बिहार: भागलपुर विस्फोट जख्मी आयशा की मौत, मलबे से मिली एक बॉडी, मृतकों की संख्या पहुंची 16, ATS जांच शुरु
बिहार के भागलपुर जिले के तातारपुर पुलिस स्टेशन एरिया के काजवलीचक में घर में हुए विस्फोट में घायल हुई आयशा मंसूर की शनिवार की शाम मौतो हो गयी। गंभीर रुप से जख्मी आयशा का सिलीगुड़ी के एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। विस्फोट स्थल के मलबे से एक क्षति-विक्षत बॉडी मिली है। बॉडी की पहचान नहीं हो पायी है। इस तरह विस्फोट में मरने वालों की संख्या अब 16 हो गयी है।
पटना। बिहार के भागलपुर जिले के तातारपुर पुलिस स्टेशन एरिया के काजवलीचक में घर में हुए विस्फोट में घायल हुई आयशा मंसूर की शनिवार की शाम मौतो हो गयी। गंभीर रुप से जख्मी आयशा का सिलीगुड़ी के एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। विस्फोट स्थल के मलबे से एक क्षति-विक्षत बॉडी मिली है। बॉडी की पहचान नहीं हो पायी है। इस तरह विस्फोट में मरने वालों की संख्या अब 16 हो गयी है।
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पहले हो चुकी थी 14 लोगों की मौत
काजवलीचक में लीलावली देवी के घर गुरुवार रात हुए विस्फोट के दौरान आयशा के घर का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ था। उसी क्रम में आयशा जख्मी हो गई थी। विस्फोट के बाद आयशा को जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल भागलपुर में एडमिट कराया गया था। उसके सिर के पिछले हिस्से में गहरे जख्म लगे थे। हाथ और शरीर के अन्य हिस्से में भी चोटें आई थी। उसके पिता मुहम्मद मंसूर भी विस्फोट में जख्मी हुए थे। पिता ने ही आयशा को जख्मी हालत में हॉस्पिटल में खुद स्ट्रेचर पर लाद इमरजेंस में एडमिट कराया था।परिजन सिलीगुड़ी में इलाज करा रहे थे। ग्रेजुएशन की स्टूडेंट आयशा दुकानदार मो. मंसूर की पुत्री थी। इसके पूर्व शुक्रवार तक 14 लोगों की मौत हो गई थी। घायल नौ लोगों का इलाज भागलपुर में चल रहा है।
एटीएस ने शुरू की जांच
वहीं काजवलीचक में हुए धमाके की जांच एटीएस ने शुरू कर दी है। पटना से पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार की देर रात भागलपुर पहुंच गई थी। टीएम रात में पुलिस स्टेशन पुलिस से जानकारी जुटाई । एटीएस की टीम टीम जांच के लिए शनिवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने जमींदोज हुए मकान के मलबे को बारीकी से देखा। वहां मौजूद लोगों से बात की। एटीएएस की टीम लगभग तीन घंटे की जांच के बाद लौट गई। एटीएम टीम ने घटनास्थल से मलबा पूरी तरह से हटाने के बाद रविवार को फिर से जांच के लिए आने की बात कही। भागलपुरएसएसपी बाबू राम ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी और जांच को एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने काम शुरु
भवन निर्माण विभाग और नगर निगम की टीम भी शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची। वहां पर टीम ने क्षतिग्रस्त मकानों के मालिक से बात की। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हिस्से को तोड़कर हटाने की अनुमति मांगी। इसके बाद मकान से सामान को हटाया गया। इस कार्य में एसडीआरएफ की टीम भी लगी। घटना में मारे गये राजकुमार के बड़े भाई ओमप्रकाश का मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। उसके क्षतिग्रस्त भाग को तोड़ा गया। घटनास्थल को पुलिस टीम ने पूरी तरह सील कर क्षतिग्रस्त मकानों को भी तोड़ने का काम एसडीआरएफ, नगर निगम कर्मियों और मजदूरों की मदद से शुरू करा दिया गया है।डीएम और एसएसपी भी मौके पर पहुंचे।