाउन था भूकंप का एपिसेंटर 
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप टाउन था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के एरिया में ज्यादा तबाही हुई।  इसका असर भी दिख रहा है। दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई टाउन में बिल्डिंग गिरी है।  

जिन शहरों में हुई सबसे ज्यादा तबाही
अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। यहां 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरने की खबर है। कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कई इलाकों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।
स्कूल-कॉलेज एक वीक बंद रहेंगे
तुर्किये के वाइस प्रेसिडेंट फुआत ओक्ते के ऑफिस की तरफ से एक बयान जारी कर कहा है कि देश के 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी रहेगा। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। फिलहाल, 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। हम मिलिट्री के लिए एयर कॉरिडोर बना रहे हैं। इसमें सिर्फ एयरक्राफ्ट को लैंड और टेकऑफ की मंजूरी दी जायेगी।

100 साल बाद आया खतरनाक भूकंप, मर सकते हैं 10 हजार लोग
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने चौंकाने वाली बात कही है। इसके आंकड़ों के मुताबिक, तुर्किये में मरने वालों की संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है। यह संख्या 10 हजार तक पहुंच सकती है। USGS ने इसके पीछे तर्क दिया कि 1939 में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब 30 हजार लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 1999 में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, तब 17 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आये भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी
इंडिया के पीएम नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आये भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं तुर्किये के साथ हैं। इंडिया गवर्नमेंट मदद के लिए राहत सामग्री के साथ NDRF और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुर्की भेजी जा रही है।इंडिया गवर्नमेंट की ओर से कहा गया है कि विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली NDRF की दो टीमें भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं।इजराइल, अजरबैजान, रोमानिया, नीदरलैंड्स भी रेस्क्यू के लिए टीम भेज रहे हैं।तुर्किये में भूकंप प्रभावित इलाकों में ब्लड डोनेशन कैंप लगाये गये हैं। रूस ने भी तुर्किये और सीरिया को मदद भेजने का ऐलान किया है। पुतिन फिलहाल 100 बचाव कर्मियों के साथ दो इल्यूशिन-76 एयरक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रहे हैं।अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन भी मदद भेजने के लिए तैयार हैं।