बिहार: आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद व बेटा चेतन आनंद RJD में शामिल,RLSP के स्टेट प्रसिडेंड ने भी थामा लालटेन
एक्स एमपी लवली आनंद सोमवार को RJD में शामिल हो गयी। आरजेडी प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव की मौजूदगी में स्टेट प्रसिडेंट जगदानंद सिंह लवली व उनके बेटे चेतन आनंद को पार्टी की सदस्यता दिलाई।RLSP के स्टेट प्रसिडेंड भूदेव चौधरी भी ने लालटेन थाम लिया है।
- लवली ने कहा- आनंद मोहन को रिहा करने का वादा कर CM नीतीश ने दिया धोखा
पटना। एक्स एमपी लवली आनंद सोमवार को RJD में शामिल हो गयी। आरजेडी प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव की मौजूदगी में स्टेट प्रसिडेंट जगदानंद सिंह लवली व उनके बेटे चेतन आनंद को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके पहले उन्होंने राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी नेता तेजस्वीे यादव से मुलाकात की। लवली आनंद बिहार के चर्चित पूर्व सांसद व आइएएस कृष्णैया मर्डर केस में उम्रकैद की सजा काट रहे एक्स एमपी आनंद मोहन की पत्नी हैं। RLSP के स्टेट प्रसिडेंड भूदेव चौधरी भी ने लालटेन थाम लिया है।
तेजस्वी ने कुशवाहा को दिया झटका
विधानसभा चुनाव से पहले रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा को एक बड़ा झटका लगा है। रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी आरजेडी में शामिल हो गये हैं। तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर भूदेव चौधरी को पार्टी में शामिल कराया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी मौजूद रहे।
पार्टी को मजबूती देंगीं लवली: जगदानंद
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि लवली आनंद पूरी ताकत के साथ पार्टी के लिए काम करेंगीं। तेजस्वी यादव ने उन्हें खुद पार्टी में शामिल कराया है। वे आरजेडी को मजबूती देंगीं।
नीतीश सरकार धोखेबाज: लवली
आरजेडी की सदस्यता लेने के बाद लवली आनंद ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जुल्मी सरकार है। इसने आनंद मोहन समेत सभी बड़े नेताओं को जेल भेज दिया है। इस सरकार ने आनंद मोहन को रिहा करने का वादा कर धोखा दिया है।
तन-मन-धन से आरजेडी की करेंगी सेवा
लवली आनंद ने कहा कि वे पूरे तन-मन-धन से आरजेडी की हो गयी हैं। आरजेडी जो जिम्मेदारी देगा, उसे पूरा करेंगीं। आरजेडी बिहार में सभी 243 सीटों पर जीतेगा और तेजस्वी यादव सीएम बनेंगे।
पांच सौ वोट से हार गईं थी शिवहर सीट
उल्लेखनीय है कि लवली आनंद ने विगत विधानसभा चुनाव में 'हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के टिकट पर शिवहर से चुनाव लड़ा था। वे मात्र 500 वोटों से चुनाव हारीं थीं।