बिहार: बीएसपी एमएलए जमां खान जेडीयू में शामिल, विधानसभा में मायावती की पार्टी का अस्तित्व समाप्त
हार विधानसभा में बीएसपी के एकमात्र एमएलए जमां खान ने शुक्रवार को जेडीयू में शामिल हो गये। जमां खान कैमूर से बीएसपी के टिकट विधानसभा चुनाव जीते थे। जदयू में शामिल होने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास जाकर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की।
पटना। बिहार विधानसभा में बीएसपी के एकमात्र एमएलए जमां खान ने शुक्रवार को जेडीयू में शामिल हो गये। जमां खान कैमूर से बीएसपी के टिकट विधानसभा चुनाव जीते थे। जदयू में शामिल होने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास जाकर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी भी उपस्थित थे।
बीएसपी एमएलए जमां खान ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर पार्टी में शामिल होने अपनी इच्छा बतायी थी। जमां खान ने कहा कि सत्ताधारी दल में शामिल होकर आप आम जनता की समस्याओं का निदान सहजता से करा सकते हैं। नीतीश कुमार की कार्यशैली को वह आरंभ से ही पसंद करते रहे हैं।जमां खान के जेडीयू में शामिल होने के साथ ही बिहार विधानसभा में मायावती की पार्टी का अस्तित्व समाप्त हो गया है। जमां खान के जेडीयू में शामिल होने के बाद विधानसभा में पार्टी एमएलए की संख्या 43 से बढ़कर 44 हो गयी है।बताया जाता है कि जाता है जमां खान को नीतीश मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया जा सकता है। जेडीयू के टिकट पर इस बार एक भी मुस्लिम एमएलए नहीं जीते हैं।
बताया जाता है पिछले साल 18 दिसंबर को जमां खान ने जेडीयू के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इसके बाद जमां खान के जेडीयू में शामिल होने की अटकलें लगनी शुरू हो चुकी थी। जमां खान के साथ कांग्रेस एमएलए मुरारी गौतम भी वशिष्ट वशिष्ठ नारायण से एक घंटे से ज्यादा बातचीत की थी। बाद में मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया था।
निर्दलीय एमएलए सुमित भी नीतीश के साथ
जमुई जिले के चकाई से निर्दलीय एमएलए सुमित सिंह ने लिखित रूप से जेडीयू के समर्थन का पत्र दिया है। एक्स मिनिस्टर नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। सुमित ने कहा कि वह शुरू से ही नीतीश कुमार की कार्यशैली के प्रशंसक रहे हैं। जमां खान और सुमित सिंह को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल मंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज हो गयी है।