BJP ने पांच स्टेट के इलेक्शन में खर्च किये थे 340 करोड़ रुपये, सिर्फ उत्तर प्रदेश में लगाये 221 करोड़

बीजेपी ने 2022 की फरवरी-मार्च में हुए देश के पांच स्टेटके चुनाव में 340 करोड़ रुपये खर्च की थी। पार्टी की ओर से आयोग को दिये गये खर्च के डिटेल में यह जानकारी दी गई है। कांग्रेस ने इन चुनावों में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च की थी।

BJP ने पांच स्टेट के इलेक्शन में खर्च किये थे 340 करोड़ रुपये, सिर्फ उत्तर प्रदेश में लगाये 221 करोड़

नई दिल्ली। बीजेपी ने 2022 की फरवरी-मार्च में हुए देश के पांच स्टेटके चुनाव में 340 करोड़ रुपये खर्च की थी। पार्टी की ओर से आयोग को दिये गये खर्च के डिटेल में यह जानकारी दी गई है। कांग्रेस ने इन चुनावों में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च की थी। यह भी पढ़ें:धनबाद: वर्चस्व को लेकर मुराईडीह कोल डंप में फायरिंग, बम धमाकों से थर्राया एरिया
चुनाव आयोग को बीजेपी और कांग्रेस की ओर से पांच स्टेट के चुनाव में खर्च की गई रकम की डिटेल दी गई थी। चुनावी खर्च को अब आयोग ने सार्वजनिक किया है। बीजेपी की ओर से दिये गये डिटेल के अनुसार उसने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब विधानसभा चुनावों में प्रचार अभियान पर 340 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किये।
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 221 करोड़ रुपये खर्च किए। मणिपुर में 23 करोड़, उत्तराखंड में 43.67 करोड़, पंजाब में 36 करोड़ से अधिक और गोवा में 19 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किये थे। कांग्रेस की ओर से दिये गये डिटेल के अनुसार पार्टी इन पांच राज्यों में प्रचार अभियान पर 194 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। बीजेपीऔर कांग्रेस को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त है। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं का चुनाव लड़ने वाले दलों के लिए एक निर्धारित समयसीमा के भीतर निर्वाचन आयोग को प्रचार अभियान में हुए खर्च का ब्योरा देना अनिवार्य है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड समेत पांच स्टेट के विधानसभा चुनावों के नतीजे इसी 10 मार्च को आये थे। इसमें बीजेपी ने यूपी, उत्तराखंड, गोवा में वापसी की तो वहीं मणिपुर में भी सत्ता हासिल कर ली। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने पहली बार सरकार बनाई है। ब्योरे के अनुसार पांच स्टेट  सबसे अधिक राशि बीजेपी की ओर से ही खर्च की गई। कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर रही है। कांग्रेस को किसी भी राज्य में जीत नहीं मिल सकी थी। पंजाब में तो वह सत्ता गंवा बैठी। यहां पार्टी को मात्र 18 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।