Atique-Asraf murder case: माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मर्डर में मुंगेर की पिस्टल का हुआ इस्तेमाल

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई एक्स एमएलए खालिद अजीम उर्फ अशरफ की मर्डर में मुंगेर निर्मित पिस्टल का भी इस्तेमाल हुआ था। इस मामले की जांच कर रही UP की SIT टीम ने यह खुलासा किया है।

Atique-Asraf murder case: माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मर्डर में मुंगेर की पिस्टल का हुआ इस्तेमाल
  • UP की SIT टीम का खुलासा

पटना। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई एक्स एमएलए खालिद अजीम उर्फ अशरफ की मर्डर में मुंगेर निर्मित पिस्टल का भी इस्तेमाल हुआ था। इस मामले की जांच कर रही UP की SIT टीम ने यह खुलासा किया है।

यह भी पढ़ें:43 साल की उम्र में बने थे पंजाब के सीएम, रिकार्डधारी सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मर्डर के बाद हमालवरों से बरामद की गई तीन में से दो पिस्टलें तुर्किए में बनी थीं। जबकि तीसरी पिस्टल मुंगेर में निर्मित होने की बात कही जा रही है।एसआइटी टीम का कहना है कि तीन हमलावरों में से लवली और सन्नी ने तुर्किए निर्मित जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया था। हमलावर अरुण शौर्य ने मुंगेर में निर्मित पिस्टल से गोली चलाई थी। हालांकि, इसकी पुष्टि से मुंगेर पुलिस नहीं कर रही है।
मुंगेर एसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने कहा है कि मीडिया में खबरें चल रही हैं। इस मामले में कोई एजेंसी या पुलिस विभाग से कोई ऑफिसयल जानकारी नहीं मिली है। इस तरह की सूचना आती है तो मामले की जांच कराई जायेगी। वहीं उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम का कहना है कि तीनों हमलावरों ने 20 गोलियां चलाई थीं। इनमें से तीन गोलियां मुंगेरी पिस्टल से चली थीं। मुंगेर में निर्मित इलिगल आर्म्स की मांग देश के कई स्टेट में है।
उत्त प्रदेश में क्रिमिनलों की पहली पंसद मुंगेरी पिस्टल
उत्तर प्रदेश में पहले भी मुंगेर के आर्म्स से घटनाओं को अंजाम दिया गया है। वहां के क्रिमिनलों की मुंगेरी पिस्टल पहली पसंद है। मुंगेर में नाइन एमएम और 0.32 बोर की पिस्टल बनती है।इन पिस्टलों और कारतूसों की सबसे ज्यादा खेप पूर्वांचल के क्रिमिनलों को ही सप्लाई की जाती है। 20 हजार से 35 हजार की कीमत तक नाइन एमएम की पिस्टल आसानी से मिल जाती है।
UP में पकड़े जा चुके हैं मुंगेर के आर्म्स बनाने वाले लोग
उत्तर प्रदेश में 2022 में यूपी में दो मिनी गन फैक्ट्रियों का पर्दाफाश पुलिस ने किया था। पकड़े गये कई आर्म्स निर्माता मुंगेर के रहने वाले थे। यूपी पुलिस मुंगेर पुलिस से भी संपर्क किया था। 

पुलिस कस्टडी में गोली मारकर कर दी गयी माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मर्डर
उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिये गये माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई एक्स एमएलए खालिद अजीम उर्फ अशरफ की 15 अप्रैल को रात लगभग साढ़े 10 बजे पुलिस कस्टडी में गोली मार कर मर्डर कर दी गयी थी। दोनों मेडिकल टेस्ट के लिए कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया था। पुलिस कस्टडी में माफिया ब्रदर्स कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे थे। एक पत्रकार ने पूछा- आज जनाजे में आप लोग नहीं गये। उस बारे में कुछ कहना है? इस पर अतीक बोला- नहीं ले गए तो नहीं गये। इसी समय अशरफ ने बोलना शुरू किया- 'मेन बात ये है कि गुड्डु मुस्लिम...' इसी बीच एक युवक पीछे से आता है और तुर्किये मेड जिगाना पिस्टल से अतीक की कनपटी पर फायर कर देता है। अगले एक सेकेंड से भी कम समय में दो और फायर होते हैं, जो अशरफ की पसलियों में धंस जाते हैं। मौके पर ही अतीक व अशरफ की मौत हो गयी। अफरा-तफरी के बीच सभी मीडियाकर्मी और पुलिसकर्मी पीछे हट जाते हैं। इसके बाद तीन हमलावर अगले 16 सेकेंड में 18 राउंड फायर करते हैं। फिर हाथ उठाकर धार्मिक नारे लगाते हुए तीनों हमलावरों लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज) सरेंडर कर दिये। पुलिस आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त तुर्किये मेड जिगाना पिस्टल को बरामद ली।