Web Series:Mirzapur 2 Review: 'किंग ऑफ मिर्जापुर' क्राइम ड्रामा

अमेजन प्राइम वीडियो ने वेब सीरीज मिर्जापुर 2 को गुरुवार रात नौ बजे रिलीज कर दिया। मिर्ज़ापुर 2 उत्तर प्रदेश के काल्पनिक शहर मिर्ज़ापुर में सेट यह क्राइम ड्रामा है। 

Web Series:Mirzapur 2 Review: 'किंग ऑफ मिर्जापुर' क्राइम ड्रामा

मुंबई। अमेजन प्राइम वीडियो ने वेब सीरीज मिर्जापुर 2 को गुरुवार रात नौ बजे रिलीज कर दिया। मिर्ज़ापुर 2 उत्तर प्रदेश के काल्पनिक शहर मिर्ज़ापुर में सेट यह क्राइम ड्रामा है। 
फस्ट सीजन की तरह 'मिर्जापुर 2' कहानी में खूब घात-प्रतिघात के साथ गोली, बारूद और तमंचों की आतिशबाजी भी जमकर है। हालांकि, कहीं-कहीं खासकर पहले दो एपिसोड में कहानी थोड़ी स्लो लग सकती है।पर ओवरऑल पहले सीजन के मुकाबले ज्यादा इन्टेन्स है। 'मिर्जापुर 2' में महिलाओं का कैरेक्टर स्ट्रॉन्ग है। पंकज त्रिपाठी इस बार कालीन भैया के रोल में कमाल कर रहे हैं। बेब सिरीज में कालीन भैया के बेटे मुन्ना त्रिपाठी का रोल निभा रहे दिव्येंदु शर्मा ने अक्खड़ और बिगड़ैल युवक के रूप में पहली सीरीज में जो उम्मीद जगाई थी, उसे मिर्जापुर 2 में भी बरकरार रखा है।

Mirzapur 2 की कहानी केवल राजा के बारे में नहीं है बल्कि उनके सिपाहियों, रानियों और उनकी लॉयल्टी की भी है। यह कहानी पिछली बार की ही तरह काफी ग्रिपिंग भी हैं और समझने में आसान भी। सिरीज के बीच में कुछ ऐसे सीन भी हैं, जिन्हें देखते हुए धैर्य की जरूरत होती है। कुछ ऐसे सीन भी हैं जिन्हें देखते हुए आपका मुंह खुला का खुला रह जायेगा। गुड्डू पंडित और गोलू गुप्ता, मुन्ना त्रिपाठी, कालीन भैया की बीवी बीना त्रिपाठी और शरद शुक्ला सभी मिर्जापुर की गद्दी पाने के लिए किसी पर भी घात करते दिखते हैं।
Mirzapur 2 में अली फजल उर्फ गुड्डू पंडित  'मिर्जापुर की गद्दी' के साथ भाई (विक्रांत मेसी) और वाइफ की मौत का बदला लेने आये हैं।  इसमें उनका साथ श्वेता त्रिपाठी यानी गोलू देती है। गुड्डू पूरी सीरीज में घायल हैं।उनका साथ कदम-कदम पर गोलू दे रही हैं। ये दोनों जहां अपने बदले की तैयारी में लगे हैं, वहीं पिछली बार की ही तरह दिव्येंदु शर्मा यानी मुन्ना त्रिपाठी खुद को 'योग्य' साबित करने में जुटे हुए हैं।

सीरीज में कालीन भैया (एक मजबूर पिता-पति के रूप में ही नजर आ रहे हैं। जहां 'बदले' और खुद को 'योग्य' साबित करने की होड़ में ये पुराने खिलाड़ी एक-दूसरे से टक्कर ले रहे हैं। वहीं नई एंट्री रतिशंकर शुक्ला के बेटे शरद शुक्ला की हुई है, जो मिर्जापुर को अपना बनाकर अपने पिता का सपना पूरा करना चाहते हैं। शरद का रोल अंजुम शर्मा निभा रहे हैं। 'मिर्जापुर 1' की कहानी मिर्जापुर और जौनपुर तक सीमित थी। इस बार उसका डिटेल लखनऊ और बिहार के सिवान तक हुआ है। पॉलिटिक्स के तड़के के साथ कहानी में कुछ ऐसे नए ट्विस्ट और टर्न्स आयेंगे, जिन्हें देखकर आप कहानी को रीयल लाइफ से जोड़ने पर मजबूर हो जायेंगे।


