झारखंड पुलिस का मोस्टवांटेड इंटरस्टेट किडनैपर चंदन सोनार को पश्चिम बंगाल पुलिस ने मध्यप्रदेश से किया अरेस्ट
पश्चिम बंगाल पुलिस ने इंटरस्टेट किडनैपर व झारखंड पुलिस के मोस्ट वाटेंड दंचन सोनार को मध्यप्रदेश के सिंगरौली से अरेस्ट कर लिया है। ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाकर उससे पूछताछ की की जा रही है।
- दस सालों से सिंगरौली, रांची-बोकारो में इन घटनाओं को दिया अंजाम
किडनैपिग इंडस्ट्री चलाने वाला चंदन नाम बदलकर रह रहा था सिंगरौली में
कोलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस ने इंटरस्टेट किडनैपर व झारखंड पुलिस के मोस्ट वाटेंड दंचन सोनार को मध्यप्रदेश के सिंगरौली से अरेस्ट कर लिया है।ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाकर उससे पूछताछ की की जा रही है। कोलकाता पुलिस ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
नाम बदलकर 10 वर्षों से सिंगरौली में छिप कर रह रहा था चंदन सोनार
चंदन सोनार मूल रूप से बिहार के हाजीपुर सदर पुलिस स्टेशन एरिया के सेंदुआरी गांव का रहने वाला है।कुख्यात क्रिमिनल चंदन के खिलाफ विभिन्न स्टेट में 50 से ज्यादा क्रिमिनल केस दर्ज है। वह इन स्टेट में किडनैपिंग के वारदात को अंजाम दिया था।चंदन पिछले 10 सालों से एमपी के सिंगरौली जिले में होटल कारोबारी बन कर रह रहा था। वह अपना नाम भी बदल लिया था। सिंगरौली में यह चंद्रमोहन के नाम से जाना जाता था।पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान जिले स्थित शालनपुर पुलिस स्टेशन में वर्ष 2019 में दर्ज एक किडनैपिंग का केस में चंदन सोनार मुख्य आरोपी है। इसी मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम ने मध्य प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर चंदन सोनार को दबोचा है।
कोलकाता के कारोबारी को भी किया था किडनैप
चंदन गैंग ने वर्ष 2019 की 17 अप्रैल पश्चिम बंगाल के कुल्टी, बराकर के सालानपुर पुलिस स्टेशन एरिया से आसनसोल अलॉयज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक बड़े इंडस्ट्रलिस्ट तेजपाल सिंह और उनके ड्राइवर का एक साथ किडनैप कर लिया था। दोनों को दानापुर स्थित एक अपार्टमेंट में 33 दिनों तक रखा था.।10 करोड़ से फिरौती की बारगेनिंग शुरू हुई. जो 2.60 करोड़ पर खत्म हुई थी। किडनैपर ने कारोबारी के परिजनों से फिरौती की रकम आरा में लेने के बाद 19 मई को झारखं के बरही में उन्हें मुक्त कर दिया था।
रांची के लव भाटिया व परेश मुखर्जी के किडनैपिंग में थी चंदन की संलिप्तता
किडनैपर चंदन सोनार का झारखंड में भी आतंक रहा है। वह झारखंड में किडनैपिंग इंडस्ट्री चलाता रहा है। गोमिया के व्यवसायी महावीर जैन चंदन सोनार का पहला शिकार बने थे। चंदन गैंग ने वर्ष 2008 में महावीर जैन का किडनैप किया था।इसके बाद रांची के ज्वेलरी कारोबारी परेश मुखर्जी और लव भाटिया के किडनैपिंग में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी थीं। बीजेपी लीडर मदन सिंह के बेटे और दो रिश्तेदारों का किडनैप भी चंदन गैंग ने किया था।
वर्ष 2018 की पांच सितंबर 2018 को चुटिया निवासी बीजेपी लीडर का बेटा शिवम सिंह (15) उसका मौसेरा भाई गौरव सिंह (16) व अभिषेक उर्फ शैंकी (21) के किडनैप में चंदन सोनार का नाम आया था। किडनैपिंग की वारदात को अंजाम देने के लिए चंदन टारगेट किये जगह के स्थानीय लड़कों का इस्तेमाल करता है। स्थानीय लड़कों को अपने गैंग में शामिल करता है। बीजेपी लीडर के बेटे को अगवा करने के लिए सबसे पहले अपने शागिर्द राकेश की मदद से चुटिया स्थित अमरावती कॉलोनी में रहनेवाले अतुल, विकास, रॉकी समेत छह युवकों को अपने गैंग से जोड़ा था।शिवम और उसके दो रिश्तेदारों के अपहरण में इन सभी का इस्तेमाल किया गया। बीजेपी लीडर के बेटे किडनैपिंग के लिए उसने हनीट्रैप अपनाया था। उसने एक युवती को मोहरा बनाकर तीनों का किडनैप किया था। इस मामले में पुलिस ने चंदन गैंग के क्रिमिनलों को जबोच तीनों छात्रों को बरामद कर लिया था।
गुजरात के हीरा कारोबारी के बेटे सुहैल हिंगोरा को 25 करोड़ की फिरौती लेकर छोड़ा था
चंदन गैंग ने गुजरात के हीरा कारोबारी हनीफ हिंगोके बेटे सुहैल हिंगोरा का सुहैल को छोड़ा था। टे सुहैल को वर्ष 2013 के अक्तूबर में दमन से अगवा किया गया था। परिजनों ने गैंग को फिरौती चुकाकर एक महीने बाद सुहैल को सकुशल मुक्त करवाया था। चंदन सोनार बिहार, झारखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में उसने किडनैपिंग के बड़े वारदातों को अंजाम देकर करोड़ों रुपये की फिरौती वसूली है। चंदन सोनार गैंग के बारे में एक खास बात ये है कि ये फिरौती तो वसूल लेता है, लेकिन मर्डर नहीं करता था।