'मिर्जापुर 2' में 'स्त्री शक्ति' है। 'मिर्जापुर' में जहां दर्शकों को स्ट्रॉन्ग फीमेल कैरेक्टर्स की कमी खली थी।  इस बार शो के मेकर्स ने इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखा है। फीमेल कैरेक्टर्स के साथ खूब स्क्रीनटाइम शेयर किया गया है। सिरीज में गोलू गुप्ता का रोलनिभा रहीं श्वेता त्रिपाठी, बीना के रोल में रसिका दुग्गल, डिंपी के रोल में हर्षिता गौर,माधुरी के रोल में ईशा तलवार, सभी पिछली बार से ज्यादा सशक्त हैं। गोलू 'रिवॉल्वर रानी' के अवतार में नजर आ रही है। त्रिपाठी खानदान की बहू बीना भी बेबस और लाचार नहीं बल्कि आंखों में आंखें डालकर बाबूजी को जवाब देती हैं।
कहानी
गुड्डू पंडित और गोलू अपने कनेक्शन से बिहार के सिवान के दद्दा त्यागी के बेटे भरत त्यागी से अफीम के बिजनेस के लिए बात करते हैं और उसे मना लेते हैं। रतिशंकर शुक्ला का बेटा शरद शुक्ला अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए कालीन भैया और मुन्ना त्रिपाठी के साथ आ जाता है। शरद को गुड्डू से अपनी पिता की मौत का बदला तो लेना ही है, लेकिन त्रिपाठियों से मिर्जापुर भी छीनना है। कालीन भैया व्यापारी और बाहुबली से आगे बढ़ते हुए राजनेता बनने की चाह में अपने बेटे मुन्ना त्रिपाठी की शादी सीएम की विधवा बेटी माधुरी से शादी करा देते हैं। कालीन भैया की वाइफ बीना त्रिपाठी एक लड़के को जन्म देती है। उस बच्चे का पिता कौन है, यह सस्पेंस है।

गुड्डू के पिता क्राइम की आंच में सुलगते और बर्बाद होते मिर्जापुर को बचाने तथा अपने बेटे बाबलू और बहू स्वीटी को न्याय दिलवाने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं। आईपीएस अफसर मौर्या उनका साथ देते हैं । अंत में एक बार फिर मिर्जापुर की गद्दी की लड़ाई कालीन भैया और गुड्डू पंडित के बीच में सिमट जाती है। बीना अपने पति और सौतेले बेटे मुन्ना के खिलाफ गुड्डू और गोलू का चुपके-चुपके साथ देती हैं। इसमें उनका क्या स्वार्थ है और मुन्ना त्रिपाठी और शरद शुक्ला का क्या होता है, इसके लिए मिर्जापुर 2 देखना पड़ेगा। 
बेव सीरीज के अमेजिंग फैक्टर्स
सीरीज का सबसे अमेजिंग और सिक्रेटिव कैरेक्टर रॉबिन उर्फ राधेश्याम अग्रवाल हैं। राधेश्याम यूं तो ऑलराउंडर हैं, लेकिन पेशे से इन्वेस्टमेंट का बिजनेस देखते हैं। वह गुड्डू पंडित की बहन डिंपी से प्यार करते हैं और उनसे शादी करना चाहते हैं। यह अकेला ऐसा करैक्टर है, जो इस पूरी ब्लैक ऐंड वाइट सीरीज को कलरफुल बनाये हुए है। रॉबिन का रोल निभा रहे प्रियांशु पैन्यूली अपने किरदार के साथ जस्टिस करते हुए नजर आते हैं। पूरे सीजन में इनकी ये सिक्रेटिव पर्सनेलिटी दर्शकों को बांधकर रखती है। सीरीज के साल्ट में मुन्ना त्रिपाठी का पत्नी के लिए प्यार और सपोर्ट दिल जीत लेता है। मुन्ना का, 'आदमी को ज़िन्दगी में क्या चाहिए? एक साथी और इज्जत' जैसे डॉयल\ग उसके केरैक्टर में जान डाल देता है।
स्टारकास्ट: पंकज त्रिपाठी, अली फजल, दिव्येंदु शर्मा, श्वेता त्रिपाठी, रसिका दुग्गल, विजय वर्मा
डायरेक्टर: गुरमीत सिंह और मिहिर देसाई